ISRO Chief S. Somanath: कौन हैं ISRO चीफ एस सोमनाथ, जानिए किस बीमारी से लड़ रहें जंग

Isro chief S Somnath Biography: आइए आपको ISRO चीफ एस सोमनाथ और वह किस तरह की गंभीर बीमारी से जूझ रहें हैं, उसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

Report :  Shivani Tiwari
Update:2024-03-04 19:10 IST

ISRO Chief S. Somanath (Photo- Social Media)

ISRO Chief S. Somanath: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी कि ISRO के प्रमुख एस सोमनाथ कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहें हैं। जी हां! एस सोमनाथ ने खुद ही इस खबर को कन्फर्म किया है। जब से सोमनाथ द्वारा यह खबर कन्फर्म की गई है, वह चर्चा में आ चुके हैं। आइए आपको ISRO चीफ एस सोमनाथ और वह किस तरह की गंभीर बीमारी से जूझ रहें हैं, उसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

कौन हैं ISRO चीफ एस सोमनाथ (Kaun Hai Isro chief S Somnath)

पहले तो हम आपको बता दें कि एस सोमनाथ का पूरा नाम श्रीधर परिकर सोमनाथ है, उनका जन्म 1963 में हुआ था। एस सोमनाथ बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होशियार थे, उन्हें साइंस और स्पेस में काफी रुचि थी। अपने इसी रुचि को पूरा करते हुए आज वह यहां तक पहुंच गए हैं।


एस सोमनाथ का परिवार (Isro chief S Somnath Family)

ISRO चीफ एस सोमनाथ की पत्नी का नाम वलसाला है। एस सोमनाथ और वलसाला के दो बच्चें हैं। दोनों बच्चों का ग्रेजुएशन हो चुका है। वहीं उनकी पत्नी वित्त मंत्रालय के तत्वावधान में वस्तु एवं सेवा कर विभाग में काम करती हैं।

साल 2022 में इसरो के अध्यक्ष बनें थे एस सोमनाथ

श्रीधर परिकर सोमनाथ ने साल 2022 से इसरो के चीफ के पद को संभाल रहें हैं। 4 जनवरी, 2022 को सोमनाथ को इसरो के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। एस सोमनाथ इसरो के 10वें अध्यक्ष हैं।


एयरोस्पेस इंजीनियर हैं श्रीधर परिकर सोमनाथ

श्रीधर परिकर सोमनाथ अपने काम के प्रति बेहद ईमानदार हैं, जिस तरह से वह खुद को काम के प्रति समर्पण कर देते हैं, उसकी हर कोई तारीफ करता है। वह एयरोस्पेस इंजीनियर हैं, उन्हें इस फील्ड में लगभग 36-37 सालों का तजुर्बा है। इसरो के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किए जाने से पहले सोमनाथ विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र और तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र (एलपीएससी) में निदेशक के तौर पर थे।

चंद्रयान-2 में सोमनाथ का था महत्वपूर्ण योगदान

एस सोमनाथ ने खुद चंद्रयान-2 के लैंडर के इंजन को डेवेलप किया था, इसके अलावा भी वह इसरो के कई मिशनों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें चुके हैं। उनके काम को देखते हुए ही उन्हें ISRO का चीफ बना दिया गया था।


आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग के दौरान पता चली थी कैंसर वाली बात

एस सोमनाथ ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि उन्हें अपने कैंसर की बीमारी के बारे में तब पता चला था जब पिछले साल 2 सितंबर को आदित्य एल-1 मिशन लॉन्च हुआ था। सोमनाथ ने बताया कि "चंद्रयान 3" के दौरान उन्हें थोड़ी बहुत स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां हुईं थीं, लेकिन तब तक कैंसर के बारे में कुछ जानकारी नहीं थी। लेकिन जब आदित्य एल-1 मिशन लॉन्च हुआ उसी दौरान ही उन्हें कैंसर के बारे में पता चला था। सिर्फ उन्हें ही नहीं बल्कि उनके परिवार और सहयोगियों को भी कैंसर की बात पता चल गई थी, जिससे उन्हें गहरा झटका लगा था। लेकिन सोमनाथ ने हिम्मत नहीं हारी, वह अपने आगे के इलाज के लिए चेन्नई रवाना हुए। महज चार दिन उन्होंने हॉस्पिटल में अपना इलाज करवाया, कीमोथेरेपी हुई और एक ऑपरेशन भी हुआ। सोमनाथ अब पूरी तरह ठीक हैं, हालांकि दवाइयां अभी भी चल रहीं हैं। समय समय पर उनका पूरा चेकअप भी हो रहा है। सोमनाथ ने इलाज के चौथे दिन बाद यानी कि पांचवे दिन बिना किसी दर्द के इसरो में काम करना शुरू कर दिया।

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