Rahul Dravid Lifestyle: द वॉल राहुल द्रविड़ आज कमाते हैं करोड़ों में, कुल संपत्ति के बारे में जानकर उड़ जायेंगे आपके होश
Rahul Dravid Lifestyle: राहुल द्रविड़ दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। आज हम उनके करियर और नेट वर्थ पर चर्चा करेंगे।
Rahul Dravid Lifestyle: "द वॉल" या " मिस्टर भरोसेमंद" के रूप में जाने जाने वाले राहुल द्रविड़ दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। क्रिकेट को एक जेंटलमैन गेम के रूप में जाना जाता है, वहीँ द्रविड़ मैदान पर और बाहर अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने लगभग 25,000 रन बनाए हैं, राष्ट्रीय टीम के कप्तान रहे राहुल ने कई मैच अपने दृण बैटिंग स्टाइल के चलते भारत के पक्ष में मोड दिए। वो अंडर-19 टीम के मुख्य कोच रहे और वर्तमान में वो भारतीय मेंस क्रिकेट टीम के मुख्य कोच नियुक्त किए गए हैं। इस आर्टिकल में, हम राहुल द्रविड़, उनके करियर और नेट वर्थ पर चर्चा करेंगे।
राहुल द्रविड़ लाइफस्टाइल
यहां हम एक भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी के रूप में राहुल द्रविड़ के करियर, उनके व्यवसाय, उनकी उपलब्धियों और रिकॉर्ड और सबसे महत्वपूर्ण उनकी कमाई और कुल संपत्ति के बारे में चर्चा करेंगे। राहुल द्रविड़ ने क्रिकेट में दाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में और भारतीय टीम के एक आलराउंडर के रूप में एंटर किया। वो भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान थे जहां उनकी कप्तानी में भारत महान ऊंचाइयों पर पहुंचा और उन्हें आधुनिक समय का सबसे सफल कप्तान माना जाता है।
प्रारंभिक जीवन
राहुल द्रविड़ का जन्म 11 जनवरी 1973 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट जोसेफ बॉयज हाई स्कूल, बेंगलुरु में की, और सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ कॉमर्स, बेंगलुरु से वाणिज्य में स्नातक किया। उन्होंने क्रिकेट खेलना तब शुरू किया जब वो महज़ 12 साल के थे और अंडर - 15, अंडर - 17, और अंडर - 19 स्तरों पर कर्नाटक का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने फरवरी 1991 में रणजी ट्रॉफी में पदार्पण किया।
राहुल द्रविड़ नेटवर्थ
राहुल द्रविड़ की कुल संपत्ति लगभग 23 मिलियन डॉलर आंकी गई है जो भारतीय मुद्रा में लगभग 172 करोड़ रु.है। उन्होंने विभिन्न प्रारूपों में क्रिकेट खेलकर काबिलियत अर्जित की है। इसके अतिरिक्त ब्रांड एंडोर्समेंट से प्राप्त होने वाली आय, एक कमेंटेटर और कोच होने के नाते, सभी ने उनकी बढ़ती संपत्ति में योगदान दिया है।
नाम- राहुल द्रविड़
नेट वर्थ- लगभग 172 करोड़ रूपए
मासिक आय और वेतन- लगभग 1 करोड़ रूपए
वार्षिक आय -लगभग 12 करोड़ रूपए
जन्म तिथि- 11 जनवरी 1973
उम्र -48 साल
जन्मस्थान- इंदौर
हाइट- 5'7"
वेतन
जब वो इंडिया ए और इंडिया अंडर - 19 टीमों के मुख्य कोच थे तब राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के संचालन प्रमुख होने के लिए उन्हें 60 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान किया जा रहा था। जब भारत ने 2018 में अंडर -19 विश्व कप जीता तब उन्हें बोनस के रूप में 50 लाख रुपये की पेशकश भी की गई थी। जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया।
राहुल द्रविड़ के ब्रांड एंडोर्समेंट पोर्टफोलियो में रीबॉक, कैस्ट्रोल, मैक्स लाइफ और जिलेट शामिल हैं। इतने लंबे समय तक मैदान से दूर रहने के बावजूद उन्हें अभी भी बहुत सारे ब्रांड का एंडोर्समेंट करते देखा जा सकता है। वजह है उनकी साफ छवि और शांत स्वभाव।
उनका इंदिरा नगर, बेंगलुरु में एक आलीशान घर है, जिसकी कीमत 4 करोड़ रु है। उनके कार कलेक्शन की बात करें तो उनके पास मर्सिडीज बेंज जीएलई शामिल है जिसकी कीमत 80 लाख रूपए है। इसके अलावा उनके पास बीएमडब्ल्यू 5 सीरीज भी है जिसकी कीमत 72 लाख रूपए और ऑडी Q5 लक्ज़री SUV जिसकी कीमत 55 लाख रूपए है।
भारतीय क्रिकेटर के रूप में उन्होंने कई यादगार पारियां खेलीं हैं जिनमे से कुछ हैं -
सचिन तेंदुलकर के साथ 237 रनों की साझेदारी की और 1999 के विश्व कप में केन्या के खिलाफ 104 रन बनाए और नाबाद रहे।
वीवीएस लक्ष्मण के साथ 376 रन की साझेदारी और फरवरी 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में 180 रन बनाए।
दिसंबर 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में वीवीएस लक्ष्मण के साथ 303 रनों की साझेदारी की और 233 रन बनाए।
पुरस्कार
वर्ष 1998 में क्रिकेट में उपलब्धि के लिए अर्जुन पुरस्कार।
पद्म श्री, वर्ष 2004 में भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।
वर्ष 2004 में आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर।
वर्ष 2012 में डॉन ब्रैडमैन पुरस्कार।
पद्म भूषण, वर्ष 2013 में भारत का तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।
वर्ष 2018 में आईसीसी हॉल ऑफ फेम।
बहुत कम लोग जानते होंगे कि राहुल को बचपन से ही फ्रूट जैम बेहद पसंद है। उन्हें लोग जैमी भी कहते थे। साथ ही उन्होंने काफी साल पहले किसान जैम का एड भी किया था। इसके अलावा राहुल काफी अंधविश्वासी भी है वो जब भी ग्राउंड पर मैच खेलने जाते थे तो पहले अपने दायें पैर का सॉक्स और शूज पहनते थे और अभी भी किसी इम्पोर्टेन्ट काम के लिए वो ऐसा ही करते हैं।