Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि कैसे आपके जीवन में आ सकती है धन सम्पदा, करना होगा ये काम
Premanand Ji Maharaj: वृन्दावन के प्रेमानंद जी महाराज अपने सभी भक्तों को सत्य मार्ग पर चलने की बात कहते हैं ऐसे में उनके कई ऐसे विचार हैं जो व्यक्ति के जीवन में खुशहाली और सुख समृद्धि ला सकता है। आइये जानें उनके विचार।
Report : Shweta Srivastava
Update:2023-11-06 07:15 IST
Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं उनके लाखों फॉलोवर्स उनकी कही बातों को काफी गौर से सुनते हैं उनके विचार कर किसी को काफी प्रभावित भी करते हैं। फिलहाल महाराज जी अपने मोटिवेशनल थॉट्स से अपने कई अनुयायियों को सत्य के मार्ग पर चलना भी सिखाया है। साथ ही उनका मानना है कि माता पिता का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए क्योंकि उनके चरणों में ही स्वर्ग है। ऐसी ही कुछ उनकी ज्ञान से भरी बातों को आइये जानते हैं।
प्रेमानंद जी महाराज मोटिवेशनल थॉट्स
- कौन क्या कर रहा है इसपर ध्यान मत दो केवल हमे सुधरना है इसपर ध्यान दो।
- प्रातः काल जब उठे तो गुरुदेव को प्रणाम करके निश्चय करें की आज हम पूरा का पूरा समय आराध्य देव में लगाने की पूरा का पूरा चेस्टा करेंगे।
- जो ह्री का भक्त होता है उसे हमेशा जय की प्राप्ति होती है ,उसे कोई परास्त नहीं कर सकता।
- अगर हमको अपने मन को सांत करना है मन को इस्थिर करना है तो एक उपाय है प्रभु के चरणों का दृढ़ता पूर्वक आश्रय और नाम जप करे।
- जिनके मुख में प्रभु का नाम नहीं है ,वह भले ही जीवित है लेकिन मुख से मरा हुआ है।
- प्रभु के मार्ग पर चलने वाला कभी अगमल नहीं हो सकता।
- घबराओ मत गिर जाना भी यंहा दौरना है हजार बार गिरो फिर भी आगे बढ़ो।
- जो स्त्री अपने पति को धोखा देकर गैर मर्द के साथ सम्बन्ध बनाती है वह सीधे नर्क को जाती है।
- प्रभु के अधीनता से मुक्त हुए परमात्म तत्व का अनुभव नहीं होता और परमात्म तत्व का अनुभव होने पर प्रकृति का अस्तित्व ही नहीं रहता।
- इतना सामर्थ किसी तीर्थ में किसी पर्व में किसी भी महामोत्सव में नहीं है जितना प्रभु के नाम में ही इसलिए प्रभु के नाम में डूब जाओ।
- इस शरीर संसार में किसी की सामर्थ नहीं है की वो आपको पकड़ सके आप ही पकड़ रखे हैं,और आपको ही छोड़ना होगा।
- भले ही आज आपके पास संपत्ति नहीं है लेकिन आप भगवान् पे आश्रित हैं तो आपके पास वो सम्पति आएगी जो संपत्ति कभी नष्ट नहीं होगी।
- मन को वस में करना हो तो नाम जप कीजिये