Coriander: खाने में जान फूंकने के साथ कई रोगों में कारगर सिद्ध होता है धनिया, धन समृद्धि लाने में भी होता है इसका इस्तेमाल
Coriander: धनिया कई तरह से हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ज्यादा लाभकारी और स्वास्थ वर्धक है। आयुर्वेद में धनिया का इस्तेमाल कई बीमारियों में किया जाता है। धनिया अपियासी परिवार की एक वार्षिक जड़ी-बूटी है।
Coriander: कोई भी नमकीन डिश का स्वाद बिना हरी हरि धनिया की पत्तियों के अधूरा माना जाता है। यही वजह है कि हमारे देश में धनिया का इस्तेमाल लगभग हर घर के किचन में जरूर किया जाता है। धनिया सिर्फ खाने के लुक को ही कंप्लीट नहीं करती बल्कि इसकी शानदार खुशबू से खाने का स्वाद भी दुगुना हो जाता है। वहीं टमाटर और धनिया की चटनी का तो स्वाद ही निराला है। धनिया सिर्फ पत्तियों के तौर पर ही नहीं बल्कि इसके बीजों को मसाले के तौर पर हर तरह की सब्जियों में प्रमुखता से इस्तेमाल किया जाता है।
यूं तो धनिया की तासीर ठंडी होती है। लेकिन इसका इस्तेमाल बारहों मास किया जाता है। इसके अतिरिक्त आपके स्वास्थ्य से लेकर त्वचा और बालों तक के लिए धनिया अपने कई रूप में बहुत फायदेमंद है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि धनिया कई तरह से हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ज्यादा लाभकारी और स्वास्थ वर्धक है। आयुर्वेद में धनिया का इस्तेमाल कई बीमारियों में किया जाता है। धनिया अपियासी परिवार की एक वार्षिक जड़ी-बूटी है। इसका वैज्ञानिक नाम धनियाद्रम सैटिवम है। धनिया को अंग्रेजी में Coriander कहा जाता है। अपनी खास सुगंध और स्वाद की वजह से इसकी मौजूदगी दुनिया के लगभग हर किचन तक देखी जा सकती है।
कितना स्वास्थ्यवर्धक हैं धनिया के बीज
कई तरह की सब्ज़ियाँ बनाने में इस्तेमाल होने वाला धनिया पाउडर असल में धनिया के सूखे बीजों को पीस कर बनाया जाता है। इसमें कई प्रकार के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होते हैं।अपने कई गुणों की वजह से यह आपके स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ विकल्प बन जाता है। असल में धनिया के बीजों में विटामिन-ए, विटामिन-के, विटामिन-सी, विटामिन-ई, फोलेट और पोटेशियम जैसे तत्व मौजूद होते हैं। इसमें कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम भी मौजूद होते हैं। धनिया के बीज में फाइटोन्यूट्रिएंट्स, फ्लेवोनोइड्स और फेनोलिक यौगिकों के गुण भी पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत कम होती है और संतृप्त वसा, कैलोरी भी मौजूद रहती है। धनिया के बीज में प्रचुर मात्रा में डायटरी फाइबर पाया जाता है।
धनिया के बीज के स्वास्थ्य लाभ
पाचन तंत्र में लाभकारी हैं धनिया के बीज बेहतरीन पाचन तंत्र में धनिया के बीज बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होते हैं। धनिया के बीज में बड़ी मात्रा में डोडेसेनल तत्व मौजूद होता है। यह एक ऐसा तत्त्व है जो एंटीबायोटिक की तुलना में कहीं ज्यादा ताकत से साल्मोनेला नामक जीवाणु को मारने में सहायक होता है। साल्मोनेला जीवाणु अक्सर खाने की वजह से होने वाले पेट के रोगों में सबसे बड़ी भूमिका निभाता है। साल्मोनेला के हानिकारक प्रभावों को नियंत्रित करने में धनिया के बीजों का सेवन करना लाभकारी होता है।
मजबूत हड्डियों के लिए प्रभावी
पीले रंग के छोटे छोटे से दिखने वाले धनिया के बीज में आपकी हड्डियों को मजबूती प्रदान करने की भी क्षमता होती है। इनमें कैल्शियम की बहुत अधिक मात्रा होती है। इसका सेवन हड्डियों के बेहतरीन स्वास्थ्य के लिए करना अच्छा माना जाता है। यह हड्डियों में विशेष रूप से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों को रोकता है और चोट लगने पर जल्द ही रिकवरी में मदद करता है।
मासिक धर्म को रेगुलेट करने में करता है मदद
