Law Of Nature: प्राकृतिक नियम
Law Of Nature: लोग इन नियमों के बारे जानते हैं परंतु इन के अनुसार जी नही पाते । यदि हम इन नियमों के अनुसार चले तो मनचाहे अच्छे लक्ष्य पा सकते हैं। जीवन में चैन ही चैन होगा।
Law Of Nature: प्राकृतिक नियम वही नियम है, जो संसार के आरम्भ होने के साथ से ही संचालन करते आये हैं। अब भी कार्यरत हैं । हम नही होगें तो भी यह काम करते रहेगें। इनमें कुछ मूलभूत सिद्वांत शामिल हैं ।
1. हमेशा दूसरों को उनका मन चाहा पाने में सहायक रहो। इस से तुम्हे भी अपना मन चाहा मिल जायेगा ।
2. एक दयालु व्यक्ति बनो ।
3.अपने हर कार्य में श्रेष्टठता का प्रदर्शन करो । दिल से करो । अपना समझ कर करो ।
4.वर्तमान क्षण में जियो ।
5.अपने प्रति सच्चे रहो ।
6. साहस के साथ सपने देखो ।
7. मूल नियम है शान्ति, प्रेम, सुख, आनंद एवं ज्ञान ।
लोग इन नियमों के बारे जानते हैं परंतु इन के अनुसार जी नही पाते । यदि हम इन नियमों के अनुसार चले तो मनचाहे अच्छे लक्ष्य पा सकते हैं। जीवन में चैन ही चैन होगा । जिन लोगो ने कष्ट व पीड़ा का अनुभव किया है, क्या उन्होने इन नियमों का उलंघन किया है । पीड़ादायी घटनाये जीवन में हमें वे सबक सिखाने आती हैं जो कि उस समय हमारे लिये आवश्यक होते हैं । बुरे अनुभव हमें गहराई से आरोग्य प्रदान करने तथा अधिक दार्शनिक बनाने के लिये आते हैं । इन से कोई नही बच सकता । क्योंकि कोई भी सम्पन्न नही है । बेशक हम एक अच्छा, नेक व दयालु जीवन ही क्यों न जी रहे हों फ़िर भी असम्पूर्ण होने के नाते हमे बहुत से पाठ सीखने होगें । कोई भी भूल व घटना कोई सयोंग नही होते, हर परिस्थिति हमें एक छिपे वरदान के रुप में सबक देने आती है ।
यह जीवन दो किनारों वाली नदी के समान है । एक किनारे पर हम प्रसन्नता पायेंगे और दूसरे किनारे पर दुख होगा । जब हम नदी के साथ आगे चलेंगे तो हमें दोनों किनारों से टकराना होगा । ध्यान रखने वाली बात यह है कि हमें किसी भी किनारे पर बहुत देर तक टिके नही रहना ।
जीवन को नई दिशा देने वाली - आन्तरिक बल।
( लेखिका प्रख्यात ज्योतिषाचार्य हैं ।)