Delhi Coaching Centre Deaths: सच क्या है दिल्ली कोचिंग सेंटर का, तीन छात्रों की मौत पर क्यों चुप हैं दिग्गज टीचर ?

Delhi Coaching Centre Deaths Update: दिल्ली की Rau's IAS कोचिंग के बेसमेंट में डूबकर 3 छात्रों की मौत हो गयी लेकिन आखिर इसके पीछे कौन ज़िम्मेदार है और क्यों चुप हैं खान सर, ओझा सर और डॉ विकास दिव्याकृति सर?

Written By :  Shweta Srivastava
Update:2024-07-30 10:34 IST

Delhi Coaching Accident (Image Credit-Social Media)

Delhi Coaching Centre Deaths Update: छोटे से गांव से आये तीन छात्रों की देश की राजधानी दिल्ली मं एक कोचिंग सेंटर में दर्दनाक मौत हो गयी। ये तीनों आईएएस अधिकारी बनने का सपना संजोये आये थे लेकिन इन्होने सपने में भी नहीं सोचा था कि इनका ये सपना सपना ही रह जायेगा और इसके माता-पिता की आंखें इन्हे देखने को भी तरस जायेंगीं। दरअसल पूर्वी दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में बेसमेंट में गंदा पानी आ गया जिससे इन तीन युवा सिविल सेवा अभ्यर्थियों की जान ले ली। कुछ छात्र जहाँ अपनी जान बचाकर वहां से निकल गए वहीँ इन तीनों के शव काफी देर बाद निकला गया। लेकिन अब सवाल है कि आखिर क्यों टीचिंग की दुनिया के दिग्गज डॉ विकास दिव्याकृति, खान सर और अवध प्रताप ओझा इस बारे में चुप क्यों हैं? वहीँ कोचिंग सेंटर चलाने वालों की क्या इसको लेकर कोई ज़िम्मेदारी नहीं? ऐसे ही कई सवाल हैं जिनका जवाब देश के हर उस बच्चे और उनके माता पिता को चाहिए जो कुछ बनना चाहते हैं या अपने बच्चों को एक अच्छे ओहदे पर देखना चाहते हैं।

क्या कोचिंग सेंटर चलने वालों की बच्चों को लेकर कोई ज़िम्मेदारी नहीं?

Delhi Coaching Accident (Image Credit-Social Media)

पानी का भर जाना और निकासी की सही व्यवस्था का न होना इसके लिए दिल्ली की सरकार जितनी ज़िम्मेदार है उतना ही कोचिंग सेंटर और शिक्षा के नाम पर मोटी फीस लेने वाले लोग भी ज़िम्मेदार हैं। इस समय एक दूसरे पर उंगली उठाने से बेहतर है कि ये देखा जाये कि इस तरह के मामलो को कैसे रोका जाये। जहाँ सरकार अपनी ज़िम्मेदारी को समझे वहीँ कोचिंग सेंटर चलाने वाले लोगों की भी ये जवाबदेही है कि वो बच्चों की सुरक्षा और उनके रहन सहन का भी ख्याल रखें। अगर बेसमेंट में जल भराव हो जाता था तो बच्चों को वहां से पहले ही हटा देना चाहिए था। अगर कोचिंग सेंटर में टूटी हुई नाली थी तो मरम्मत के लिए किस चीज़ का इंतज़ार किया जा रहा था? इतने बड़े हादसे के बाद क्या और कोचिंग सेंटर वालों ने कोई सबक लिया भी या नहीं? ये कई सवाल हैं जिनका जवाब आज हर कोई पूछ रहा है।

क्यों चुप हैं टीचिंग सेक्टर के दिग्गज?

