Periods में लड़कियों के क्यों होते हैं इतने ज्यादा Mood Swings, यहां जानें वजह
Mood Swings During Periods In Hindi: पीरियड्स के दौरान महिलाओं को काफी ज्यादा मूड स्विंग्स होते हैं। लेकिन आखिर इसका कारण क्या है। जानिए इस आर्टिकल में।
Mood Swings In Periods: हर महिला को एक उम्र के बाद मासिक धर्म यानी पीरियड्स (Periods) होना एक नैचुरल प्रोसेस है। लेकिन इस दौरान होने वाला दर्द असहनीय और तकलीफदेह होता है। हर महिला के लिए पीरियड्स का एक्सपीरियंस अलग-अलग होता है। किसी के लिए तो Menstruation के वो पांच दिन गुजारना बेहद आसान होता है, लेकिन कईयों को इस दौरान कई सारी तकलीफें (Periods Problems) होती हैं। आपने अक्सर महिलाओं को मासिक धर्म में चिड़चिड़ा और गुस्सा होते देखा होगा। क्योंकि इन दिनों में महिलाओं को तरह तरह के मूड स्विंग्स (Mood Swings) होते हैं। लेकिन आखिर इसकी वजह (Mood Swings In Periods Reason) क्या है? इस दौरान ही मूड में इतने सारे बदलाव (Periods And Mood Swings Relation) की समस्या क्यों होती है? आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह।
पीरियड्स में क्यों होते हैं मूड स्विंग्स (Mood Swings During Periods Reason)
पीरियड्स के दौरान महिलाएं कुछ अलग सा बर्ताव करने लगती हैं। उन्हें छोटी सी छोटी बातों पर रोना आने लगता है। वह चिड़चिड़ी (Irritable) हो जाती हैं और उन्हें गुस्सा (Anger) और मूड स्विंग (Mood Swings) होने लगते हैं। महिलाओं के इस बर्ताव को देखकर आपके मन में भी सवाल आता होगा कि आखिरी ऐसा क्यों होता है? दरअसल, पीरियड्स के दौरान महिलाओं में हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes) होते हैं, जिसकी वजह से उनका मूड स्विंग होता है। इन दिनों होने वाले तेज दर्द से दिमाग में पिट्यूटरी और ओवरी के बीच बैलेंस गड़बड़ हो जाता है। साथ ही बॉडी में कई तरह के न्यूरो कैमिकल में भी बदलाव होते हैं। इसी वजह से पीरियड्स के दिनों में मूड स्विंग ज्यादा होते हैं। साथ ही इसी वजह से लड़कियों और महिलाओं को इन दिनों अलग-अलग तरह की चीजें खाने की क्रेविंग्स (Periods Cravings) होती हैं।
मूड स्विंग को कैसे काबू करें (How To Control Mood Swings)?
1- योग या मॉर्निंक वॉक (Yoga And Morning Walk) करें। इससे आपको अच्छा फील होगा और मूड बेहतर होगा। साथ ही पीरियड्स के दौरान होने वाली मांसपेशियों की ऐंठन और अकड़न से भी आराम मिलेगा।
2- पानी अधिक से अधिक मात्रा में पिएं। क्योंकि पानी (Water) हार्मोन्स को काफी हद तक कंट्रोल करता है।
3- इस दौरान खुशनुमा और अच्छे माहौल में रहें।
4- फाइबर से भरपूर भोजन करें। इससे ताजगी मिलेगी और आपके अंदर भरपूर एनर्जी भी रहेगी।
5- इस दौरान सब्जियों और फलों का सेवन अधिक मात्रा में करें।
नोट- यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है। इन सुझावों पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।