Bhagwat Geeta Quotes: श्री कृष्ण कहते हैं अगर भगवान तुम्हें ज्यादा इंतज़ार करवा रहा है तो तैयार रहना
Bhagwat Geeta Quotes: भगवत गीता में श्री कृष्ण ने अर्जुन को जीवन के कई गूढ़ रहस्यों के बारे में बताया है। आइये इन अनमोल विचारों को समझते हैं और जीवन में आत्मसात करने का प्रयास करें।
Bhagwat Geeta Quotes: भगवत गीता में श्री कृष्ण द्वारा कई ज्ञान की बातें बताई गईं हैं। जो आज भी तर्कसंगत हैं। कुरुक्षेत्र की रणभूमि पर भगवान् कृष्ण ने अर्जुन को ज्ञान दिया जिसमे उन्होंने बताया कि मनुष्य के कर्मों का बोध उसे इसी जन्म में होता है। क्योंकि उसे उन सबका फल भुगतना ही पड़ता है। आइये एक नज़र डालते हैं भगवत गीता के श्लोक पर।
भगवत गीता कोट्स (Bhagwat Geeta Quotes)
जिससे किसी को कष्ट नहीं पहुँचता तथा जो अन्य किसी के द्वारा विचलित नहीं होता,
जो सुख-दुख में भय तथा चिन्ता में समभाव रहता है, वह मुझे अत्यन्त प्रिय है।
क्रोध से मनुष्य की मति मारी जाती है यानी मूढ़ हो जाती है जिससे स्मृति भ्रमित हो जाती है।
स्मृति-भ्रम हो जाने से मनुष्य की बुद्धि नष्ट हो जाती है और बुद्धि का नाश हो जाने पर मनुष्य खुद का अपना ही नाश कर बैठता है।
जो मनुष्य सुख और दुख में विचलित नहीं होता है,
दोनों में समभाव रखता है वह मनुष्य निश्चित रूप से मुक्ति के योग्य हैं।
आत्मा को न शस्त्र काट सकते हैं,
न आग उसे जला सकती है,
न पानी उसे भिगो सकता है,
न हवा उसे सुखा सकती है।
ध्यान का अर्थ है भीतर से मुस्कुराना
और सेवा का अर्थ है इस मुस्कुराहट को औरों तक पँहुचाना।
हृदय से जो दिया जा सकता है वो हाथ से नहीं
और मौन से जो कहा जा सकता है वो शब्द से नहीं।
समय और भाग्य दोनों परिवर्तनशील है
इनपर कभी अहंकार नही करना चाहिए।
सुकून संसार की सबसे महँगी वस्तू है,
जो केवल आपको प्रभु की भक्ति से ही मिलेगी ।
मनुष्य की मानवता उसी समय नस्ट हो जाती है,
जब उसे दूसरों के दुख में हसीं आने लगती।
अगर भगवान तुम्हें ज्यादा इंतज़ार करवा रहा है तो तैयार रहना,
वो उससे कही ज्यादा देने वाले हैं जितना तुमने मांगा था।
मन को प्रभु के साथ जोड़ दो जहाँ प्रभु जाएं,
वहाँ मन जाए और जहाँ मन जाए वहाँ प्रभु साथ रहें ।
मुश्किलें केवल बेहतरीन लोगों के हिस्से में आती है,
क्योंकि वही लोग उसे बेहतरीन तरीके से अंजाम देने की ताकत रखते हैं।
अगर परमात्मा तुम्हें कष्ट के पास ले आया है,
तो अवश्य ही वो तुम्हें कष्ट के पार भी ले जाएगा।
जो भी हुआ अच्छा हुआ जो हो रहा है अच्छा हो रहा है,
जो भी होगा अच्छा होगा, भविष्य के बारे में चिंता मत करो। वर्तमान में जियो ।
निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को न छोड़े क्योंकि,
लक्ष्य मिलते ही निंदा करने वालों की राय बदल जाती है।
जो सरलता से मिलता रहे उसका महत्व नही रह जाता,
अक्सर खो देने के बाद समय, व्यक्ति और संबंध के मूल्य का आभास होता है।
चिंता मत करो क्योंकि जिसने तुम्हें इस संसार में भेजा है उसे तुम्हारी ज्यादा चिंता है।
किसी और का काम पूर्णता से करने से कहीं अच्छा है,
कि अपना काम करें भले ही उसे अपूर्णता से करना पड़े।
उस दिन हमारी सारी परेशानियाँ ख़त्म हो जायेगी,
जिस दिन हमें यकीन हो जाएगा की हमारा सारा काम ईश्वर की मर्जी से होता है।
ज्यादा खुश होने पर और ज्यादा दुखी होने पर निर्णय नहीं लेना चाहिए,
क्योंकि यह दोनों परिस्थितियां आपको सही निर्णय नहीं लेने देती हैं।