नई दिल्लीः चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। उसके पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने फिर भारतीय इलाके में घुसपैठ की है। ताजा मामला अरुणाचल प्रदेश का है। यहां चीन के सैनिक 3 घंटे तक जमे रहे। इससे पहले लद्दाख के डेमचॉक में चीन के सैनिक कई दिन तक रह चुके हैं।
क्या है मामला?
-चीन की ओर से घुसपैठ की ये घटना 9 जून की है।
-पीएलए के 250 जवान अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग जिले के यंगस्ते में घुस आए।
-करीब 3 घंटे तक भारतीय इलाके में रहने के बाद वे वापस लौटे।
-इससे पहले चीन के सैनिक लद्दाख और लेह में कई जगह घुसपैठ करते रहे हैं।
-चीन की घुसपैठ ऐसे वक्त हुई है, जब वह एनएसजी में भारत की सदस्यता का विरोध कर रहा है।
अरुणाचल पर करता है दावा
-अरुणाचल प्रदेश को चीन हमेशा अपना बताता रहता है।
-कई बार वह अपने नक्शे में भी अरुणाचल को अपने हिस्से के तौर पर दिखा चुका है।
-साल 2014 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अरुणाचल दौरे का भी चीन ने विरोध किया था।
-पीएम नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं के अरुणाचल जाने का भी विरोध करता है।
-अरुणाचल के लोगों को अपना नागरिक मानते हुए पेपर वीजा जारी करके विवाद पैदा करता रहता है।
चीन की सेना ने किया है बदलाव
-बीते दिनों चीन की सेना की कमान में बदलाव किया गया है।
-पीएलए ने तिब्बत में अपनी सेना को पूर्ण कमान में बदला है।
-तिब्बत से लगे इलाके में ही भारत के हिस्से आते हैं।
क्या रहता है हमारा रुख?
-भारत का कहना है कि एलएसी में पहचान चिन्ह न होने की वजह से ऐसी घटनाएं होती हैं।
-चीन के सैनिकों को बैनर दिखाकर उन्हें अपने इलाके में वापस जाने को कहा जाता है।
-चीन के सैनिक भी बैनर दिखाकर इलाके को अपना बताते रहते हैं।
-घुसपैठ की घटनाओं के बावजूद कभी दोनों पक्षों में संघर्ष नहीं हुआ है।