Health Tips: बिना दांत वाले बुजुर्ग लोगों के लिए ये 5 खाद्य पदार्थ हैं सेहत और स्वास्थ्य का बेजोड़ कॉम्बिनेशन
Healthy Eating Tips for Seniors: दांतों के अभाव में बुजुर्गों को खाना चबाना मुश्किल होता है, जिसके कारण वे अपने भोजन का आनंद नहीं उठा पाते हैं।
Healthy Eating Tips for Seniors: बढ़ती उम्र में व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिसमें शारीरिक के साथ-साथ मानसिक समस्याएं भी शामिल होती हैं। इस उम्र में शारीरिक क्षमता कमजोर होना, जोड़ों में दर्द, कम दिखना और दांत गिरना जैसी समस्याएं होना आम बात है। जिन बुजुर्गों के दांत टूट जाते हैं उन्हें खाने-पीने में काफी दिक्कत होती है। दांतों के अभाव में बुजुर्गों को खाना चबाना मुश्किल होता है, जिसके कारण वे अपने भोजन का आनंद नहीं उठा पाते हैं। इसके अलावा खाने को ठीक से न चबाकर खाने से भी शरीर को सही पोषण नहीं मिल पाता है।
ऐसे में जो बुजुर्ग दांत नहीं होने के कारण ठीक से खाना नहीं खा पाते हैं, उनमें कई तरह के पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इस समस्या से बचने के लिए बिना दांत वाले बुजुर्गों के आहार में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए, जो पौष्टिक हों और आसानी से चबाई जा सकें। आज के लेख में, हम आपके साथ 5 खाद्य पदार्थों की एक सरल सूची साझा करेंगे जिनका बिना दांत वाले बुजुर्ग आनंद ले सकते हैं और फिर भी पोषण प्राप्त कर सकते हैं।
आइये जानते हैं ऐसे स्वस्दिष्ट सुपरफूड के बारे में :
दलिया या ओट्स (Oats)
दलिया या ओट्स पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ हैं। ये खाने में नरम होते हैं इसलिए बिना दांत वाले बड़े भी इन्हें आसानी से खा सकते हैं। दलिया या ओट्स को और पौष्टिक बनाने के लिए आप इसमें कटी हुई सब्जियां भी डाल सकते हैं। दलिया आहार फाइबर से भरपूर होता है। इसे खाने से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है और सेहत को कई फायदे मिलते हैं.
स्मूथी ( Smoothie)
स्वस्थ रहने के लिए ताजी सब्जियां और फल खाना फायदेमंद माना जाता है। लेकिन बिना दांत वाले बुजुर्गों को फल और सब्जियां चबाना मुश्किल होता है। ऐसे में आप फलों और सब्जियों की स्मूदी बनाकर डाइट में शामिल कर सकते हैं। स्मूदी बुजुर्गों के लिए एक स्वस्थ विकल्प है। स्मूदी बनाने के लिए आप पालक, सेब और केले जैसे फलों और सब्जियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपके शरीर को कई पोषक तत्व मिलेंगे और पाचन तंत्र भी दुरुस्त रहेगा।
दही (Curd )
दही को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। दही में प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम और पोटैशियम सहित कई पोषक तत्व होते हैं। इसके अलावा दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। जिन बुजुर्गों के दांत नहीं हैं उन्हें अपने आहार में दही को जरूर शामिल करना चाहिए। रोजाना दही का सेवन करने से आपका पाचन तंत्र दुरुस्त रहेगा और पेट से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
अंडे की भुर्जी (Egg Bhurji)
अंडा प्रोटीन का एक समृद्ध स्रोत है। इसके अलावा, अंडे में विटामिन बी12, विटामिन डी, कैल्शियम, सेलेनियम और कोलीन जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। अंडे का सेवन करने से मसल्स बनाने में मदद मिलती है। अंडा हड्डियों की मजबूती के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। बिना दांत वाले बुजुर्ग अपनी डाइट में अंडे की भुर्जी शामिल कर सकते हैं। अंडे की जर्दी चबाने में भी आसान होगी और आपको पोषण भी देगी।
पनीर (Paneer )
पनीर खाने में नर्म और कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। बिना दांत वाले बुजुर्ग लोगों के लिए पनीर एक अच्छा विकल्प है। पनीर प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर होता है। पनीर का सेवन बढ़ती उम्र में हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके साथ ही पनीर खाने से ब्लड शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है. बिना दांत वाले बुजुर्ग लोग पनीर को मैश करके और उसमें मसाले या हर्ब्स डालकर सेवन कर सकते हैं। इसे खाने से आपकी ताकत बढ़ेगी और आप स्वस्थ रहेंगे।