IAS Pooja Kherkar News: क्या है ट्रेनी IAS पूजा खेड़कर का पूरा फर्जीवाड़ा ?

IAS Pooja Kherkar Fraud Case: जानिए पूजा खेडकर और उनके माता पिता किस तरह से फर्जीवाड़ा करते चले आ रहे हैं वहीँ एक के बाद एक कई मामले सामने आते जा रहे हैं।

Update: 2024-07-19 12:25 GMT

IAS Pooja Kherkar Fraud Case Update  (Image Credit-Social Media)

IAS Pooja Kherkar Fraud Case Update: आईएएस बनना जहाँ ज़्यादातर लोगों का सपना होता है वहीँ पूजा खेड़कर ने भी शायद कुछ ऐसा ही सोचा था लेकिन गलत तरीकों से और वो कहते हैं न कि पाप का घड़ा कभी न कभी तो फुट ही जाता है ऐसा ही कुछ हुआ उनके साथ। जहाँ एक के बाद एक कई सच सामने आते नज़र आ रहे हैं वहीँ जहाँ पूजा पर ढेरों इलज़ाम हैं वहीँ उनके माता-पिता के भी कई काले कारनामे सामने आ रहे हैं। ऐसे में पूजा की माँ मनोरमा को पुणे ग्रामीण पुलिस ने किसानों को धमकाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें रायगढ़ के महाड के एक होटल से गिरफ्तार किया गया जहाँ वो नाम बदलकर रह रहीं थीं। आइये जानते हैं पूजा उनकी माँ और पिता के फर्जीवाड़े।

ट्रेनी आईएएस पूजा खेड़कर का पूरा फर्जीवाड़ा

महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर जितना यूपीएससी की परीक्षा पास करके चर्चा में नहीं आईं उतना उनके चर्चे उनपर लगे इल्ज़ामों के चलते हो गए। जहाँ पूजा पर लगे इन आरोपों से हर कोई अब परिचित है वहीँ उनके माता पिता पर भी काम इलज़ाम नहीं लगे हैं। फिलहाल पूजा की माँ मनोरमा पुलिस की हिरासत में हैं। वहीँ पिता दिलीप खेडकर की तलाश में पुलिस अलर्ट मोड़ पर है। गौरतलब है कि पूजा की माँ पर आरोप है कि वो किसानो को पिस्तौल के दम पर धमकाने और उनकी ज़मीन हड़पने की धमकी देती हैं।

वहीँ पूजा के पिता पर किसानों की ज़मीन हड़पने जैसे कई संगीन आरोप लगे हैं। जिसकी जाँच फिलहाल एसीबी कर रही है। और जल्द उन्हें भी सलाखों के पीछे करने की योजना बना रहा है। इसके किये तीन टीमों का गठन भी किया गया है। वहीँ एक टीम ने जामनगर जा कर पड़ताल की लेकिन उसे खाली हांथ ही लौटना पड़ा क्योंकि वहां पर पूजा के पिता दिलीप फरार हैं। फिलहाल खेडकर परिवार पर दिनों दिन और भी ज़्यादा आरोप लेते जा रहे हैं और पुलिस व प्रशासन का शिकंजा इनकी तरफ करता ही जा रहा है।

खेडकर परिवार कई तरह की मुश्किलों में घिरता नज़र आ रह है। पूजा के किता पर ये उस आरोप है कि उन्होंने किसानों की ज़मीन को कब्ज़ा किया था। उन्होंने अपनी ज़मीद के आस पास की जगह भी घेर ली है और किसानों के विरोध करने के बाद उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। वहीँ इसके बाद मनोरमा अपने बाउंसर्स के साथ मौके पर आ गईं। इस दौरान उन्होंने किसानों को धमाते हुए अपनी पिस्तौल भी लहराई। वहीँ 11 जुलाई को उन्होंने मीडियकर्मियों और पुलिस पर भी खूब ज़हर उगला। 

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