Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि कैसे आप हंसकर हर दुःख और हर निंदा को सह लेंगें
Premanand Ji Maharaj:प्रेमानंद जी महाराज सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर हो चुकें हैं उनकी ज्ञान भरी बातें सभी के लिए प्रेरणा स्रोत की तरह हैं।
Report : Shweta Srivastava
Update:2023-10-21 07:46 IST
Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज राधा रानी के परम भक्त हैं और उनके विचार सभी को आगे बढ़ने के लिए काफी प्रेरित करते हैं। महाराज जी के मोटिवेशनल थॉट्स उनके भक्तों को सफलता के नए मार्ग दिखाते हैं। जिससे उन्हें आगे बढ़ने और नए प्रयास की तरफ अग्रसर होने के लिए भी प्रेरणा मिलती है। आज हम आपके लिए प्रेमानंद जी के कुछ ख़ास विचारों को साझा करने जा रहे हैं जिनसे आप भी अपने जीवन में सफलता के नए आयामों को पा सकते हैं।
प्रेमानंद जी महाराज के मोटिवेशनल थॉट्स
- पूरा जीवन मुशीबतों से भरा हुआ है।भगवान को नहीं छोड़ोगे तो कोई भी चिंता तुम्हें नहीं डरा सकती। भगवान का भजन करो, जैसी भी परिस्थिती आती है हमारे कर्मों के अनुसार आ रही है। जब चिंतन भगवान से होगा, तो भगवान खुद आके संभालेंगे।
- नाम रुपी धन, अच्छे कर्म, और बुजुर्गों की सेवा से हम असली ख़ुशी प्राप्त कर सकते हैं, ईश्वर का नाम जप करने से जीवन को सार्थक कर सकते हैं।
- मन को भोगों और विषय विकारों से बचाना है तो नाम रुपी मार्ग में लगना चाहिये।
- अपनी इन्द्रियों और अपने मन को निरंतर को सत्य और ईश्वर भजन मार्ग में लगाने से भगवद प्राप्ति कर सकते हैं।
- अशुभ कर्मों के दंड से अगर बचना है, तो प्रभु का नाम जप करो। राधा नाम का उच्चारण करने से कर्म आपको दंड नहीं दे सकते।
- जब नाम जप करेंगे एक ऐसी स्थिति आएगी हर दुःख और हर निंदा को हस के सह जायें। सुन्दर से सुन्दर भोग आपके सामने हो आपको भोगने की इच्छा नहीं होगी। तब आप निष्पाप हो गए हैं।
- अगर हमारे पास नाम रुपी धन है और भाव देह मिल जाये, तो जीते जी मृत्यु का डर खत्म हो जायेगा।
- क्रोध को नियंत्रण करने के लिए सबसे पहले आहार ठीक करो। नाम जप करो, अच्छा आहार करो, जब कोई गुस्सा दिलाने वाली बात करे तो निस्चित करें भगवान आपके पाप को नष्ट करने के लिये कोई लीला रच रहे हैं।
- अगर अपने मन को शांत करना है, तो हमें अपने मन को नाम रुपी अभ्यास मैं लगाना पड़ेगा। राधा कृष्ण ही एक सर्व श्रेष्ठ नाम है है जो आपका उधर कर सकता है।
- जो व्यक्ति हर पल दुःख का रोना रोता हैं, उसके द्वार पर खड़ा सुख, बाहर से ही लौट जाता हैं..!!
- इंतजार मत करो, जितना तुम सोचते हो, जिंदगी उससे कहीं तेजी से निकल रही है।