सीएम,डिप्टी सीएम की सीट हारी बीजेपी, बिहार में चली सहानुभूति

यूपी और बिहार में लोकसभा की तीन सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे से बीजेपी जल्द सबक सीख ले तो अच्छा है । डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की फूलपुर सीट से सपा के नागेन्द्र पटेल ने 59 हजार से अधिक मतों से बीजेपी के कौशलेन्द्र सिंह को हराया जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ की सीट पर भी सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद की जीत तय है। ;

Update:2018-03-14 17:58 IST

लखनऊ: यूपी और बिहार में लोकसभा की तीन सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे से बीजेपी जल्द सबक सीख ले तो अच्छा है । डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की फूलपुर सीट से सपा के नागेन्द्र पटेल ने 59 हजार से अधिक मतों से बीजेपी के कौशलेन्द्र सिंह को हराया जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ की सीट पर भी सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद की जीत तय है।

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इसीतरह सीएम योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर सीट से भी सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद जीत की ओर अग्रसर हैं और बस नतीजे का इंतजार है । सपा प्रत्याशी ने 21961 वोट से जीत दर्ज की।

बिहार के अररिया में राजद के सरफराज आलम भाजपा के प्रदीप सिंह पर 86 हजार मतों की बढ़त बनाए हुए थे लेकिन अब उनकी जीत का ऐलान कर दिया गया है। अररिया सीट राजद के तसलीमुद्दीन के निधन से खाली हुई थी। दिलचस्प है कि उनके बेटे सरफराज आलम जनतादल यू के विधायक थे लेकिन अपने पिता की परम्परागत सीट बचाने के लिए उन्होंने इस्तीफा दिया और राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा।

भाजपा की रिंकी रानी पांडे ने भभुआ सीट पर 15 हजार वोटों से जीत दर्ज की। ये सीट उनके पति के निधन से खाली हुई थी । इसी तरह जहानाबाद सीट राजद के कुमार कृष्ण मोहन ने 35036 मतों के अंतर जीत ली है। जहानाबाद में राजद को पहले के मुकाबले ज्यादा वोट से जीत हमली और पार्टी का वोट 5 प्रतिशत तक बढ गया।

ये सीट भी राजद विधायक के निधन से खाली हुई थी । मतलब बिहार में किसी का जादू नहीं चला और सहानुभूति में सभी दलों ने अपनी सीट बरकरार रखी । गोरखपुर में सपा के प्रवीण कुमार निषाद 60 हजार वोटों से बीजेपी के उपेंद्र दत्त शुक्ल पर बढत बनाए हुए हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि हमने तैयारी पूरी की थी ।कमी कहां रह गई इसकी समीक्षा की जाएगी । सीएम ने कहा कि जीत के अति आत्मविश्वास से हारे !उन्होंने सपा बसपा के गठबंधन को नापाक कहा । योगी आदित्यनाथ इस सीट से लगातार 1989 से सांसद हैं। उपचुनाव में सपा बसपा गठबंधन के बावजूद बीजेपी प्रत्याशी की जीत तय मानी जा रही थी लेकिन परिणाम ने सबको चौंका दिया ।

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