Bhagavad Gita Quotes in Hindi: श्रीमद भगवद गीता के ये प्रेरक विचार आपको जीवन में हमेशा रखेंगे सकारात्मक!
Bhagavad Gita Quotes in Hindi : श्रीमद भगवद गीता में मनुष्य के हर सवाल का जवाब मौजूद है अगर आपने इसे समझ लिया तो आपने ईश्वर को और अपने जीवन के सार को भी समझ लिया।
Bhagavad Gita Quotes in Hindi: श्रीमद भगवद गीता, भारतीय महाकाव्य महाभारत का 700 श्लोक वाला पवित्र हिंदू धर्मग्रंथ है। जो राजकुमार अर्जुन और भगवान श्री कृष्ण, जो उनके सारथी के रूप में उस समय उनका साथ दे रहे थे, के बीच की बातचीत है। यह पवित्र ग्रंथ अपनी गहन आध्यात्मिक गहराई के लिए प्रसिद्ध है और हिंदू दर्शन और भारतीय साहित्य में आधारशिला बन गया है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार इसमें वर्णित हर एक शब्द बेहद पवित्र और सत्य है। जिसने गीता को समझ लिया उसने जीवन का वास्तविक अर्थ समझ लिया। आइये इसमें वर्णित कुछ ज्ञानवर्धक कोट्स को समझते हैं और सकारात्मक ज्ञान को अपने जीवन में अपनाने का प्रयास करें।
श्रीमद भगवद गीता के प्रेरक विचार (Bhagavad Gita Quotes in Hindi)
1. कोई भी अपने कर्म से भाग नहीं सकता, कर्म का फल तो भुगतना ही पड़ता हैं। इसलिए अच्छे कर्म करो ताकि अच्छे फल मिले।
2. ज्यादा खुश होने पर और ज्यादा दुखी होने पर निर्णय नहीं लेना चाहिए। क्योंकि यह दोनों परिस्थितियां आपको सही निर्णय नहीं लेने देती हैं।
3. जो होने वाला हैं वो होकर ही रहता है, और जो नहीं होने वाला वह कभी नहीं होता, जो ऐसा मानते हैं, उन्हें चिंता कभी नहीं सताती हैं।
4. सही कर्म वह नहीं है जिसके परिणाम हमेशा सही हो बल्कि सही कर्म वह है जिसका उद्देश्य कभी भी गलत ना हो।
5. धरती पर जिस तरह मौसम में बदलाव आता हैं, उसी तरह जीवन में भी सुख- दुःख आता जाता रहता हैं।
6. मानव कल्याण ही भगवद गीता का प्रमुख उद्देश्य है, इसलिए मनुष्य को अपने कर्तव्यों का पालन करते समय, मानव कल्याण को प्राथमिकता देनी चाहिए।
7. जो व्यवहार आपको दूसरों से अपने लिए पसंद ना हो, ऐसा व्यवहार दूसरों के साथ भी ना करें।
8. हे पार्थ, तुम फल की चिंता मत करो, अपना जरुरी कर्म करते रहो, में फल जरूर दुंगा।
9. तुम्हारे साथ जो हुआ वह अच्छा हुआ, जो हो रहा है वो भी अच्छा है और जो होगा वो भी अच्छा होगा।
10. जीवन का आनंद ना तो भूतकाल में है और ना भविष्यकाल में। बल्कि जीवन तो बस वर्तमान को जीने में है।
11. मन की शांति से बढ़कर इस संसार में कोई भी संपत्ति नहीं है।
12. जो व्यक्ति मन को नियंत्रित नहीं करते, उनके लिए मन शत्रु के समान कार्य करता हैं।
13. जो लोग बुद्धि को छोड़कर भावनाओं में बह जाते हैं, उन्हें हर कोई मुर्ख बना सकता हैं।
14. कोई भी इंसान अपने जन्म से नहीं, बल्कि अपने कर्मो से महान बनता है।
15. सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना इस लोक में है ना ही कहीं और।
16. जब इंसान अपने काम में आनंद खोज लेता हैं, तब वे पूर्णता प्राप्त कर लेता हैं।
17. व्यक्ति को अपनी इन्द्रियों को वश में रखने के लिए बुद्धि और मन को नियंत्रित रखना होगा।
18. इंसान हमेशा अपने भाग्य को कोसता है यह जानते हुए भी कि भाग्य से भी ऊंचा उसका कर्म है जिसके स्वयं के हाथों में है।
19. इस दुनिया में कोई भी पूरी तरह से सही नहीं है इसलिए लोगों की अच्छाइयों को देखकर उनके साथ अच्छे रिश्ते बनाए।
20. जब हमारा मन कमजोर होता हैं, तब परिस्थितियां समस्या बन जाती हैं और जब हमारा मन कठोर होता है तब परिस्थितियां चुनौती बन जाती हैं। जब हमारा मन मजबूत होता हैं, तब परिस्थितियां अवसर बन जाती हैं।