Bengali Wedding Rituals: बंगाली शादियों में मछलियों को बनाते हैं दुल्हन! फिर उनके साथ होता है ये काम
Bengali Wedding Rituals: खूबसूरती से सजाई गई मछली का उपहार देना दूल्हे के परिवार का दुल्हन के रूप में इस नई यात्रा शुरू होने पर उसकी खुशी के लिए शुभकामनाएं देने का एक तरीका है
Bengali Wedding Rituals: भारत में अलग- अलग जाति, धर्म, क्षेत्र और संस्कृति के लोग रहते हैं। जिसमें कई तरह की भाषाएं भी बोली जाती है। अगर बात शादी की करें तो इसमें कई तरह की रस्में, रीति-रिवाज और परंपरायें निभाई जाती हैं, जिनका एक खास महत्व होता है। इन रीति-रिवाजों को लेकर सबकी अपनी-अपनी मान्यताएं हैं। आपको बता दें कि बंगाली शादी में एक रस्म होती है जिसमें मछलियों को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। चूंकि बंगाली लोग मछली को बहुत शुद्ध मानते हैं, इसलिए सभी उत्सवों में मछली अवश्य शामिल होती है। आज हम आपको बताएंगे कि शादियों में मछलियां क्यों रखी जाती हैं।
मछली को बतौर दुल्हन की तरह सजाया जाता
बंगाली मान्यता के अनुसार, मछली शादी का सबसे अहम हिस्सा है और इसे शामिल किए बिना यह अधूरा रहता है। रस्मों से लेकर सजावट तक, मछली की मौजूदगी बंगाली शादी को कई मायनों में शुभ बनाती है। शादी समारोह के दौरान दुल्हन का परिवार एक मछली को बतौर दुल्हन की तरह एक सुंदर रेशम की साड़ी में लपेटा जाता है और उस पर गहने, सिन्दूर पान और कुछ हल्दी का लेप लगाया जाता है। खूबसूरती से सजाई गई मछली का उपहार देना दूल्हे के परिवार का दुल्हन के रूप में इस नई यात्रा शुरू होने पर उसकी खुशी के लिए शुभकामनाएं देने का एक तरीका है।
शादीशुदा जीवन में किसी प्रकार की समस्या न आए
यहां सजी हुई मछलियां सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक हैं। इसलिए इसे दुल्हन की तरह सजाकर दुल्हन के ससुराल वालों की ओर से उसकी खुशी और सफल शादीशुदा जीवन की कामना के लिए मछली सजाकर उपहार में दी जाती है ताकि शादी के बाद नए घर में और उसके जीवन में नई राह की ओर आगे बढें। ऐसे में दोनों परिवारों और शादीशुदा जीवन में किसी प्रकार की समस्या न आए इसके लिए मछलियों को दुल्हन की तरह सजाई जाती हैं।बंगाली परिवार के लिए मछली को दान करना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके बिना विवाह की रस्म पूरी नहीं मानी जाती है।