Festive Season: त्योहारी सीजन में आप भी करते हैं फिजूलखर्ची, तो इन तरीकों को अपनाकर बचा सकते हैं पैसे 

Festive Season: आज हम आपको कुछ ऐसे आसान टिप्स देंगे, जिन्हें अपनाकर इस फिजूलखर्ची पर नियंत्रण कर सकते हैं। तो आइए जानते है कि फिजूलखर्च से कैसे बचे ?

Written By :  aman
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-10-20 08:54 GMT

त्योहारी सीजन की खरीदारी (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया) 

Festive Season: त्योहारी मौसम चल रहा है। दशहरा खत्म होने के बाद अब लोगों की नजर धनतेरस, दिवाली और भाई दूज के लिए खरीदारी शुरू कर दी है। बाजार में आजकल हर तरफ आकर्षक सेल (festive season sale) और ऑफर (festive season offers) उपलब्ध हैं। इस फेस्टिव सीजन में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए भी आप तक आकर्षक ऑफर की जानकारी पहुंच रही होगी। साथ ही, कंपनियों के स्टोर्स में भी कई तरह के ऑफर्स, डील्स और सेल दिख रहे होंगे।

ऐसे में लोग अक्सर जमकर खरीदारी करने लगते हैं। ऑफर्स, डील्स और डिस्काउंट के चक्कर में ऐसा फंसते हैं कि बजट से ज्यादा खर्च कर देते हैं। कई बार कुछ चीजें तो ऐसी खरीद ली जाती हैं, जिनकी उस वक्त कोई जरूरत नहीं होती। चूंकि, सेल में सस्ती मिल रही होती है, तो भविष्य का सोचकर बेमतलब के सामान भी हम घर उठाकर ले आते हैं। ऐसे फिजूलखर्ची से हम हर बार बचने की कोशिश जरूर करते हैं। लेकिन संभव नहीं हो पाता। तो आज हम आपको कुछ ऐसे आसान टिप्स देंगे, जिन्हें अपनाकर इस फिजूलखर्ची पर नियंत्रण कर सकते हैं। तो आइए जानते है कि फिजूलखर्च से कैसे बचे (fijul kharch se kaise bache)?

टिप्स की सांकेतिक तस्वीर (फोटो- सोशल मीडिया)

पहले बजट तय करें, फिर उससे समझौता नहीं करें 

फेस्टिव सीजन के दौरान बाजार में एक से एक आकर्षक सेल और ऑफर मौजूद हैं। अक्सर इन्हीं के चक्कर में आकर ग्राहक ज्यादा खर्च कर जाते हैं। ग्राहकों का कहना होता है कि इस दौरान वो अपनी फाइनेंशियल हेल्थ को जोखिम में डालना नहीं चाहते हैं, बावजूद खतरे में पड़ ही जाते हैं। तो हम आपको बताते कि सबसे पहले आप इस बात को सुनिश्चित करें कि इस त्योहारी सीजन में आपको बजट क्या रखना है। एक बजट तय करने के बाद आप उस पर टिके रहें। हालांकि, यह थोड़ा मुश्किल होता है। आप पहले ही तय करें कि आपको कपड़े, गिफ्ट, पार्टियां और सजावट आदि जैसी विभिन्न श्रेणियों पर कितनी राशि खर्च करनी है। उस खर्च का अनुमान आप पहले ही लगाकर और उसी अनुसार खर्च कर पैसे की बचत कर सकते हैं। 

