Happy Women's Day 2025: महिला कैसे करे अपने आत्म सम्मान की रक्षा

International Womens Day 2025 How can a woman protect her self-respect Do Not Share These Things With Your Partners;

Written By :  Sarojini Sriharsha
Update:2025-03-06 06:40 IST

Happy Women's Day 2025 (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

International Women's Day 2025: महिला दिवस मनाना और उस दिन महिलाओं के प्रति सब प्रकार के सुझाव उपाय और थीम रखकर हर संस्थान, क्लब आदि सम्मान देने की कोशिश करते हैं, लेकिन क्या कभी किसी ने सोचा है महिला अपना सम्मान या आत्मसम्मान कैसे कर सकती है। जी हां, सुनने में ये थोड़ा अजीब जरूर लगेगा लेकिन हर महिला के लिए चाहे वो अविवाहित हो या विवाहित बहुत ही जरूरी है।

हर महिला अपने उम्र के कई दौर जैसे बचपन, युवा, प्रौढ़ावस्था, वृद्धावस्था सबसे गुजरती है। पुरुष और महिला का खास संबंध होता है जैसे पति पत्नी, भाई बहन, बाप बेटी, दोस्त, प्रेमी प्रेमिका इत्यादि। समाज में कोई भी रिश्ता आज के समय में विश्वास और एक दूसरे की समझदारी पर निर्भर करता है। लेकिन महिलाएं पुरुषों से भावनात्मक रूप में कमजोर होने के कारण उनके ऊपर ज्यादा भरोसा करने लगती हैं और रिश्तों के खराब होने पर उन्हें अपने आप को संभालने में समय लग जाता है। वहीं ज्यादातर पुरुष महिलाओं की अपेक्षा भावनाओं में ज्यादा नहीं बहते और मजबूत होते हैं।

हर बात पुरुषों को नहीं बतानी चाहिए

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

आज के जमाने में रिश्ते की डोर बहुत नाज़ुक होती चली जा रही है। हर महिला अपने को खुश करने या किसी की बहकावे में आकर रिश्ता तोड़ने में ज्यादा समय नहीं लगा रही। आधुनिकता की दौड़ में और अपने को पढ़ाई के बाद नौकरी में पाकर स्वतंत्रता का अनुभव कर कुछ गलत फ़ैसले ले लेती है। इसके बाद उसकी ज़िंदगी में तनाव और डिप्रेशन का दौर शुरू हो जाता है। महिलाओं को अपनी जिंदगी में कुछ बातें खासकर पुरुषों से नहीं बतानी चाहिए। ऐसा नहीं है कि पुरुष उनकी मदद नहीं कर सकते बल्कि कई बार महिलाओं द्वारा बताई गई बातें पुरुषों के लिए भावनात्मक बदले का कारण बन जाती है।

पुरुषों के साथ जुड़ते ही महिलाएं उन्हें अपना विश्वासपात्र मानकर सभी बातें, जिनमें कुछ नहीं बताने वाली होती हैं, वो भी बता देती हैं। कुछ बातों को बताने में लोगों का विश्वास जीतने के बाद ही बतानी चाहिए या जरूरत न हो तो उसे न ही बताएं।

आर्थिक स्थिति का न करें खुलासा

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

महिलाओं को आत्मनिर्भर और आत्मसम्मान का एहसास करने के लिए कुछ बातों का ख्याल ज़िंदगी भर रखना चाहिए। कुछ महिलाओं को लगता है कि अगर अपने पार्टनर को अपना डर, कुछ सीक्रेट्स या आर्थिक बाते बताएंगे तो वो उसे ज्यादा प्यार करेगा या भरोसा करेगा, लेकिन ऐसा नहीं होता। ऐसा नहीं कि कुछ बातों को बताने में महिलाओं के लिए शर्म की बात है बल्कि कुछ जिंदगी के पहलू जिसमें कुछ संघर्ष और राज़ छिपे हैं, उसे दूसरों को क्यों बताएं।

अगर बात की जाए एक स्वतंत्र महिला कि जो अपनी कमाई से जिंदगी जीती है उसे अपने वित्तीय स्थिति को करीबी पुरुष साथी को नहीं बतानी चाहिए। कई पुरुष इसका आर्थिक लाभ उठाने की कोशिश करते हैं। किसी अन्य परिस्थिति में अगर महिला अपने को पुरुष साथी के सामने आर्थिक रूप से कमजोर दिखाने या बताने की कोशिश करती है तो वो सामने वाला उसका हमदर्द बनने वाला पुरुष उस महिला से पीछा छुड़ाने या कुछ शर्तों पर दोस्ती या संबंध बनाने की कोशिश करेगा। अतः हर परिस्थिति में महिलाओं को अपनी वित्तीय अवस्था पुरुषों से जहां तक हो सके नहीं बतानी चाहिए।

