सावधान ! दर्द न होने वाली गांठ हो सकती है कैंसर
अगर आपके स्तन में कोई गांठ है जिसमें दर्द नहीं है तो सतर्क हो जाइए।इसकी अनदेखी करने के जानलेवा परिणाम हो सकते हैं। यह स्तन कैंसर की एडवांस स्टेज हो सकती है। स्तन कैंसर के बारे में अहम जानकारी देते हुए केजीएमयू के सीनियर ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ समीर गुप्ता बताते हैं कि अक्सर लोगों में यह गलतफहमी होती है कि कैंसर की गांठ में दर्द होता है।
स्वाति प्रकाश
लखनऊ :अगर आपके स्तन में कोई गांठ है जिसमें दर्द नहीं है तो सतर्क हो जाइए।इसकी अनदेखी करने के जानलेवा परिणाम हो सकते हैं। यह स्तन कैंसर की एडवांस स्टेज हो सकती है। स्तन कैंसर के बारे में अहम जानकारी देते हुए केजीएमयू के सीनियर ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ समीर गुप्ता बताते हैं कि अक्सर लोगों में यह गलतफहमी होती है कि कैंसर की गांठ में दर्द होता है। जबकि असल में स्तन में होने वाली कैंसर की गांठ में दर्द नहीं होता। इसलिए अगर आपके स्तन में हुई गांठ में दर्द न हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें क्योंकि यह स्तन कैंसर की सबसे बड़ी पहचान है।
यह भी पढ़ें ......यह हैं ब्रेस्ट कैंसर के मुख्य कारण, बचाव और इलाज की तकनीकें
भारत में अधिकांश महिलाएं किसी न किसी प्रकार के कैंसर से ग्रस्त हैं। इनमें 70 फीसदी महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का पता गम्भीर अवस्था में चलता है। महिलाएं सही समय पर लक्षणों को पहचानकर कैंसर के खतरे को कम कर सकती हैं। अगर महिलाएं अपने शरीर में होने वाले परिवर्तनों को पहचानें और डॉक्टर को सूचित करें। इससे उन्हें कैंसर जैसे गम्भीर रोग के इलाज में मदद मिलेगी।
यह भी पढ़ें ......स्तन कैंसर से बचने के लिए जागरूक और सावधान रहना जरूरी
डॉ गुप्ता के मुताबिक उनकी ओपीडी में आने वाले अधिकतर मरीज़ कैंसर के एडवांस स्टेज में आते हैं। जिस कारण उन्हें कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी देनी पड़ती है। 3 सेंटीमीटर की एक गांठ जो केवल सर्जरी से ठीक हो सकती है, वह उनकी ओपीडी पहुंचने तक 7 सेंटीमीटर की हो चुकी होती है। इस वजह से कीमो और रेडियोथेरेपी के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचता। इसलिए यह ज़रूरी है कि महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और अपने शरीर में होने वाले हर छोटे बड़े बदलाव के बारे में डॉक्टर से सलाह लें। इससे वक्त रहते ही कैंसर को जड़ से खत्म किया जा सकेगा।
यह भी पढ़ें ......अब न करें चिंता, इस तरह चुनें सबसे बेहतर कैंसर बीमा प्लान
ब्रेस्ट कैंसर का कोई प्रमुख कारण नहीं होने के कारण इससे केवल बचाव किया जा सकता है। अन्य कारणों में अधिक उम्र में गर्भधारण, पीरियड्स का जल्दी शुरू होना और स्तनपान न कराना शामिल हैं। अधिकतर मामलों में यह जेनेटिक कारणों से ही होता है। अगर आपके स्तनों में बिना दर्द की गांठ हो तो तुरंत डॉक्टर से मिले।