नई दिल्लीः जेएनयू में बीती फरवरी में आतंकी अफजल गुरु की तारीफ करके देशद्रोह का आरोपी बने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र उमर खालिद ने फेसबुक में विवादित पोस्ट लिखा है। उमर ने जम्मू-कश्मीर में मारे गए 10 लाख के इनामी आतंकी बुरहान वानी की तुलना क्यूबा के क्रांतिकारी चे ग्वेरा से कर दी है। उमर ने लिखा है कि बुरहान भी चे ग्वेरा की तरह आजाद रहा और आजाद ही मरा।
उधर, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला के एक बयान पर भी विवाद खड़ा हो गया है। उमर ने ट्विटर पर लिखा था कि बुरहान वानी सोशल मीडिया से जितने युवाओं को आतंकवादी नहीं बना सका, उसकी कब्र उससे ज्यादा आतंकी पैदा करेगी। उमर का ये भी कहना है कि उनके सीएम रहते बुरहान वानी के आतंकी गतिविधियों के बारे में कभी पता नहीं चला था।
उमर खालिद ने क्या लिखा?
-चे ग्वेरा ने कहा था कि मेरे मरने के बाद अगर कोई मेरी बंदूक चलाता रहता है तो कोई फर्क नहीं पड़ता।
-शायद बुरहान वानी के शब्द भी यही रहे होंगे।
-बुरहान वानी मौत से नहीं, किसी के कंट्रोल में रहने से डरता था।
-बुरहान जिंदा रहते आजाद रहा और आजाद ही मरा।
-भारत तुम कैसे उन लोगों को हराओगे, जिन्होंने खुद के डर को पराजित कर दिया है।
कौन है उमर खालिद?
-उमर खालिद जेएनयू का छात्र है।
-बीती 9 फरवरी को उसने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु के पक्ष में कैंपस में नारे लगाए थे।
-इस मामले में उमर को गिरफ्तार किया गया था, उस पर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है।
-जेएनयू स्टूडेंट यूनियन प्रेसीडेंट कन्हैया कुमार और एक अन्य छात्र अनिर्बान भट्टाचार्य भी इस मामले में आरोपी हैं।