कई पुरुष जब जान लेते हैं की कोई महिला जब उनकी आदी हो चुकी है तो उससे ब्लैकमेल या अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसों की मांग रख सकता है। वैसे आजकल ताली दोनों हाथ से बजती है वाली कहावत चरितार्थ होती है। अपने शुरुआती रोमांटिक संबंधों में महिला को बहुत सावधानी पूर्वक अपने जिंदगी से संबंधित बातों को बताना चाहिए, अन्यथा अगर रिश्ता आगे नहीं बढ़ा तो हो सकता है सामने वाला व्यक्ति उसके बताए बातों को हथियार की तरह इस्तेमाल कर उस महिला के चरित्र हनन की कोशिश करेगा।

अपने मायके के राजों को न बताएं

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

वहीं, दूसरी ओर विवाहित महिलाओं को भी अपने पति से आर्थिक मामलों पर ज्यादा भेद नहीं देनी चाहिए। वैसे तो पति पत्नी जीवन के गाड़ी के दो पहिए कहे जाते हैं, लेकिन इस आधुनिक जमाने में अब वो परिस्थिति नहीं दिखती। किसी भी पत्नी को अपने परिवार वाले खासकर मायके का बोझ पति के ऊपर न दें, अक्सर ससुराल वाले चिंतित रहते हैं कि घर की बहु के मां बाप के बेटे नहीं है तो उसके पति को यानि उनके बेटे को उसके मां बाप का बोझ उठाना पड़ेगा। लेकिन हर मामले में ऐसा नहीं होता मां बाप कभी किसी के लिए बोझ नहीं होते, अगर दिल से उनकी सेवा की जाए तो परिवार हमेशा हंसता खेलता नज़र आएगा।

अपने परिवार की बदहाली के दिनों की चर्चा या कहानी भी जहां तक हो सके अपने पार्टनर से न बताएं, वैसे भी बीती बातों से उन्हें कोई लेना देना नहीं होता और आपका वर्तमान और आने वाले भविष्य को जरूर नर्क बनाने की कोशिश सामने वाला इंसान जब बदल जाएगा तो करेगा।

अपने पास्ट का जिक्र न करें

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

वहीं, दूसरी बात महिलाओं को याद रखनी चाहिए कि कभी भी अपने पिछले जिंदगी का जिक्र अपने जीवनसाथी या उस पुरुष से न करे जिसके साथ वो रिश्ते में हैं। कोई भी पुरुष मौका पाकर उन बातों का मुद्दा बनाकर आपका अपमान कर सकता है। उन्हें अपने सामने किसी पुरुष से अच्छाइयों को लेकर तुलना करना पसंद नहीं। दरअसल, किसी से अपने बीते दिनों के सुख दुख बताने से कोई फायदा नहीं होता बल्कि उपहास का कारण बन जाता है। महिलाओं को कभी भी आवेश में आकर अपने प्रेमी या पति को पिछले पार्टनर की खूबियां या उसकी तुलना नहीं करनी चाहिए। पुरुष क्या महिला भी अपने प्रतिद्वंदी की बड़ाई सहन नहीं कर सकती।

भविष्य की योजनाओं के बारे में न बताएं

महिलाओं को अपने भविष्य की योजनाओं को अपने होने वाले पार्टनर या प्रेमी को नहीं उजागर करनी चाहिए। इससे उन पुरुष वर्ग में एक अपेक्षा की भावना उत्पन्न हो जाती है जो न पूरा होने पर दबाव डालने का काम करती है।

हेल्थ कंडीशन का खुलासा न करें


अपने स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का भी जहां तक हो सके पुरुष साथी से अगर जरूरत न हो तो जिक्र न करें।

जहां तक हो सके पहले अपने रिश्तों की डोर मजबूत बनाने की कोशिश करें साथ ही एक दूसरे के प्रति विश्वास रखें। अगर दोनों पार्टनर समझदार होंगे तो रिश्ते टूटने या एक दूसरे के बिखरने का कभी प्रयत्न नहीं करेंगे। छोटे-मोटे झगड़ों में अगर सामने बात बनानी है तो अपनी हार मान लेने में कोई बुराई नहीं है। हां, अगर मामला उत्पीड़न पर आ जाए तो सहन करना भी एक जुर्म है। बहुत सोच समझ कर समाज में अपने व्यक्तित्व को बनाए रखते हुए महिलाओं को आगे बढ़ने की जरूरत है।

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