Vishwahari Baba Networth: हाथरस कांड वाले विश्व हरि बाबा का पूरा सच, करोड़ों की सम्पति के हैं मालिक

Vishwahari Baba Networth : हाथरस के हादसे के बाद से विश्व हरि बाबा फरार हैं वहीँ उनका साम्राज्य कई शहरों में फैला हुआ है आइये जानते हैं कितनी सम्पति के मालिक हैं बाबा।

Update:2024-07-06 13:49 IST

Hathras Stampede Case (Image Credit-Social Media)

Hathras Stampede Case:  हाथरस में हुए हादसे के बाद से ही विश्व हरि बाबा जिनका असली नाम सूरजपाल सिंह है, उनको लेकर कई सारी बातें सामने आ रहीं हैं। बताया जा रहा है कि बाबा के कोई संतान नहीं होने की वजह से उन्होंने अपनी पूरी सम्पति नारायण विश्व हरि ट्रस्ट के नाम कर दी थी। बाबा अपने भक्तों से एक पैसा नहीं लेते थे फिर कैसे बने वो करोड़ों के मालिक आइये विस्तार से जानते हैं।

बिना भक्तों से पैसा लिए कैसे करोड़ों की सम्पति के मालिक बने विश्व हरि बाबा (Vishwahari Baba Networth)

विश्व हरि बाबा के कोई संतान नहीं थी इस वजह से उन्होंने 24 मई 2023 को अपनी पूरी सम्पति नारायण विश्व हरि ट्रस्ट के नाम कर दी थी। लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि बाबा अपने भक्तों से जहाँ एक पैसा भी नहीं लेते थे तो कैसे उनका साम्राज्य शहर-शहर में है। आपको बता दें कि बाबा अपने भक्तों के बीच कई नामों से जाने जाते हैं जिसमे नारायण साकार हरि, विश्व हरि, भोले बाबा ये सभी नाम शामिल हैं लेकिन उनका असली नाम सूरजपाल सिंह जाटव है।

Hathras Stampede Case (Image Credit-Social Media)

विश्व हरि बाबा अन्य सभी बाबाओं से काफी अलग हैं उनको देखकर आपको बिलकुल भी नहीं लगेगा कि वो कोई बाबा हैं। उनका यही अंदाज़ उन्हें काफी अलग दिखता है। कई शहरों में उनके हज़ारों भक्त भी मौजूद हैं। साथ ही आपको बता दें की बाबा की उम्र करीब 58 साल बताई जा रही है। वहीँ धीरे धीरे बाबा से जुड़े कई राज़ से पर्दा हट रहा है। दरअसल हाथरस हादसे में एफआईआर तो दर्ज हो गयी है लेकिन इसमें बाबा का नाम नहीं है। इसके बावजूद बाबा फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।

Hathras Stampede Case (Image Credit-Social Media)

बाबा का साम्राज्य देश के कई राज्यों तक फैला हुआ है जिसमे उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के अलावा देश के दूसरे हिस्सों में भी मौजूद हैं। उनके भक्त कई राज्यों से बाबा का आशीर्वाद पाने के लिए पहुंचते थे। यूँ तो बाबा या सूरजपाल सिंह जाटव एटा जिले से अलग हुए कासगंज के पटियाली के बहादुरनगर गांव के रहने वाले हैं लेकिन ये अपने गांव बहुत कम ही जाते हैं। लेकिन उनके गांव में भक्तों की भीड़ रोज़ाना पहुँचती है साथ ही यहाँ भी बाबा का काफी बड़ा साम्राज्य है।

बाबा चैरिटेबल ट्रस्ट 

बहादुरनगर में बाबा चैरिटेबल ट्रस्ट भी है जहाँ 20 से 25 बीघा ज़मीन बाबा के नाम है साथ ही यहाँ सैकड़ों लोग काम करते हैं इसमें महिला सेवादारों की संख्या काफी ज़्यादा है। फिलहाल इस ज़मीन पर खेती होती है और यहाँ आने वाले लोगों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो इसके लिए लोग यहाँ काम करते हैं। बाबा के कई शहरों में आश्रम हैं। जिसमे नॉएडा भी एक है।

Hathras Stampede Case (Image Credit-Social Media)

वहीँ ये भी बताया जा रहा है कि बाबा अपने भक्तो से किसी तरह का दान, दक्षिणा या कोई चढ़ावा आदि का पैसा नहीं लेते हैं फिर भी उनका साम्राज्य काफी विशाल है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बाबा के कई आश्रम हैं जो कई एकड़ ज़मीन पर फैले हुए हैं। यहाँ बाबा का सत्संग चलता रहता है। बाबा के इन भक्तों में सबसे ज़्यादा अनुसूचित जाति-जनजाति और ओबीसी वर्ग के लोग हैं।

Hathras Stampede Case (Image Credit-Social Media)

बाबा का एक मकान उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में भी है जहाँ अक्सर ताला लगा रहता है पहले बाबा यहीं रहा करते थे लेकिन अब ये अक्सर बंद ही रहता है भक्त इसे बाबा की कुटिया भी कहते हैं लेकिन आस-पास के लोगों ने बताया कि ये बाबा का सेफ हाउस हैं और वो कभी कभी यहाँ आराम करने आते हैं। फिलहाल अभी यहाँ ताला लगा हुआ है।

पत्नी नहीं बल्कि इस महिला को बैठते हैं बाबा बगल में

बाबा की एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है जिसमे वो एक महिला के साथ बैठे नज़र आ रहे हैं। आपको बता दें कि ये उनकी पत्नी नहीं हैं। भक्तों का कहना है कि वो उनकी मामी हैं। वैसे उनकी मामी कभी प्रवचन नहीं करतीं लेकिन वो उन्हें बगल में बैठाते हैं।

Hathras Stampede Case (Image Credit-Social Media)

आज के सोशल मीडिया और इंटरनेट के समय में बाबा इन सब से दूर हैं। साथ ही बाबा के सत्संग में मोबाइल फ़ोन ले जाना, वीडियो बनाना वर्जित है। इसीलिये बाबा इंटरनेट पर पॉपुलर भी नहीं हैं। सत्संग के दौरान या बाद में भी बाबा की तस्वीर खींचना या वीडियो बनाना प्रतिबंधित है। बाबा के पास कई लग्जरी गाड़ियां हैं जो उनके काफिले में नज़र आती है। लेकिन बाबा का ये रहस्यमई साम्राज्य रोज़ नए राज़ खोल रहा है। जहाँ से अभी बहुत कुछ सामने आना अभी बाकि है।

Hathras Stampede Case (Image Credit-Social Media)

बाबा की प्राइवेट आर्मी भी है जिसमें महिला कमांडों और पुरुष कमांडों दोनों शामिल हैं। सत्संग के दौरान यही सब चीज़ों का इन्तेज़ाम पर नज़र रखती है। प्रवचन शरू होने के बाद किसी का भी प्रवेश वर्जित होता है यहाँ तक की पुलिस भी अंदर नहीं जा सकती है। इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन दोनों ही दे चुके हैं। इसके अलावा बाबा ने अपनी नारायणी सेना भी बनाई थी जिसमे महिला गार्ड भी शामिल हैं। सेना का एक ड्रेस कोड भी है। यही महिलाएं बाबा के आश्रम में सेवादार हैं और बाबा की सेवा की ज़िम्मेदारी भी इन्ही की होती है।

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