बेंगलुरू में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की उनके घर पर गोली मारकर हत्या

कन्नड़ की वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की मंगलवार को अज्ञात हमलावरों ने यहां उनके निवास पर गोली मारकर हत्या कर दी।

Update: 2017-09-05 17:57 GMT

बेंगलुरू : कन्नड़ की वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की मंगलवार को अज्ञात हमलावरों ने यहां उनके निवास पर गोली मारकर हत्या कर दी। गौरी लंकेश राइट विंग की मुखर आलोचक मानी जाती थीं। कर्नाटक के गुलबर्ग में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद निकाला कैंडल मार्च निकाला गया।

वहीं वारदात के बाद नाराज लोगों ने गौरी लंकेश के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "हमें पता चला है कि गौरी को रात लगभग 8.30 बजे उस समय बिल्कुल करीब से गोली मारी गई, जब वह राजराजेश्वरी नगर में अपने घर के दरवाजे पर खड़ी थीं।"

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गौरी के माथे पर तीन गोलियां दागी गईं और उनकी तत्काल मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "हम घटना की जांच के लिए विशेष टीम गठित करेंगे।"

गौरी लंकेश, कन्नड़ कवि और पत्रकार पी लंकेश की सबसे बड़ी बेटी थीं। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक गौरी पर बेहद नजदीक से हमलावरों ने 7 राउंड फायरिंग की। मौके पर ही गौरी लंकेश की मौत हो गई। उनको पहले भी जान से मारने की धमकियां मिल चुकी थीं। इससे पहले डॉ एमएम कलबुर्गी और डॉ पंसारे की भी हमलावरों ने हत्या की थी।

गौरी लोकप्रिय कन्नड़ टेबलॉयड 'लंकेश पत्रिका' की संपादक थीं। नवंबर, 2016 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं के खिलाफ एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिस कारण उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया गया। इस मामले में उन्हें छह माह जेल की सजा हुई थी।

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इस बीच कर्नाटक के गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा कि 'घटनास्थल पर दो सीसीटीवी कैमरा मौजूद हैं, तीन टीमें मामले की जांच कर रही है।'

कर्नाटक के सीएम ने क्या कहा ?

कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने कहा, ''मैंने पुलिस कमिश्नर से बात करके केस की जांच के लिए तीन टीमें बनाने और मुझे रिपोर्ट देने के लिए कहा है।'' सिद्धारमैया और गौरी के पिता पुराने दोस्त रहे थे। सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा, ''जानी-मानी पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या से हैरान हूं।



इस जघन्य अपराध की निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। ये लोकतंत्र की हत्या है। गौरी शंकर की मौत से कर्नाटक ने एक विकासशील आवाज खोई है। मैंने एक दोस्त खोया है।''



ट्विटर पर नेताओं ने जताया दुख













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