हमारे शरीर में हार्मोन का सही स्तर और उसकी सही मात्रा जब उचित अंतराल पर स्रावित होते हैं तो शरीर के विभिन्न कार्यों और विशेष रूप से महिलाओं में मासिक धर्म को रेगुलेट करने के साथ इस दौरान होने वाली समस्याओं को कम करने में मददगार साबित होते हैं। धनिया के बीज हार्मोन्स को रक्त की धमनियों में पहुंचाने वाली अंतःस्रावी ग्रंथियों से होने वाले स्राव के उचित स्तर को बनाए रखने में सहायक होते हैं।
भूख बढ़ाने में धनिया के बीज के उपयोग
धनिया के बीज हर किसी के पाचन तंत्रिकाओं के भीतर रहने वाले गैस्ट्रोनोम को जगाने का सबसे अच्छा माध्यम है। जिससे भूख बढ़ने के साथ कब्ज आदि की समस्या से निजात मिलती है। दक्षिण-एशियाई और भारतीय धनिया के पत्तों और बीजों का अत्यधिक उपयोग करते हैं।
धनिया के बीज से नुकसान
धनिया के बीज हमारे शरीर के लिए हर तरह से फायदेमंद हैं। देखा जाए तो इसका आमतौर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। लेकिन कुछ खास तरह की बीमारियों में या इसकी जरूरत से ज्यादा ली गई मात्रा शरीर में एलर्जी पैदा कर सकती है। साथ ही इससे लालिमा और खुजली हो सकती है। हालांकि गर्भवती महिलाओं को धनिया के बीज का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। ज़्यादा धनिया पीने से पेट में जलन, उल्टी, पेट दर्द, गैस, दस्त, सूजन, चक्कर आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जिन लोगों का पहले से ही ब्लड शुगर कम है, उन्हें धनिया के पानी का सेवन नहीं करना चाहिए।
धनिया में पोटैशियम की मात्रा ज़्यादा होती है, इसलिए ज़्यादा धनिया पीने से हार्ट अटैक की संभावना भी बढ़ सकती है। जिन लोगों को लिवर की समस्या है, उन्हें धनिया का पानी नहीं पीना चाहिए। कुछ लोगों को धनिया से एलर्जी हो सकती है। एलर्जी की प्रतिक्रियाओं में अस्थमा, नाक में सूजन, पित्ती या मुंह के अंदर सूजन की समस्या हो सकती है। धनिया या इसके तेल के सीधे इस्तेमाल से कुछ लोगों को त्वचा में जलन या संवेदनशीलता की समस्या हो सकती है। धनिया रक्त शर्करा और रक्तचाप को कम कर सकता है, इसलिए सर्जरी से कम से कम दो हफ़्ते पहले धनिया का सेवन बंद कर देना चाहिए। गर्भवती या प्रसूता को धनिया के बीजों के इस्तेमाल से बचना चाहिए। धनिया का पानी वजन घटाने में सहायता करता है त्वचा की सुंदरता, सूजन-रोधी मुंहासों के उपचार में मदद करता है।
थायराइड के मरीज कैसे करें हरा धनिया का सेवन
थायराइड की समस्या से निजात पाने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में एक चम्मच हरा धनिया का पेस्ट डालकर चाय की तरह पीना चाहिए। सप्ताह भर नियमित रूप से पीने के बाद एक माह के छोड़ दें। इसके बाद फिर एक सप्ताह पी लें। ऐसा करने से थायराइड की समस्या से निजात मिलती है।
धनिया कई तरह से सौंदर्य बढ़ाने में मदद करता है
धनिया कई तरह से सौंदर्य बढ़ाने में मदद करती है। धनिया पाउडर में ऐंटी-इंफ़्लेमेटरी गुण होते हैं, इसलिए सूजन को कम करने में मदद करता है। धनिया के जूस से तनाव कम होता है और नींद अच्छी आती है। इसमें विटामिन सी, कैल्शियम, फ़ॉस्फ़ोरस, पोटैशियम, थायमिन, और कैरोटीन जैसे पोषक तत्व होते हैं। इनकी मदद से त्वचा ग्लो करती है और मुंहासे, पिगमेंटेशन जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। धनिया के बीज से स्क्रब करने से त्वचा में कसावट आती है और डेड स्किन सेल्स हटते हैं। इससे झुर्रियों और दाग-धब्बों से भी छुटकारा मिलता है। धनिया के रस को स्कैल्प पर लगाने से बालों का झड़ना रुकता है और बाल लंबे होते हैं।
सुबह खाली पेट धनिया खाने से क्या होता है?
धनिया का पानी पाचन के लिए बेहद फायदेमंद होता है। सुबह खाली पेट धनिया का पानी पीने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और पूरा दिन डाइजेशन अच्छा बना रहता है।
हरा धनिया गमले में कैसे उगाया जाता है?
