Breast Cancer and Milk: डेयरी के दूध के सेवन से हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर, जानें लक्षण और बचाव
Breast Cancer and Milk: एक शोध में यह बात सामने आयी है कि डेयरी के दूध के सेवन से महिलाओं को स्तन कैंसर होने का खतरा 80 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।
Breast Cancer and Milk: आजकल की ख़राब और अनियमित जीवनशैली के कारण महिलाओं में स्तन कैंसर की समस्या बहुत तेज़ी से बढ़ रहीं हैं। बता दें कि शरीर में स्तान कैंसर की शुरुआत स्त न में कोशिकाओं के ज़रूरत से ज्याददा बढ़ने के कारण होती है। इतना ही नहीं स्तन कैंसर की कोशिकाएं एक ट्यूमर भी बनाती हैं जिसे एक्स-रे पर देखा जा सकता है, या आप गांठ के रूप में भी इसे महसूस कर सकते हैं। स्तन कैंसर होने के कुछ सामान्य कारण होते हैं , जिनमें कुछ प्रमुख हैं..
- बच्चे पैदा नहीं करना
- अत्यधिक उम्र में पहला बच्चा पैदा होना
- स्तनपान नहीं कराना
- वजन में अत्यधिक वृद्धि होना
- शराब का अधिक सेवन करना
- ख़राब और अनियंत्रित जीवनशैली
- अनुवांशिक रूप से कैंसर की फैमिली हिस्ट्री
इन सब के अलावा एक शोध में यह बात भी सामने आयी है कि डेयरी के दूध के सेवन से भी महिलाओं को स्तन कैंसर होने का खतरा 80 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। इतना ही नहीं शोधकर्ताओं के मुताबिक डेयरी के दूध को कम मात्रा में लेने से भी महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि, अभी इस बात की पूरी तरह से पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन फिर भी रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि प्रतिदिन 1/4 से 1/3 कप डेयरी दूध का सेवन ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है।हालाँकि यह दूध के सेवन पर भी निर्भर करता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार रोज़ाना एक कप दूध पीने से संबंधित जोखिम 50 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। वहीं, प्रतिदिन दो से तीन कप दूध पीने वालों के लिए जोखिम बढ़कर 70 से 80 प्रतिशत तक हो जाता है। बता दें कि स्टडी के दौरान महिलाओं के आहार , उनके जनसांख्यिकी, ब्रेस्ट कैंसर का पारिवारिक इतिहास, शारीरिक गतिविधियां, शराब की खपत, हार्मोनल और अन्य दवाओं का इस्तेमाल, प्रजनन और स्त्री रोग संबंधी बातों का पूरा ध्यान रखा गया।
शोधकर्ताओं के मुताबिक फैट और कम या नॉनफैट दूध का सेवन करने से भी रिजल्ट में थोड़ी भिन्नता हो सकती है। लेकिन डेयरी फूड और इसमें भी खासतौर पर दूध सबसे ज्यादा खतरनाक साबित होते हैं। गौरतलब है कि सोया दूध को इसके विकल्प के रूप में इस्तेमाल कर खतरा कम किया जा सकता है। मतलब अगर डेयरी दूध की बजाए आप इसके विकल्पों का प्रयोग करे तो ये सेहत के लिए ज्यादा बेहतर साबित हो सकते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
- स्तन के आकार में बदलाव महसूस होना
- स्तन या बांह के नीचे की ओर टच करने पर गांठ महसूस होना
- स्तन को दबाने पर दर्द होना
- स्तन से कोई तरल या चिपचिपा पदार्थ निकलना
- निप्पल के आगे के भाग का मुड़ जाना और रंग बदल कर लाल हो जाना
- स्तनों में सूजन आ जाना इत्यादि। ये सब कुछ स्तन कैंसर होने के संकेत देने वाले लक्षण होते हैं। जिन्हें इग्नोर करना जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना हो सकता है।
स्तन कैंसर से बचने के उपाय
- हमेशा खुद को सूरज की तेज़ किरणों के प्रभाव से बचा कर रखें।
- अत्यधिक नमक से बचें।
- रेड मीट खाने से बचें।
- सिगरेट और नशीले पदार्थों का सेवन ना करें।
- गर्भनिरोधक गोलियों का लगातार सेवन करने से बचें।
- नियमित तौर पर योगा और व्यायाम करें। इत्यादि बातों को अपने जीवन में शामिल करके आप स्तन कैंसर की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।