वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी के नए आदर्श ग्राम नागेपुर को सच्चे मायनों में आदर्श और विवाद रहित बनाने के लिए गांव के 25 लोगों को पुलिस मित्र बनाया गया है। साथ ही इन्हें अधिकृत करने के लिए आईडी कार्ड और यूनिफार्म के तौर पर टी-शर्ट भी पुलिस द्वारा मुहैया करवाया गया है।
नो क्राइम विलेज के रूप में डेवलप करना चाहती है पुलिस
इस नई पहल से पुलिस नागेपुर गांव को नो क्राइम विलेज के तौर पर डेवलप कर उसे अन्य गांवों के लिए प्रेरणा का श्रोत बनाना चाहती है। बतादें की पीएम ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत जयापुर गांव के बाद नागेपुर गांव को गोद लिया है। लिहाजा इस गांव में तमाम योजनाओं ने रफ्तार पकड़ लिया है।
पीएम के आदर्श गांव नागेपुर में पुलिस की आदर्श पहल
पीएम के नए सांसद आदर्श गांव नागेपुर में पुलिस ने एक आदर्श पहल की शुरुआत की है। पुलिस ने इस गांव के नवयुवकों को अहम जिम्मेदारी सौंपी है। बुनियादी सुविधाओं से महरूम नागेपुर में अब सुरक्षा के चाक चौबंध इंतज़ाम किए जा रहे है। इसके लिए पुलिस ने गाँव के ही 25 नवयुवकों को पुलिस मित्र बनाया है, ताकि विवाद और गंभीर अपराध के मामलों को निबटाने में सहायता मिल सके।
क्या कहना है नवनियुक्त पुलिस मित्र अनिल कुमार का
नागेपुर गांव के नवनियुक्त पुलिस मित्र अनिल कुमार बताते है कि पुलिस की गैर मौजूदगी में ये जवान ही पुलिस के सभी फ़र्ज़ को निभाएंगे। इन जवानों को खुद गांव वालों ने चुना है और इसके लिए खासतौर पर नशा मुक्त और गांव के ज़िम्मेदार लोगों को चयनित किया गया।
क्या कहना है ग्राम प्रधान का
ग्राम प्रधान पारसनाथ राजभर ने बताया कि नागेपुर के इन नवयुवकों ने पुलिस के भरोसे और उनका साथ निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ा है। कुछ दिन पहले नागेपुर के दलित बस्ती में हुए एक गंभीर विवाद को इन जवानों ने बड़ी ही आसानी से निबटा दिया। न ही थाना पुलिस की नौबत आई और न ही पुलिस को किसी तरीके के परेशानियों का सामना करना पड़ा।
क्या कहना है एसपी ग्रामीण आशीष तिवारी का
एसपी ग्रामीण आशीष तिवारी ने बताया की नागेपुर में पिछले कुछ दिनों पहले पुलिस-जनता की चौपाल लगाई गई थी जिसका उद्देश्य था जनता और पुलिस के बीच अच्छा रिश्ता कायम करना साथ ही साथ गांव को वाद-विवाद रहित बनाना। इतना ही नहीं एसपी ग्रामीण ने ये भी कहा की नागेपुर प्रधानमंत्री का गोद लिया गाँव है इसलिए पुलिस मित्र की शुरुआत यहां से की गई है और अगर ये अभियान सफल होता है तो जल्द ही इसे दूसरे गांवों में भी लागू किया जाएगा।
ज्यादातर गांव में ही हिंसक वारदात चोरी हत्या लूट डकैती जैसे मामले सामने आते हैं और इसकी वजह भी यही होती है कि गांव हिफाज़त और सुरक्षा करने वाले सुविधाओं का न होना। ऐसे में पीएम के नए आदर्श ग्राम से शुरू की गई इस नए पहल की जितनी तारीफ की जाए कम है।