New Born Baby Care: बच्चे के जन्म के बाद इसलिए पहनाया जाता है पुराना कपड़ा, ये है इसका वैज्ञानिक कारण
New Born Baby Care: बच्चे के जन्म के तुरंत बाद उसे पुराने कपड़े पहनाने के पीछे कुछ अहम् कारण हैं आइये उसके बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
New Born Baby Care: माता-पिता बनना एक बेहद अलग अनुभव होता है साथ ही व्यक्ति के ऊपर कई तरह की ज़िम्मेदारियाँ भी आ जातीं हैं। वहीँ जब एक लड़की माँ बनती है तो सैकड़ों लोग उसके साथ अपने अनुभव साझा करते हैं और उसे समझाते हैं कि बच्चे के लिए क्या सही है और क्या नहीं। वहीँ बच्चे के जन्म पर कुछ ऐसी भी बातें हैं जो सदियों से चलीं आ रहीं हैं। उन्ही में से एक है कि नवजात शिशु का जन्म होते ही उसे पुराने कपड़े ही पहनाये जाते हैं। दादी-नानी इसके लिए जहाँ अपने तर्क देतीं हैं वहीँ आइये जानते हैं इसके लिए हमारा विज्ञान क्या कहता है।
दरअसल नवजात शिशु को जन्म के तुरंत बाद पुराने कपड़े पहनाने के पीछे का कारण उनकी सेहत से जुड़ा हुआ है। ऐसे में आज हम आपको इसके पीछे की वजह विस्तार से बताएंगें। भारत में बच्चे के जन्म के तुरंत बाद उसे नए कपड़े नहीं पहनाये जाते हैं बल्कि लोग छोटे बच्चों को पुराने ही कपड़े पहनाते हैं। ये परम्परा सदियों से चली आ रही है। जहाँ एक ओर इसे धार्मिक मान्यताओं से जोड़ा जा रहा है वहीँ इसके पीछे का विज्ञान क्या कहता है आइये जानते हैं।
नवजात शिशु जब जन्म लेता है तो उसको कई तरह की सावधानियों के साथ संभाला जाता है। वहीँ उसे पुराने कपडे पहनाने के पीछे की वजह भी सेहत से जुड़ी हुई है।
- जिसका सबसे पहला कारण है कि पुराने कपड़े बेहद मुलायम होते हैं। जो नवजात की नाज़ुक स्किन को किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। इस वजह से बच्चों को मुलायम और आरामदायक कपडे पहनाये जाते हैं जो उन्हें बिलकुल भी परेशान न करे।
- पुराने कपड़ों को अच्छी तरह से धोकर साफ़ कर लिया जाता है जिससे किसी तरह का इन्फेक्शन नहीं होने पाता। क्योंकि इन कपड़ों में कई तरह के वायरस हो सकते हैं। जबकि नए कपड़ों को पहनाने से वायरस इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। और पुराने कपड़ों को अच्छे से धोने के बाद घूप में सुखाया जाता है जिससे किसी तरह के इन्फेक्शन का खतरा नहीं रहता है।
- ध्यान रखें कि बच्चे को जब भी कपड़े पहनाये तो ये टाइट फिटिंग के न हों साथ ही कपडे का फैब्रिक भी सही हो ये कॉटन या मलमल हो जो बेहद मुलायम होता है।
- बच्चों के कपड़े धुलते समय ध्यान रखिये कि इन्हे आप सही से डिटर्जेंट में धुलें और इसके बाद इसे अच्छे से सैनिटाइज भी कर लें। अगर आपके आस पास के लोगों या अस्पताल में मिलने आये लोगों को कोई वायरल इन्फेक्शन जैसे बुखार या सर्दी ज़ुखाम है तो उनसे बच्चे से जुड़ी चीज़ें और बच्चे को भी दूर रखें।