गमले में धनिया बीज और पौधे दोनों तरीके से लगाया जा सकता है। अगर पौधे से लगाना है तो बाजार से जड़ वाला धनिया खरीद लें और उसे गमले में लगा दें। वहीं बीज से लगाने के लिए धनिया के बीजों को भिगोकर गमले में डाल दें। धनिया के पौधे में रोजाना दिन में एक बार पानी जरूर डालें और हर 15 दिन के अंतराल से जैविक खाद डालें। धनिया की पैदावार कहा सबसे ज्यादा कहां होती है?
धनिया की खेती
धनिया के बीज की उत्पत्ति एक बड़े विवाद का विषय है। कुछ लोग इसे एक जंगली पौधा होने का दावा करते हैं क्योंकि इसकी उपस्थिति पूरे इतिहास में बिखरी हुई है। यह दुनिया के सभी हिस्सों में बढ़ता हुआ पाया जाता है। यह रसोई के बगीचों में उगाई जाने वाली एक सामान्य जड़ी-बूटी है। यह ठंडी जलवायु में सबसे अच्छा बढ़ता है और अगर तापमान शून्य से नीचे चला जाता है तो पाला पड़ सकता है।पंजाब, हरियाणा, गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, और तेलंगाना समेत धनिया की खेती भारत के कई राज्यों में की जाती है। जिसमें राजस्थान में धनिए की खेती सबसे ज़्यादा होती है। यहां का करीब 95 फ़ीसदी धनिया कोटा संभाग में पैदा होता है। कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में धनिए का सबसे ज़्यादा उत्पादन होता है। भारत में होने वाले धनिए के कुल उत्पादन का 25 फ़ीसदी हिस्सा मध्य प्रदेश के गुना ज़िले से आता है।
धनिया के चमत्कारी टोटके :-
भारत में हिंदू परम्परा के अनुसार धनिया को शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। माना जाता है कि पूजा में धनिया चढ़ाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और धन में वृद्धि होती है।मंगलवार के दिन एक लाल रंग के कपड़े में सूखा धनिया बांधकर मंदिर में हनुमान जी के आगे चढ़ाना चाहिए। इससे मनौती पूरी होती है।धनिया को माता लक्ष्मी का प्रिय माना जाता है। धनिया को लाल कपड़े की पोटली में रखकर तिजोरी में रखने से घर की आर्थिक स्थिति मज़बूत होती है। धनतेरस पर धनिया खरीदकर मां लक्ष्मी को अर्पित करने के बाद, अगले दिन इसे धन के स्थान या तिजोरी में रखना चाहिए। इस विधि से धन समृद्धि आती है।धनतेरस के दिन साबुत धनिया खरीदकर पूजा घर में रखना चाहिए।दिवाली की रात माता लक्ष्मी के सामने साबुत धनिया रखकर पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की मूर्ति के सामने एक लाल कपड़े में धनिया और चांदी का सिक्का रखना चाहिए।
अगर आपका कहीं पर धन अटका हुआ है तो शुक्रवार के दिन एक कागज़ पर पैसे लेने वाले का नाम लिखकर उसमें सूखा धनिया रख दें। फिर उस कागज़ की पूड़िया को बहते जल में प्रवाहित कर दें। इससे आपका रुका हुआ धन जल्द ही आपको मिल जाएगा।अगर आपका धन बचता नहीं है बरक्कत रुकी हुई है। जितना पैसा आता है उतना ही खर्च होता जाता है तो हर बुधवार को हरा धनिया गाय को खिलाने से आपका काम ज़रुर बन जाएगा। ऐसा करने से ना केवल आर्थिक स्थिति मजबूत होगी बल्कि धन भी रुकेगा। साथ में तरक्की भी आएगी। थोड़ा सा सूखा धनिया पूर्व दिशा में रखकर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। इससे ना केवल कलेश दूर होगा बल्कि परिवार के सदस्यों के बीच प्यार भी बढ़ेगा। ये उपाय करने से परिवार के सदस्यों का आपसी तालमेल अच्छा रहता है।अगर आपके घर में सुख शांति नहीं है। हर वक्त कलह कलेश की स्थिति बनी रहती है तो धनिया का ये टोटका लाभकारी साबित हो सकता है।
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए शुक्रवार को मां लक्ष्मी की मूर्ति के सामने एक लाल कपड़े में धनिया डालें और उसमें एक चांदी का सिक्का रख दें। फिर मां की पूजा के साथ उस पोटली की पूजा भी करें। इसके बाद पोटली को धन के स्थान या फिर तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से घर के सदस्यों की आर्थिक उन्नती होगी और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।