Safi Ke Nuksan: हेल्थ के लिए हानिकारक होती है साफी, इन देशों में कर दिया गया है बैन

Safi Ke Nuksan: क्या आप जानते हैं कि ग्राहकों का भरोसमंद बन चुका साफी हेल्थ को नुकसान भी पहुंचा सकता है। इस वजह से कई देशों में साफी बैन भी हो चुका है|

Report :  Shivani Tiwari
Update:2024-06-10 12:33 IST

Safi Ke Nuksan (Photo- Social Media)

Safi Ke Nuksan: साफी सिरप का नाम देश भर में काफी पॉपुलर है, भारत के बहुत से लोग साफी को अपनी रोजाना की जिंदगी में शामिल किए हुए हैं, इसका इस्तेमाल पिछले कई सालों से लोग करते आ रहे हैं, देश के लिए यह एक भरोसेमंद प्रोडक्ट बन चुका है। बता दें कि साफी का इस्तेमाल लोग मुहांसे, फुंसी को दूर करने के साथ ही चेहरे की सुंदरता के लिए करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ग्राहकों का भरोसमंद बन चुका साफी हेल्थ को नुकसान भी पहुंचा सकता है। जी हां! इस वजह से कई देशों में साफी बैन भी हो चुका है, आइए इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

इन देशों में बैन है साफी (Safi Banned)

साफी का नाम तो आप सभी ने सुना होगा, क्योंकि यह भारत में काफी लोकप्रिय है, डॉक्टरों से लेकर, बड़े बुजुर्ग भी साफी पीने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह स्किन से जुड़ी समस्यायों को ठीक करता है और साथ ही ब्लड को प्यूरीफाई भी करता है, पेट को साफ करता है। साफी को बहुत ही अच्छा प्रोडक्ट माना जाता है, लेकिन हम आपको बता दें कि ऐसा नहीं है, जी हां! साफी में एक ऐसी चीज पाई जाती है, जिसकी वजह से इसे कई देशों में बैन भी किया जा चुका है।


साफी वैसे तो आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बनाई जाती है, उसमें लिखा भी रहता है कि साफी पूरी तरह से ऑर्गेनिक, हर्बल और आयुर्वेदिक है, लेकिन फिर भी इसका साइड इफेक्ट्स हो सकता है। जी हां! इस वजह से ही इसे कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में बैन किया जा चुका है।

ऐसा क्या होता है साफी में (Safi Ke Nuksan)

कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में साफी क्यों बैन है, इसके बारे में आपको बताएं तो दरअसल 2005 में अमेरिका द्वारा किए गए एक रिसर्च में पता चला कि साफी में आर्सेनिक बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिससे कैंसर भी हो सकता है। साफी में आर्सेनिक की उपस्थिति की वजह से ही इसे कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में बैन किया गया है।

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