लखनऊ : लोकसभा चुनावों की आहट के बीच सूबे के दलित वोटों को अपने पाले में करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक बड़ा निर्णय लिया है। सूबे की सरकार ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जेल में बंद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण को समय से पहले से छोड़ने का निर्णय लिया है।
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आपको बता दें, रावण को बीते साल सहारनपुर में हुई जातीय हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
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राज्य सरकार की ओर से बताया गया है कि रावण की मां के प्रत्यावेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के बाद समयपूर्व रिहाई का निर्णय लिया गया है। रावण के साथ ही सोनू पुत्र नाथीराम और शिवकुमार पुत्र रामदास को भी रिहा करने का निर्णय हुआ है।
इस रिहाई के लिए सहारनपुर के डीएम को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।