Bhagwat Geeta Quotes: श्री कृष्ण कहते हैं योग स्वयं की, स्वयं के माध्यम से, स्वयं तक की यात्रा है
Bhagwat Geeta Quotes: भगवत गीता में श्री कृष्ण ने अपने ज्ञान से सम्पूर्ण मानव जाति को जीवन की सच्चाई और उसे जीने का ढंग सिखाने का प्रयास किया है।
Report : Shweta Srivastava
Update:2024-08-08 08:29 IST
Bhagwat Geeta Quotes: भगवत गीता में श्री कृष्ण ने अर्जुन को जीवन के सत्य से परिचित करवाया साथ ही ये भी कहा कि कैसे जीवन की परेशानियों का व्यक्ति को सामना करना चाहिए। आज हम आपके लिए गीता के ज्ञान और महत्वपूर्ण बातों का सार लेकर आये हैं। जिन्हे जानना और समझना प्रत्येक मनुष्य के जीवन में सकारातमक बदलाव बदलाव लेकर आता है। आइये विस्तार से समझने का प्रयास करते हैं कि भगवान् श्री कृष्ण ने गीता में क्या कहा था।
भगवत गीता कोट्स (Bhagwat Geeta Quotes)
- "एक व्यक्ति तब और भी उन्नत माना जाता है जब वह ईमानदार शुभचिंतकों, स्नेही उपकारकों, तटस्थ, मध्यस्थों, ईर्ष्यालु, मित्रों और शत्रुओं, पुण्यात्माओं और पापियों सभी को समान भाव से देखता है।"
- "जिनका मन समता और समता में स्थित है, उन्होंने जन्म और मृत्यु की परिस्थितियों पर पहले ही विजय प्राप्त कर ली है।"
- "जो योगी भीतर से प्रसन्न है, जो भीतर से आनंदित है, और जो भीतर से प्रकाशित है, वह ब्रह्म में पूर्णतः मुक्त हो जाता है और परम शाश्वत आनंद को प्राप्त करता है।"
- "जब कोई व्यक्ति किसी चीज़ के प्रति पूर्ण आस्था के साथ समर्पित होता है, तो मैं उसमें उसकी आस्था को एकीकृत करता हूँ। फिर, जब उसकी आस्था पूरी तरह से एकीकृत हो जाती है, तो वह अपनी भक्ति की वस्तु प्राप्त कर लेता है।"
- "जो लोग क्रोध और सभी भौतिक इच्छाओं से मुक्त हैं, जो आत्म-साक्षात्कार प्राप्त कर चुके हैं, आत्म-अनुशासित हैं और पूर्णता के लिए निरंतर प्रयास करते रहते हैं, उन्हें निकट भविष्य में परम मोक्ष की प्राप्ति सुनिश्चित है।"
- “ज्ञान परम शुद्धि है।”
- "अज्ञानी लोग आध्यात्मिक ज्ञान और भक्ति में अंतर करते हैं, लेकिन बुद्धिमान लोग भक्ति और ज्ञान को एक ही मानते हैं।"
- "योग स्वयं की, स्वयं के माध्यम से, स्वयं तक की यात्रा है।"
- "जैसे अग्नि की गर्मी लकड़ी को राख कर देती है, वैसे ही ज्ञान की अग्नि सभी कर्मों को जलाकर राख कर देती है।"