Premanand Ji Maharaj Satsang: प्रेमानंद जी ने बताया कि क्यों भगवान आपकी मनोकामना पूरी नहीं कर रहे हैं
Premanand Ji Maharaj Satsang: प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि अगर भगवान् आपकी मनकामना पूरी न करें तो आपको क्या समझना चाहिए।
Premanand Ji Maharaj Satsang: प्रेमानंद जी महाराज सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर हैं साथ ही उनकी बताई बातें भी लोगों के लिए पथ प्रदर्शक का काम करतीं हैं। ऐसे वो अपने दरबार में आये सभी भक्तों के सवालों का जवाब भी देते हैं। वहीँ उन्होंने एक शख्स के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अगर भगवान् आपकी मनोकामना पूरी नहीं कर रहे हैं तो ये मंगल विधान है।
प्रेमानंद जी महाराज का वीडियो वायरल
वृन्दावन के प्रेमानंद जी महाराज राधा रानी के परम भक्त हैं और वो अपने प्रवचनों से सभी को काफी मंत्रमुग्ध कर देते हैं। उनके द्वारा बताई कई ऐसी बातें हैं जिन्हे मानव जाति के लिए बेहद ज़रूरी माना गया है। साथ ही महाराज जी लोगों को हमेशा सत्य के पथपर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। वहीँ उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है जिसमे उन्होंने एक भक्त के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि अगर भगवान् आपकी कोई भी मनोकामना पूरी नहीं कर रहा है तो ये विधान है।
दरअसल महाराज जी से पूछा गया कि अगर मेरी कोई भी मनोकामना अगर भगवान् पूरी नहीं कर रहे तो इसे हम क्या समझें। इसपर प्रेमानंद जी ने कहा कि ये बड़ा ही मंगल विधान है लेकिन हम समझ नहीं पा रहे हैं। इसमें हमारी कामना बाधा पंहुचा रही थी इसीलिये भगवान् ने इसे पूरा नहीं किया।
उन्होंने आगे कहा कि संसार के जीव बात समझ नहीं पा रहे हैं, आपने भगवान् से कुछ माँगा लेकिन आपने भगवान् को अपना नहीं माना, ये बात एक दम सही है। किसी भी तरह की कठिनाई आ रही है वो बहुत बढ़िया विधान है।
अब आप कहेंगे कि कैंसर हो गया तो क्या ये बहुत बढ़िया विधान है हम कहेंगे हां, अनंत जन्मों में जो हमने पाप कर्म किया है उसका परिणाम कैंसर रूप में आया है। आप देख रहे होंगे कि जब जग छूटेगा और जीवन ख़त्म होगा तो क्या होगा। तो जितनी सांसें हैं उसमे राधा राधा जप लो। भगवान् की प्राप्ति हो जाएगी। अगर कैंसर जैसा दुःख नहीं होता तो भगवान् की याद नहीं आती और भोगों में आप उन्हें भूल भी जाते। ये बड़ी कृपा हुई, शरीर क्या केवल कैंसर से जाता है। बड़े सारे ऐसे दृश्य हैं कि गाडी जा रही है गाना बज रहा है और एक्सीडेंट में सब ख़त्म। इस शरीर का कोई भरोसा नहीं है।
महाराज जी ने आगे कहा कि अगर दुःख नहीं होगा तो भगवान् की मनुष्य को कभी याद नहीं आने वाली। तो भगवान् से मांगे और अगर मनोकामना पूर्ण न हो तो उनसे नाराज़ न हों, उसमे कुछ मंगल विधान भगवान् का निहित है ये निश्चित है।