Delhi Liquor Policy: बिना मनीष क्या करेंगे केजरीवाल?, आखिर क्या है डिप्टी सीएम के खिलाफ मामला
सड़कों पर उतरे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता, मोदी सरकार के खिलाफ कर रहे हैं विरोध-प्रदर्शन।
Delhi News: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने आठ घंटे की पूछताछ के बाद रविवार को गिरफ्तार कर लिया था। सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो मनीष सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की मांग करेगी। मनीष सिसोदिया पर दिल्ली सरकार ने 2021 में लाई गई शराब नीति बनाने और उसे लागू करने में हुई कथित अनियिमितताओं में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या सिसोदिया को जमानत मिल पाएगी? वहीं सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सोमवार को सड़कों पर उतर आए और पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। उधर, दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि इस विरोध-प्रदर्शन से निपटने के लिए अदालत परिसर के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
केजरीवाल के सबसे भरोसेमंद साथी
आम आदमी पार्टी में मनीष सिसोदिया की हैसियत नंबर दो की है। उन्हें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का सबसे भरोसेमंद साथी के रूप में देखा जाता है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिस दिल्ली माॅडल की शिक्षा नीति का प्रचार पूरे देश भर में करते हैं, उसका चेहरा मनीष सिसोदिया ही हैं। यही नहीं देश भर में आम आदमी के विस्तार की जो योजना है उसके केंद्र में भी मनीष ही देखा जाता है।
सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को आबकारी नीति 2021-22 में कथित अनियमितता के मामले में गिरफ्तार किया है। हालाँकि दिल्ली सरकार की इस आबकारी नीति को पहले ही रद्द कर दिया गया था। वहीं सीबीआई का कहना है कि मनीष पूछताछ के दौरान गोलमोल जवाब दे रहे थे। सीबीआई ने आरोप लगाया कि मनीष जाँच में सहयोग नहीं कर रहे थे। सीबीआई का दावा है कि मनीष के खिलाफ ठोस सबूत हैं।
वहीं सीबीआई के दावों को आम आदमी पार्टी ने सिरे से खारिज किया है। आप ने कहा है कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने मनीष को गंदी राजनीति के तहत फर्जी मामले में गिरफ्तारी करवाई है।
इससे पहले 17 अक्टूबर को पूछताछ की थी
इससे पहले सीबीआई ने पिछले साल 17 अक्टूबर को सिसोदिया से पूछताछ की थी। इस पूछताछ के एक महीने बाद सीबीआई ने आरोपपत्र दाखिल किया था, जिसमें मनीष सिसोदिया का नाम नहीं था। पिछले साल 17 अगस्त को सीबीआई ने मनीष और 14 अन्य के खिलाफ गृह मंत्रालय का हवाला देकर केस दर्ज किया था।
सिसोदिया के खिलाफ यह हैं आरोप
मनीष के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने लाइसेंसधारियों के पक्ष में अनुचित तरीके से आबकारी नीति में बदलाव किया था। इसके तहत लाइसेंस शुल्क या तो माफ कर दिया गया या कम कर दिया गया। सीबीआई का आरोप है कि शराब के थोक विक्रेता के लाइसेंस की मियाद बिना आधिकारिक मंजूरी के ही आगे बढ़ा दी गई थी। यह भी आरोप है कि आप के संचार और मीडिया प्रभारी रहे विजय नायर ने आप नेता के तौर पर एक ‘साउथ ग्रुप‘ से एडवांस में ‘रिश्वत‘ के तौर पर 100 करोड़ रुपए ली थी। एक न्यूज पेपर के अनुसार इस साउथ ग्रुप में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद मगुंता श्रीनिवासुलु रेड्डी, उनके बेटे राघव मगुंता, टीआरएस एमएलसी के कविता और अरबिंदो फार्मा के निदेशक पी सरथ चंद्र रेड्डी की हिस्सेदारी है।
और नौ लोगों को भी अरेस्ट किया है
सीबीआई की चार्जशीट की मानें तो थोक वितरण शराब कंपनी पेर्नोड रिकार्ड और डिआजियो से इंडो स्पिरिट्स और ब्रिंडको स्पिरिट्स के पास जाना था। आरोप है कि थोक विक्रेताओं से छह प्रतिशत राशि रिश्वत के रूप में ली गई और यह राशि विजय नायर और हैदराबाद के कारोबारी अभिषेक बोइनपल्ली के बीच आधी-आधी बाँट ली गई। इस मामले में सीबीआई केस के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की भी जाँच कर रही है और नौ लोगों को गिरफ्तार किया है।
चार्जशीट में कहा गया है कि कथित रिश्वत की रकम हवाला के जरिए 2022 में गोवा विधानसभा चुनाव में आप के चुनावी कैंपेन में लगाई गई थी। ईडी ने आरोप लगाया कि ‘साउथ ग्रुप‘ के सदस्यों का प्रतिनिधित्व सहअभियुक्त अरुण पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और चार्टर्ड अकाउंटेंट बचीबाबू गोरांटला करते थे। सीबीआई ने हाल ही में गोरांटला को भी गिरफ्तार किया था।
बिना मनीष क्या करेंगे केजरीवाल?
मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार का बड़ा चेहरा हैं उनके पास कुल 18 विभाग हैं। पिछले साल मई में केजरीवाल के एक और मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लान्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था। जैन की गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया के पास और कई विभाग आ गए थे। सिसोदिया दिल्ली का बजट पेश करने की तैयारी कर रहे थे, जो कि मार्च महीने के दूसरे हफ्ते में पेश होना था। सिसोदिया आम आदमी पार्टी की पहली सरकार से ही बजट पेश करते आ रहे हैं। केजरीवाल सिसोदिया को देश का श्रेष्ठ शिक्षा मंत्री बताते थे।
आधे से अधिक विभाग हैं सिसोदिया के पास
सिसोदिया के पास दिल्ली सरकार के कुल 33 विभागों में से 18 अहम विभागों की जिम्मेदारी थी। कहा जाता है कि मनीष ने अपने कंधे पर दिल्ली सरकार की पूरी जिम्मेदारी ली हुई थी और अरविंद केजरीवाल को देश भर में पार्टी के विस्तार के लिए बोझ से मुक्त रखा था। मनीष के अलावा कैलाश गहलोत के पास छह विभाग हैं, राज कुमार आनंद के पास चार, गोपाल राय के पास तीन और इमरान हुसैन के पास दो विभाग हैं। कहा जाता है कि मनीष सिसोदिया के कारण ही केजरीवाल ने कोई विभाग अपने पास नहीं रखा था और पार्टी के विस्तार का काम चिंतामुक्त होकर करते रहे।
दिल्ली में अच्छे स्कूल और अस्पताल की नीति के लिए भी सिसोदिया को श्रेय दिया जाता है। सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद अगर केजरीवाल सरकार पर कोई असर नहीं पड़ा तो इसके लिए भी सिसोदिया को ही श्रेय दिया जाता है। लेकिन अब जब मनीष भी गिरफ्तार हो गए हैं तब केजरीवाल क्या करेंगे?
तो केजरीवाल के लिए बड़ी राहत होगी
आम आदमी पार्टी जमानत याचिका दाखिल करने की तैयारी कर रही है। अगर मनीष को जमानत मिल जाती है तो केजरीवाल के लिए बड़ी राहत होगी। अगर सत्येंद्र जैन की तरह मनीष भी लंबे समय तक जेल में रहते हैं तो केजरीवाल को किसी विकल्प की तलाश करनी होगी.
गिरफ्तारी पर क्या कह रहे हैं लोग
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा है, ‘‘मैं हैरान हूँ कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीबीआई को बिना किसी होमवर्क के मनीष सिसोदिया से पूछताछ और कार्रवाई की अनुमति दी। कई दिनों से मनीष के पीछे सीबीआई पड़ी है, लेकिन नतीजा जीरो है।‘‘
पत्रकार रोहिणी सिंह ने लिखा है, ‘‘यह नया भारत है साहब. यहाँ आँख में आँख डालकर सिर्फ बात करने वाले विपक्षी नेताओं को माफी नहीं है। आम आदमी पार्टी ने तो एक के बाद एक तीन चुनाव हराए हैं। पहले जो ‘तोता‘ था अब ‘बाज‘ बन चुका है. साहब के एक इशारे पर शिकार उड़ा ले जाता है।‘‘
कभी आप में रहीं अंजलि दमानिया ने ट्वीट कर कहा है, ‘‘मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी भयावह और हैरान करने वाली है। महज एक ब्यूरोक्रैट के बयान पर ऐसा किया गया? सीबीआई बुरी तरह से बीजेपी के नियंत्रण में है। सीबीआई के पास क्या अदानी ग्रुप की जांच के लिए साहस है? यह अपना बाहुबल केवल विपक्षी नेताओं के खिलाफ दिखाती है। शर्मनाक.‘‘
अब अगला नंबर केजरीवाल का हैः कपिल मिश्रा
कभी केजरीवाल के साथ रहे और अब बीजेपी के फायर ब्रैंड हिन्दूवादी नेता कपिल मिश्रा ने सिसोदिया की गिफ्तारी पर खुशी जताते हुए लिखा है, ‘‘शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया भी गिरफ्तार। सिसोदिया को शराब से बर्बाद हुए परिवारों के माता-बहनों की हाय लगी है। मैं शुरू से कह रहा हूँ केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जेल जाएंगे। इनमें से दो लोग जेल जा चुके हैं और अब अगला नंबर केजरीवाल का है।
विपक्षी पार्टियों की सरकारें हैं निशाने पर
मनमोहन सिंह की सरकार में कानून मंत्री रहे कपिल सिब्बल ने 21 फरवरी को ट्वीट कर कहा था कि केंद्रीय एजेंसियां विपक्षी पार्टियों की सरकारों को टारगेट कर रही हैं। सिब्बल ने अपने ट्वीट में कहा था, ‘‘एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी). सरकार की वेलेंटाइन।