जयपुर : विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को पुलिस उस केस में गिरफ्तार करने गई थी। जिसे वसुंधरा राजे सरकार तीन साल पहले ही वापस ले चुकी है। लेकिन सरकार से ये गलती हुई कि उसने कोर्ट से केस वापस नहीं लिया। मामले के तूल पकड़ने के बाद अब अधिकारी 2015 में जारी हुए उस आदेश को खोज रहे हैं जिसमें लिखा है कि राजस्थान सरकार ने यह केस वापस ले लिया है।
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वहीं अब इस केस की अगली सुनवाई 20 जनवरी को है यदि तब तक अधिकारी राज्य सरकार की चिट्ठी कोर्ट पहुंचा देते हैं तो ठीक, वर्ना सरकार को फिर से आदेश जारी करने होंगे।
आपको बता दें 3 अप्रैल 2002 को तोगड़िया राजस्थान के श्रीगंगानगर जाने वाले थे। लेकिन तोगड़िया के आने से पहले ही पुलिस ने कर्फ्यू और निषेधाज्ञा लागू कर दी थी। तोगड़िया ने इसके बाद भी वहां सभा की। बाद में पुलिस ने तोगड़िया सहित 17 लोगों पर मामला दर्ज किया था।
तोगड़िया से जुड़े इस मामले पर गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया कहते हैं कि पुलिस एक रुटीन के तहत वहां गई थी इससे सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन हम फिर भी इस मामले की जांच करवाएंगे।