Bada Mangal 2024: बड़ा मंगल पर हनुमान चालीसा पढ़ते हुए कहीं आप भी तो नहीं करते ये भूल ?

Bada Mangal 2024: तीसरा बड़ा मंगल 11 जून 2024 को है ऐसे में आपको हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए लेकिन ध्यान रखें कि आपसे कहीं ये गलती न हो जाये।

Update:2024-06-06 14:35 IST

Bada Mangal 2024 (Image Credit-Social Media)

Bada Mangal 2024: बड़ा मंगल का हिन्दू धर्म में काफी महत्त्व है ये दिन होता है जब बजरंगबली की विशेष रूप से आराधना की जाती है। 11 जून को ज्येष्ठ माह का तीसरा बड़ा मंगल है वहीँ इस साल चार बड़े मंगल पड़े थे जिनमे से अब तीसरा बड़ा मंगल आने वाला है। ऐसे में हनुमान जी की लोग विशेष रूप से पूजा भी करते हैं। जिसमे हनुमान चालीसा का भी काफी महत्त्व है। लेकिन कभी कभी इसे पढ़ते समय लोग कुछ गलती कर देते हैं। आइये जानते हैं इसे पढ़ने का सही तरीका क्या है।

हनुमान चालीसा पढ़ते समय ये गलती न करें

कहते हैं हनुमान जी की बड़ा मंगल पर पूजा अर्चना करने से उनकी विशेष कृपा साधक पर होती है और वो आपकी सभी मनोकामना भी पूरी करते हैं। बड़ा मंगल को बुढ़वा मंगल भी कहते हैं क्योंकि इस समय हनुमान जी के वृद्ध रूप की पूजा की जाती है। यही वो समय था जब पहली बार हनुमान जी श्री राम से मिले थे। और महाभारत काल में भीम का अहंकार बजरंगबली ने इस समय ख़त्म किया था। इसी वजह से बड़ा मंगल का विशेष महत्त्व है।

बड़ा मंगल पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विशेष रूप से कई भंडारे आयोजित किये जाते हैं। वहीँ कई हनुमान मंदिरो में सुन्दरकाण्ड का पाठ भी किया जाता है। लोग हनुमान चालीसा का पाठ भी करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान चालीसा का पाठ करते समय आपको कुछ नियमों का पालन करना बेहद ज़रूरी है। आइये जानते हैं क्या हैं ये नियम।

ऐसी मान्यता है कि हनुमान चालीसा का पाठ सुबह और शाम को करना बेहद फलदाई होता है ऐसे में आपको ये पाठ सुबह 12 बजे से पहले कर लेना चाहिए और शाम को 8 बजे से पहले इसका पाठ कर लेना चाहिए।

  • जब भी आप हनुमान चालीसा का पाठ करें आप इसके पहले दिया अवश्य जला लें।
  • हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले आप पूजा स्थल को साफ़ सुथरा व शुद्ध भी कर लें। किसी भी तरह की पूजा में साफ़ सफाई का विशेष महत्त्व है।
  • हनुमान चालीसा का पाठ 1,3, 5, 7, 9, 11 या 101 बार करना शुभ होता है।
  • बड़ा मंगल पर हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले बजरंगबली को गुड़, चना, बेसन या बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं इसके साथ ही तुलसी का भोग भी ज़रूर लगाएं।
  • अगर संभव हो तो लाल रंग का कपड़ा पहनकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
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