Honey For Babies: क्या वाकई एक साल से पहले बच्चों को नहीं देना चाहिए शहद, जानिए क्यों कहा सोनम कपूर ने ऐसा
Honey For Babies: क्या वाकई जो सोनम ने कहा वो सच है? क्या आपको अपने बच्चे को एक साल से पहले शहद नहीं चटाना चाहिए? आइये जानते हैं सच क्या है।
Honey For Babies: इन दिनों सोशल मीडिया से लेकर हर तरफ इस बात की चर्चा चल रही है कि बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर ने अपने बच्चे को शहद चटाने को लेकर क्यों इतनी बड़ी बात कह डाली साथ ही उन्होंने सनातन धर्म की परम्पराओं और रिवाज़ों पर सवाल उठा दिए। जिसके लिए उन्हें काफी ज़्यादा ट्रोल भी किया जा रहा है। लेकिन क्या वाकई जो सोनम ने कहा वो सच है? क्या आपको अपने बच्चे को एक साल से पहले शहद नहीं चटाना चाहिए? आइये जानते हैं सच क्या है।
एक साल से छोटे बच्चों को शहद देना चाहिए या नहीं
1 वर्ष से छोटे बच्चों को शहद नहीं देना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक प्रकार का बैक्टीरिया (जिसे क्लोस्ट्रीडियम कहा जाता है) जो शिशु बोटुलिज़्म का कारण बनता है, शहद में पाया जा सकता है। शिशु बोटुलिज़्म मांसपेशियों में कमजोरी का कारण बन सकता है, जिसमें कमजोरी , कब्ज और मांसपेशियों की टोन में कमी (फ्लॉपनेस) जैसे लक्षण शामिल हैं। इसके अलावा बच्चा सही से किसी भी चीज़ को चूस नहीं पता है और साथ ही सोने में भी दिक्कत आ सकती है।
बच्चे को शिशु बोटुलिज़्म से कैसे बचाएँ
माता-पिता अपने बच्चे के पहले जन्मदिन के बाद तक अपने बच्चे को शहद या शहद युक्त कोई प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ न देकर शिशु बोटुलिज़्म को रोकने में मदद कर सकते हैं। हल्के और गहरे कॉर्न सिरप में बोटुलिज़्म पैदा करने वाले बैक्टीरिया भी हो सकते हैं, लेकिन इसका अभी तक कोई भी लिंक साबित नहीं हुआ है। किसी बच्चे को ये सिरप देने से पहले अपने डॉक्टर से जाँच ज़रूर कर लें।
याद रखिये जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं, वे शहद खा सकते हैं क्योंकि उनके परिपक्व पाचन तंत्र क्लोस्ट्रीडियम बैक्टीरिया बीजाणुओं को नुकसान पहुंचाने से पहले ही शरीर से बाहर ले जाते हैं। जिससे उन्हें किसी तरह का कोई नुक्सान नहीं पहुँचता है। साथ ही आप बच्चों के डॉक्टर से भी इस विषय में सलाह ले सकते हैं।