Delhi Coaching Accident (Image Credit-Social Media)

गांवों और छोटे शहरों से आये तीन छात्र श्रेया यादव (25), तान्या सोनी, और नवीन डेल्विन (28) जब दिल्ली आये तो कई सपनों को लेकर आये थे। लेकिन कौन जनता था कि वो जिस सपने को अपनी आँखों में सजाकर आये थे वो अब कभी पूरे नहीं होंगें। दरअसल बीते शनिवार को दिल्ली से ऐसी खबर आई जिसने हर किसी के होश उड़ा दिए। यूपीएससी के कई छात्र कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में फंस गए जिसे सेण्टर वालों ने लाइब्रेरी बना दिया था। इसमें तीन छात्रों की जान चली गयी। तेज़ बारिश के चलते कोचिंग के अंदर पानी भर गया और टूटी नाली ने जलभराव को और बढ़ा दिया। वहीँ हर कोई इसके लिए एक दूसरे को ज़िम्मेदार ठहरा रहा है। जहाँ स्थानीय लोग इस त्रासदी के लिए इलाके में खराब जल निकासी व्यवस्था को जिम्मेदार मानते हैं। वहीँ अपने इंटेलक्चुअल बातों से सभी को मंत्रमुग्ध करने वाले इंफ्लुंसर्स और टीचर्स इसको लेकर चुप क्यों हैं? देश के महान टीचर्स जो अपनी बातों से युवाओं को बेहद प्रभावित करते आये हैं उन्होंने इस हादसे पर कोई भी प्रतिक्रिया आखिर क्यों नहीं दी? आखिर डॉ विकास दिव्याकृति, खान सर और अवध प्रताप ओझा जैसे दिग्गज इसके लिए किसको ज़िम्मेदार मानते हैं?

क्या बच्चों का प्रदर्शन जायज़?

Delhi Coaching Accident (Image Credit-Social Media)

 दिल्ली में तीन बच्चों की कोचिंग सेंटर में मौत, वजह बेसमेंट में पानी का भर जाना। इससे खौफनाक क्या हो सकता है। दरअसल दिल्ली की Rau's IAS कोचिंग के बेसमेंट में डूबकर 3 छात्रों की मौत हो गयी। वहीँ इसको लेकर कई छात्रों ने इन्साफ के लिए LG के सामने नारेबाजी भी की। वहीँ प्रशासन भी अब काफी एक्टिव मोड में है जिसके चलते जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके बाद असिस्टेंड इंजीनियर को भी हटा दिया गया है। इतना ही नहीं अतिक्रमण वाले हिस्से को बुलडोज़र से हटा दिया गया है। वहीँ उस SUV को भी ज़ब्त कर लिया गया है जिसके गुजरने की वजह से कोचिंग सेंटर का गेट टूट गया था। वहीँ हादसे का जायज़ा लेने एलजी विनय कुमार सक्सेना मौके पर पहुंचे जिनके आते ही छात्रों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। उन्होंने कई सवाल पूछे कि आखिर हादसे के बाद ही क्यों एक्शन लिया जाता है। क्या सरकार को अब अतिक्रमण नज़र आ रहा है? आपको क्या लगता है क्या बच्चों का ये प्रदर्शन जायज़ है? छात्र लगातार दिल्ली की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं अब बीजेपी भी आम आदमी पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है।

आपको बता दें अब तक आईटी मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है जिसमे कोचिंग सेंटर का मालिक, कोऑर्डिनेटर और SUV का ड्राइवर भी शामिल हैं।

बच्चों के रहन सहन और खान पान का भी ख्याल क्या कोचिंग सेंटर्स का नहीं होना चाहिए ?

Delhi Coaching Accident (Image Credit-Social Media)

जो छात्र घर से दूर दिल्ली जैसे महानगरों में पढ़ने जाते हैं उन्हें कोचिंग सेंटर में कैसी सुविधाएं मिल रहीं आस पास खाने पीने, रहने आदि की क्या व्यवस्था है इसके लिए कोचिंग सेंटर मालिकों को भी ध्यान देने की ज़रूरत है। साथ ही माता-पिता भी जब ऐसी जगहों पर अपने बच्चों का एडमिशन करवाने जाएं तो उससे पहले थोड़ी बहुत पड़ताल भी कर लें। यूँ तो हादसे टालना हमारे बस में नहीं हैं लेकिन सावधानी बरतना और उचित जाँच पड़ताल करना कुछ हादसों को ताल भी सकता है और इन बच्चों को इस तरह के हादसों का शिकार नहीं होना पड़ेगा।

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