Premanand Ji Maharaj Motivation: क्यों प्रेमानंद जी महाराज ने पेट के आधे हिस्से में वायु को स्थान देने को दिया महत्व

Premanand Ji Maharaj Motivation: वृन्दावन के प्रेमानंद जी महाराज ने व्यक्ति को कितना भोजन करना चाहिए और क्या खाना चाहिए इन सभी बातों को विस्तार से बताया।

Newstrack :  Network
Update:2024-08-29 11:34 IST

Premanand Ji Maharaj (Image Credit-Social Media)

Premanand Ji Maharaj: वृन्दावन के प्रेमानंद जी महाराज के वीडियो सोशल मीडिया पर काफी ज़्यादा वायरल होते हैं। ऐसे में उन्होंने लोगों को बताया कि मनुष्य को एक दिन में कितना भोजन करना सही रहता है। प्रेमानंद जी के प्रवचन लोगों को काफी पसंद आते हैं वहीँ इंटरनेट पर उन्हें वृद्ध से लेकर युवा तक हर कोई सुनता है। ऐसे में महाराज जी की बातें लोग अपने जीवन में अपनाते भी हैं। आइये जानते हैं भोजन को लेकर प्रेमानंद जी महाराज ने क्या बताया।

प्रेमानंद जी महाराज के कई वीडियो ऐसे हैं जिसमे वो भोजन से जुड़ी बातें लोगों को कहते नज़र आ रहे हैं। उन्होंने कई बार लोगों को इस बारे में समझाया है। वहीँ उन्होंने मांस और मदिरा का सेवन करने वाले लोगों को भी कई बार सचेत किया है। ऐसे में उन्होंने ये भी बताया कि व्यक्ति को कितना भोजन करना चाहिए।

प्रेमानंद जी महाराज का मानना है कि व्यक्ति को हल्का भोजन करना चाहिए साथ ही कम मात्रा में किया गया भोजन उसे कई तरह के लाभ पहुँचता है। कम मात्रा में किया गया भोजन न सिर्फ व्यक्ति को स्वस्थ रखता है बल्कि उसकी आध्यात्मिक शक्ति को भी बढ़ा देता है। ऐसे में जहाँ व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए हल्का भोजन करना चाहिए वहीँ आध्यात्मिक रूप से भी ये ज़रूरी है कि व्यक्ति कम मात्रा में भोजन का सेवन करे।

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि 24 घंटे में एक व्यक्ति को 2 से 4 रोटी का ही सेवन करना ही उचित है। वहीँ अगर आपको चावल का भी सेवन करना है तो ऐसे में आपको रोटी की मात्रा कम कर देनी चाहिए। उनका मानना है कि व्यक्ति को स्वस्थ रहना बेहद ज़रूरी है नहीं तो एक समय व्यक्ति का खुद का वज़न भी उससे नहीं उठाते बनेगा।

वो कहते हैं कि व्यक्ति को अधिक चटपटा और स्वादिष्ट खाना खाने के चक्कर में अपना स्वास्थ ख़राब नहीं करना चाहिए। क्योंकि चटपटा और स्वादिष्ट खाना आपको बीमार। आपको हमेशा सात्विक भोजन ही करना चाहिए। वो आगे कहते हैं कि पेट में एक हिस्से में खाना, एक हिस्से में पानी और बाकि हिस्से में वायु को रहें देना चाहिए। ऐसा करने से आपकी ऊर्जा शक्ति बढ़ेगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमे अपनी भूख से कम खाना खाना चाहिए इससे में कई तरह के रोग जैसे पेट फूलना, गैस, अपच और एसिडिटी से बचे रह सकते हैं। 

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