आतंकवादियों के प्रतिबंध पर अमेरिका सख्त, कहा- वीटो हमें ऐक्शन लेने से नहीं रोक सकता
वाशिंगटन: अमेरिका ने मंगलवार (4 मार्च) को कहा, कि 'जो देश आतंकवादियों को प्रतिबंधित करने के मामले में वीटो का इस्तेमाल कर बाधा पहुंचा रहे हैं, वो ऐसा करके भी उसे ऐक्शन लेने से नहीं रोक सकते।' अमेरिका का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत की लगातार कोशिशों के बावजूद संयुक्त राष्ट्र (यूएन) द्वारा पाक आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में चीन लगातार अड़ंगे लगाता रहा है।
ये बातें संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निकी हेली ने संवाददाताओं से बातचीत में कही। उन्होंने कहा, जिन कुछ चीजों पर चर्चा की गई है, उनमें प्रतिबंध और लिस्ट में शामिल लोग भी हैं। निकी से यूनाइटेड नेशंस सिक्यॉरिटी काउंसिल (यूएनएससी) की प्रतिबंधित लिस्ट में आतंकवादियों को खासतौर पर साउथ एशियाई इलाके से जुड़े आतंकवादियों को शामिल करने से जुड़ी कोशिशों के बारे में पूछा गया था।
वीटो पावर का हो रहा गलत इस्तेमाल
निकी ने चीन का नाम लिए बिना इस बात का भी जिक्र किया कि किस तरह सुरक्षा परिषद के कुछ स्थाई सदस्य वीटो पावर का इस्तेमाल कर इन कोशिशों को नाकाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'अमेरिका चाहता है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि वह परिणाम की ओर बढ़ रहा है और चुपचाप नहीं बैठा है और चीजों को ऐसे ही चलते रहने नहीं दे सकता।'
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मैं सर्वश्रेष्ठ की कोशिश कर रही हूं
हेली ने कहा, 'हर बार मुझे जब भी कोई पद मिला तो लोग अनुमान लगाते, कि मुझे कोई उससे बड़ा पद चाहिये था। जबकि वास्तव में मैं भारतीय अभिभावकों की बेटी हूं। जिन्होंने मुझसे कहा है, जो भी तुम करो उसमें सर्वश्रेष्ठ काम करो और सुनिश्चित करो कि लोग तुम्हें उसके लिए याद रखें। मैं यही करने की कोशिश कर रही हूं।'
बशर अल असद को बताया युद्ध अपराधी
निकी हेली ने कहा, कि बीते साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव के बाद ट्रंप टावर में उन्हें विदेश मंत्री के पद पर चर्चा करने के लिए बुलाया गया था, ना कि उन्हें इस पद की पेशकश की गई थी। हेली ने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद को युद्ध अपराधी बताते हुए कहा था कि उन्होंने अपने देश के साथ जो किया वह घृणास्पद है। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन का लक्ष्य आईएसआईएस को हराना है।