खर्च करें, लेकिन स्मार्टनेस के साथ 

त्योहारों के लिए खरीदारी से पहले कुछ आर्थिक रणनीति आपको बड़े खर्च से बचा सकती है। रणनीति और बजट के लिए बनाई गई योजनाओं के जरिए त्योहार में खर्च करना आसान हो जाता है। एक बार जब आप सभी खर्चों का आंकलन कर लेते हैं तो अनावश्यक खर्चों की पहचान खुद ब खुद हो जाती है। आपको चाहिए की खरीदारी से पहले सामान पर मिलने वाली छूट और डील्स की तुलना करें, अगर आपके लिए फायदेमंद लगे तभी आगे बढ़ें। ऐसा कर आप स्मार्ट खरीददार बन सकते हैं। जैसे- सजावट की वस्तुओं को किराए पर लेने या उनका दोबारा इस्तेमाल करने पर विचार किया जा सकता है। उपहार, आपके अपनों को लेकर प्यार को दिखाता है। आप उनके लिए इसलिए गिफ्ट खरीदते हैं क्योंकि आपको उनकी परवाह है। लेकिन हमें ध्यान रखना चाहिए कि गिफ्ट देने की हमारी भावना अधिक मायने रखती है, न कि यह कि गिफ्ट कितना महंगा है। 

नोट (फोटो- सोशल मीडिया)

रिटेलर्स के लुभावने तरीकों से बचें 

हम सब एक हैं। ग्राहकों को अधिक खर्च के लिए प्रेरित करने को रिटेलर्स के पास कई तरीके या 'ट्रिक' होते हैं। लॉयल्टी कार्ड, कैशबैक के मौके, लुभावनी कीमतें, सेल, डील्स और छूट। ये सब कुछ ऐसे प्रोत्साहन करने वाले कारक हैं जो आपको उन चीजों पर खर्च करने के लिए प्रेरित करते हैं, जिनकी आपको जरूरत भी नहीं है। इसलिए आपको बाजार की इन तरकीबों से सावधान रहने की जरूरत है। इसके लिए आपको कुछ सख्त फैसले लेने होंगे जैसे- ऑनलाइन शॉपिंग नोटिफिकेशन को बंद करना, मार्केटिंग मेलर्स से अनसब्सक्राइब करना आदि। ये कुछ ऐसे तरीके हैं जिनकी मदद से आप रिटेलर्स के लुभावने तरीकों से बच सकते हैं। एक और हरकत हम सब करते हैं, वो है किसी भी सामान को बाद में खरीदने के लिए अपनी 'विश लिस्ट' या 'शॉपिंग कार्ट' में आइटम रखना। आपको अगर स्मार्ट ग्राहक बनना है तो इस तरीके से बचना होगा। खरीदारी से पहले विचार करने के लिए कुछ समय निकालें कि क्या आपको वास्तव में उस चीज की जरूरत है। 

बेमतलब खर्च से अच्छा निवेश की प्रवृत्ति बढ़ाएं 

त्योहारी मौसम में खरीदारी करने से पहले अपने पैसे के एक हिस्सा को बचत में डालना या निवेश के लिए सुनिश्चित करना चाहिए। मान लीजिए, अगर आपको 'फेस्टिव बोनस' मिला है, तो उसे पूरा खर्च करने की बजाय उसका कुछ हिस्सा बचत करें। आप अच्छे वित्तीय भविष्य के लिए सामान, गिफ्ट पर बेमतलब खरीद से ज्यादा निवेश या बचत के तरीकों पर ध्यान देना चाहिए। जैसे- अपने जीवनसाथी या बच्चों के लिए म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश कर सकते हैं। साथ ही उसके लिए एक लक्ष्य जरूर रखें। लक्ष्य बच्चों के लिए उच्च शिक्षा या जीवनसाथी की वित्तीय सुरक्षा में से कुछ भी हो सकता है। क्योंकि, बाजार के विशेषज्ञ भी कहते हैं कि जब आप एक लक्ष्य के साथ निवेश करते हैं, तो अधिक संभावना रहती है कि आप उसे हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। जब आप इस तरह के निवेश में पैसे लगाने लगेंगे तो धीरे-धीरे बेमतलब खर्च और अधिक व्यय करने के प्रलोभन आदि में नहीं पड़ेंगे।

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