लखनऊ: यूपी सरकार अगले साल होने वाले 'यूपी इन्वेस्टर्स समिट 2018' को लेकर काफी गंभीर है। इसकी तैयारी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। सरकार ने इसके लिए रोड शो का भी आयोजन किया है जो देश के कई शहरों में किया जाएगा। इसी सिलसिले में पहला रोड शो शुक्रवार (8 दिसंबर) को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होगा। इसके बाद बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, मुंबई और कोलकाता में इसका आयोजन किया जाएगा।
यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के नेतृत्व में उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल रोड शो में शिरकत करेगा। इसमें औद्योगिक विकास आयुक्त अनूप चन्द्र पांडेय, इसी विभाग के प्रमुख सचिव आलोक सिंहा, अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव सरण, कृषि विभाग के प्रमुख सचिव सुधीर गर्ग के अलावा अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी हिस्सा लेंगे। रोड शो में इस बात पर ज्यादा जोर दिया जाएगा, कि यूपी में ही इनवेस्ट क्यों? रोड शो में यूपी में विनियोग को मिलने वाली सुविधाओं पर ज्यादा जोर होगा।
दूर करेंगे सभी शंकाएं
रोड शो के बाद एक बैठक होगी, जिसमें सरकार और उसके प्रतिनिधि विनियोगकर्ताओं के सवालों के जवाब देंगे और विनियोग में उन्हें होने वाली संभावित परेशानियों को दूर करने का प्रयास करेंगे। साथ ही ये बताएंगे कि यह राज्य उनके लिए क्यों उपयुक्त है।
रोड शो में कई दिग्गज होंगे शामिल
रोड शो में केडिला हेल्थकेयर के सीएमडी पंकज पटेल, इंडिया ग्लाईकोल्स के सीएमडी यूएस भाटिया, जैक्सन लिमिटेड के एमडी समीर गुप्ता, कारनेशन ऑटो के फाउंडर जगदीश खट्टर, सुब्रोरर्स के सह फाउंडर रमेश सूरी, मेदांता ग्रुप के नरेश त्रेहान के भी रोड शो में हिस्सा लेने की संभावना है।
सीधे निवेश के लिए कई देशों को आमंत्रण
यूपी सरकार नीदरलैंड, अमरीका, नेपाल, मारीशस, कनाडा, जांबिया, स्पेन, चेक गणराज्य, फिजी और भूटान के दूतावास से भी संपर्क करेगी और उन्हें सीधे निवेश के लिए आमंत्रित करेगी।
अन्य विभागों की नीतियों को भी रखेंगे
औद्योगिक आयुक्त अनूप चन्द्र पांडेय ने newstrack.com से कहा, कि 'समिट का आयोजन विभाग की ओर से किया जा रहा है। इसमें अन्य विभागों की नीतियों को भी निवेशकों के सामने रखा जाएगा। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई सुविधाएं भी दी जा रही हैं। योगी सरकार ने राज्य में विनियोग की संभावनाओं को देखते हुए व्यापारिक और औद्योगिक समुदाय के लोगों को आमंत्रित किया है। '
मायावती-अखिलेश ने भी किया था इन्वेस्टर्स समिट
उल्लेखनीय है, कि इससे पहले भी पूर्व सीएम मायावती और अखिलेश यादव ने इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया था लेकिन उसे ज्यादा सफलता नहीं मिली थी। पूर्व में हुए समिट में नीतियों के बारे में नूरा खुलासा नहीं होने के कारण ही इसे ज्यादा सफलता नहीं मिल पाई थी। लेकिन इस बार ऐसी बाधाओं को पहले ही दूर कर लिया गया है।