Dhirendra Shastri Ka Ghar: इस टूटे-फूटे घर में बीता धीरेंद्र शास्त्री का बचपन, आज हैं करोड़ों के मालिक
Dhirendra Krishna Shastri House: आज के समय में धीरेंद्र शास्त्री देश-दुनिया के सबसे महंगे कथावाचकों की गिनती में शुमार हैं। उनकी सभाओं में हमेशा लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है।
Dhirendra Krishna Shastri House: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। शायद ही कोई ऐसा हो, जो उनके बारे में ना जानता हो। वह बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) के पीठाधीश हैं। उन्हें बागेश्वर धाम सरकार या महाराज के नाम से भी जाना जाता है। वह सभाओं में धार्मिक कथाएं (Dhirendra Shastri Ki Katha) सुनाने के साथ ही पर्ची के जरिए लोगों के बारे में बताने के लिए मशहूर हैं। बीते कुछ समय में देश समेत दुनियाभर में उनकी लोकप्रियता काफी बढ़ी है। वह सोशल मीडिया पर अपने प्रवचनों (Dhirendra Shastri Ke Pravachan) को लेकर छाए रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिन धीरेंद्र शास्त्री की नेटवर्थ की बात आज होती है, उनका बचपन गरीबी में गुजरा है।
आज के समय में धीरेंद्र शास्त्री देश-दुनिया के सबसे महंगे कथावाचकों की गिनती में शुमार हैं। उनकी सभाओं में हमेशा लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने की वजह से उनका बचपन गरीबी में गुजरा। वह जिस घर में रहते थे, उसकी भी हालत बेहद खराब थी। जानकारी के मुताबिक, जिस मकान में वो जिस घर में रहते थे, वहां बारिश के दिनों में पानी टपकता रहता था। आज हम आपको धीरेंद्र शास्त्री का वहीं, पुराना घर दिखाने जा रहे हैं, जहां वह बचपन गुजार चुके हैं।
कहां के रहने वाले हैं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri Ke Bare Mein)
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में एक ब्राह्मण परिवार (Dhirendra Shastri Family) में हुआ था। उनका असली नाम धीरेंद्र कृष्ण गर्ग (Dhirendra Krishna Shastri Real Name) है। बागेश्वर महाराज के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। उनका बचपन गरीबी में गुजरा है। उनके घर में खाने तक का अभाव था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, धीरेंद्र शास्त्री बचपन में आसपास के गांवों में दान मांगकर, रामचरितमानस और सत्यनारायण कथा सुनाकर जीविकोपार्जन करते थे।
अब वह छतरपुर जिले स्थित बागेश्वर धाम सरकार मंदिर के मुख्य पुजारी हैं। बागेश्वर धाम गढ़ा गांव में ही है। बागेश्वर धाम मंदिर के पीठाधीश के रूप में उन्हें दुनियाभर में पहचान मिली है। साथ ही वह अपनी कथाओं के जरिए करोड़ों की संपत्ति के मालिक बन चुके हैं।
कैसा था धीरेंद्र शास्त्री का बचपन वाला घर (Dhirendra Krishna Shastri Old House Photos)
बागेश्वर धाम सरकार का बचपन उनके गांव गढ़ा में ही बीता है। यहां उनका पूरा परिवार एक कमरे के कच्चे मकान में रहा करता था। जिसकी हालत अब बेहद बेकार हो चुकी है। यह घर काफी टूट चुका है। हालांकि अब गर्ग परिवार (Dhirendra Krishna Shastri Ka Parivar) यहां नहीं रहता है। उनका गढ़ा में ही मकान बन चुका है। जबकि धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri Kaha Rehte Hain) बागेश्वर धाम स्थित एक भवन है, वहां वह रहते हैं।
धीरेंद्र शास्त्री ने अपने गांव वाले घर में करीब 16 साल बिताए थे। इस घर के ऊपर पक्की दीवार होने के बजाय केवल टीन लगा हुआ है। इस घर में बारिश के दिनों में पानी टपका करता था। बागेश्वर धाम सरकार बताते हैं कि उनके घर में बिजली भी नहीं थी। जब लोग त्योहार मनाते थे तो उनका परिवार दुखी रहता था, क्योंकि त्योहार मनाने के लिए पैसे नहीं हुआ करते थे। धीरेंद्र शास्त्री का ये घर देख उनके भक्त भी हैरत में पड़ जाते हैं।
कितनी है नेटवर्थ (Dhirendra Krishna Shastri Net Worth In Hindi)
गरीबी में बचपन गुजार चुके धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आज के समय में करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह करीब 20 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं। वह एक कथा से करीब साढ़े 3 लाख रुपये कमा लेते हैं। हालांकि अब उनकी फीस में इजाफा हो चुका है। बागेश्वर महाराज महीने में केवल 3 कथाएं करते हैं। वहीं, उनको कथा में चढ़ावे के तौर पर जो पैसे मिलते हैं, उन पैसों को वह अस्पतालों में खर्च करते हैं।