भिवंडी: किसी सूखे वाले क्षेत्र में अगर केंद्रीय कृषिमंत्री दौरा करने जाएं तो लोगों को उम्मीद रहती है कि नेताजी कम से कम दो बूंद आंसू बहाएंगे ही, लेकिन महाराष्ट्र में केंद्रीय कृषिमंत्री राधा मोहन सिंह जब सूखाग्रस्त भिवंडी पहुंचे तो 10 हजार लीटर पानी बह गया।
दरअसल, केंद्रीय कृषि मंत्री का भिवंडी में किसानों के लिए कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। मामला केंद्रीय मंत्री का था इसलिए अंजुर दिवे गांव में ही एक अस्थाई हैलीपैड बनवाया गया। आरोप है कि इस हैलीपैड में लगभग 10 हजार लीटर बर्बाद किये गए, वह भी उस समय जब पूरा महाराष्ट्र पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहा है।
आरोप है कि इस हैलीपैड पर धूल न उडे इसके लिए हजारों लीटर पानी छिड़का गया, जबकि यहां से 22 किलोमीटर की दूरी पर थाणे में एक हैलीपैड है। मंत्रीजी उस एयरपोर्ट का भी इस्तेमाल कर सकते थे।
इससे पहले, महाराष्ट्र के राजस्व एवं कृषि राज्य मंत्री एकनाथ खडसे पर भी हेलीपैड के लिए लगभग 10 हजार लीटर पानी बर्बाद करने का आरोप लगा था। अधिकारी ये तो मानते हैं कि कई टैंकरों का इस्तेमाल किया गया, लेकिन पानी 10 हजार लीटर था इसे लेकर संशय बना हुआ है।
बहरहाल बदहाली पर ढांढस बंधाने गये कृषिमंत्री अब विवादों के घेरे में है। तभी तो सियासत की तलवार को धार कहा जाता है।