Motivational story: मानव भी स्पर्श सुख की लालसा रखता है
Motivational story: तो पाँच विषयों का उपभोग करने वाला प्रमादी मनुष्य क्यों न मरे
Motivational story: पाँच विषयों का उपभोग करने वाला प्रमादी मनुष्य क्यों न मरे ?कुरंग मातंग पतंग भृंग मीना हता पंचभिरेवपि ।एकः प्रमादी स कथं न हन्यते यः सेवते पंचभिरेवपञ्च ।।पतंगा, हाथी, हिरन, भ्रमर, मछली मात्र एक ही विषय की आसक्ति के कारण मर जाते हैं,तो पाँच विषयों का उपभोग करने वाला प्रमादी मनुष्य क्यों न मरे ?
पतंगा
( रुप )
अग्नि के रूप से मोहित होकर उसके पास जाता है और मारा जाता है,
मनुष्य भी रुप का सेवन करता है।
भ्रमर
( गन्ध )
कमल के गन्ध के प्रति आसक्त होकर मरता है,
मनुष्य भी गन्ध ( सुगन्ध ) के प्रति आसक्त होता है।
हाथी
( स्पर्श )
नकली हाथी का स्पर्श प्राप्त करने के कारण फँसता है,
मानव भी स्पर्श सुख की लालसा रखता है।
हिरन
( शब्द )
संगीत श्रवण की लालसा से हिरन का नाश होता है,
मनुष्य भी संगीत श्रवण का अभिलाषी होता है।
मछली
( रस )
जिह्वा स्वाद की लालसा मछली को मारती है।
मनुष्य भी जिह्वा स्वाद के लिए लालायित रहता है।