Holika Dahan 2023: इन उपायों से करें इस होली राहु के अशुभ प्रभावों को दूर, जानिए कैसे बनेंगे बिगड़े काम

Holika Dahan 2023: इस साल होलाष्टक 27 फरवरी से शुरू होकर 7 मार्च को समाप्त होगा। राहु अक्सर व्यक्ति के व्यवहार को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। जानिए इस होली क्या करें उपाय।

Update: 2023-03-02 01:43 GMT

Holika Dahan 2023 (Image Credit-Social Media)

Holika Dahan 2023: रंगों का त्यौहार यानि होली 8 मार्च को मनाया जाएगा। वहीँ इसके ठीक एक दिन पहले मनाया जाने वाला होलिका दहन 7 मार्च को पड़ रहा है। हिन्दू परंपरा में इस दिन का विशेष महत्त्व है। इस दिन लोग होलिका दहन की रस्में और पूजा करने के लिए अलाव के चारों ओर इकट्ठा होते हैं। यह प्रथा होलिका से जुड़ी हुई है, जो प्रह्लाद की राक्षसी बुआ थी। वहीँ धधकती आग बुराई पर अच्छाई की जीत की याद दिलाती है।

इन उपायों से करें इस होली राहु के अशुभ प्रभावों को दूर

एक अन्य पारंपरिक प्रथा, होलाष्टक है जिसे होली से पहले आठ दिनों तक मनाया जाता है। इस साल होलाष्टक 27 फरवरी से शुरू होकर 7 मार्च को समाप्त होगा। इन 8 दिनों को विवाह, नए घर में शिफ्ट होने, किसी शिक्षण संस्थान में प्रवेश लेने या यात्रा करने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है। ज्योतिषों के अनुसार होलिका दहन पर राहु का नकारात्मक प्रभाव चरम पर होगा।

इससे पहले कि हम राहु को आपके जीवन को बाधित करने से रोकने के लिए ज्योतिषीय उपायों को बताये, आइए पहले इससे सावधान रहने के लिए दुष्प्रभावों के बारे में जान लेते हैं।

राहु अक्सर व्यक्ति के व्यवहार को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। चोरी, शराब का सेवन, व्यभिचार और जुआ जैसी बुरी आदतों को अपनाने के अलावा आप खुद को लोगों की बुरी संगत में फंसा हुआ पा सकते हैं। राहु के प्रभाव में व्यक्ति खराब वक्ता बनता है। उनके खराब शब्दों के चयन के कारण परिवार और अन्य रिश्तों में विवाद उत्पन्न हो सकते हैं। राहु के दुष्प्रभाव के रूप में आप अप्राकृतिक चर्म रोग भी देख सकते हैं। यदि आप राहु के अशुभ प्रभाव में आते हैं तो मानसिक विकार विकसित होने या अवसाद का शिकार होने की भी संभावना अधिक होती है।

राहु से बचने के ज्योतिषीय उपाय

होलाष्टक के दिनों में आप राहु के नकारात्मक प्रभावों को कम कर सकते हैं। इन आठ दिनों में आप इससे बचने के लिए, प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा करने, मूर्ति को जल चढ़ाने और देवता को फूल चढ़ाने की आदत डालनी चाहिए। ॐ नमः शिवाय मंत्र का भी जाप करें।

एक और प्रभावी मंत्र जिसका आप जप कर सकते हैं वो है राहु मंत्र- ओम भ्राम भीम भौम साह राहवे नमः। आपको इस मंत्र का जाप रोजाना कम से कम पांच बार करना चाहिए। राहु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए आपको गोमेद से बने आभूषण पहनने चाहिए।

होलाष्टक के ये खास दिन राहु की पकड़ से आपको मुक्ति दिला सकते हैं साथ ही इसके लिए आप इसी होलाष्टक से हर साल 18 शनिवार का व्रत शुरू करें इसे रखने से राहु का प्रभाव कम होता है। 

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