Salary Hike Formula: अगर 8 साल बाद भी नहीं हो रही आपकी सैलरी दोगुनी, तो करना होगा ये काम
Salary Hike Formula: अगर आपकी सरकारी नौकरी है तो आपको अपनी सैलरी को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि भारत सरकार हर साल सैलरी में इजाफा करती है।
Salary Hike Formula: अगर आपकी सरकारी नौकरी है तो आपको अपनी सैलरी को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि भारत सरकार हर साल सैलरी में इजाफा करती है। लेकिन अगर आप प्राइवेट कर्मचारी हैं तो आपको अक्सर अपनी सैलरी को लेकर चिंता रहती होगी। ज्यादातर प्राइवेट कर्मचारियों का यह सवाल रहता है कि मेरी सैलरी (Salary) नहीं बढ़ रही है जबकि मेरे साथ वाले की हर साल बढ़ रही है। एक संस्थान में काम करने वालों के बीच ये शिकायत बेहद आम होती है।
वहीं कई मामलों में तो कर्मचारी अपने मैनेजर या फिर अपने बॉस को कटघरे में खड़ा कर देते हैं और उनपर पक्षपात का आरोप भी लग जाता है। लेकिन सच तो ये है कि इंसान में हमेशा ज्यादा पाने की इच्छा होती है। इसलिए वो अपनी सैलरी की दूसरों से तुलना जरूर करते हैं। ऐसे में अगर आपकी भी इस तरह की नायरिया है तो आपको इसे बदलने की जरूरत है क्योंकि आपको कुछ चीज़ों की जानकारी होनी जरूरी है। तो आइए जानते हैं कि किस परिस्थिति में कर्मचारी को अपनी सैलरी के बारे में सोचना चाहिए:
ऐसे करें वेतन का आंकलन
दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का मानना है कि कम से कम हर साल 7% की दर से महंगाई बढ़ रही है। जिसका सीधा मतलब यह हुआ कि अगर किसी के खर्चे इस साल हर महीने एक लाख रुपये है तो अगले साल बढ़कर वो खर्चे 107 लाख रुपये हो जाएगा। ऐसे में महंगाई को मात देने के लिए सैलरी में 7 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी बेहद जरूरी है। बता दें हर साल दुनियाभर में 10 से 12 फीसदी की सैलरी ग्रोथ होती है।
मतलब एक लाख कमाने वाले की सैलरी 10 से 12 हजार रुपये बढ़ती है। इस बढ़ोतरी को बेहतर भी माना जाता है, क्योंकि देखा जाए तो महंगाई ग्रोथ के मुकाबले सैलरी में ग्रोथ में ज्यादा है। लेकिन वहीं अगर सैलरी में 5 फीसदी की बढ़ोतरी होती है, तो फिर महंगाई के मुकाबले के लिए खर्चों को कम करने की जरूरत होगी। लेकिन अब आप ये सोच रहें होंगे कि कितनी सैलरी होनी चाहिए, और ग्रोथ का पैमाना क्या है? महंगाई और इंडस्ट्रीज ग्रोथ के मुताबिक एक सैलरीड क्लास का वेतन 7 से 8 साल में दोगुना हो जाना चाहिए।
इस उदाहरण से समझिए
मान लें एक ही संस्थान में राहुल और बरुण काम करते हैं। दोनों ने एक साथ ही इस कंपनी को 10 साल पहले ज्वाइन किया था और दोनों की ज्वाइनिंग टाइम सैलरी एक सामान 25000 रुपये महीने थी लेकिन आज बरुण की सैलरी 50 हजार से ज्यादा है और राहुल की 40 हजार के करीब है। यानी पिछले सात साल में बरुण की सैलरी दोगुनी हो गई है, जो ठीक है, और बरुण को अपने करियर के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है। लेकिन राहुल की सैलरी सही से नहीं बढ़ी है। अब ऐसी स्थिति में राहुल को क्या करना चाहिए? अगर राहुल अपने करियर को लेकर चिंतित है तो उनके सामने दो विकल्प मौजूद हैं। पहला- अपने मैनेजर से अपने काम को लेकर फीडबैक लेने की जरूरत है और दूसरा नई नौकरी की तलाश भी एक विकल्प है।
सैलरी नहीं बढ़ने पर क्या है विकल्प?
ये सिर्फ राहुल या बरुण की कहानी नहीं है क्योंकि हर कोई इसी तरह से अपने करियर ग्रोथ को देख सकते हैं। जो सैलरी आपको अभी मिल रही है, अगर वो 7 साल पहले की तुलना में दोगुनी है तो आप उसे बेहतर मान सकते हैं लेकिन अगर आप लंबे समय से किसी सेक्टर में काम कर रहे हैं और आपकी सैलरी 7 से 8 साल में दोगुनी नहीं हो रही है, तो ऐसे में फिर आपको सोचने की जरूरत है और सैलरी में कम ग्रोथ को लेकर आप संस्थान पर दोष नहीं मढ़ सकते हैं।
दरअसल सैलरी ग्रोथ को कर्मचारी के करियर से जोड़कर देखा जाता है। इसलिए अगर आपकी सैलरी 7 से 8 साल में दोगुनी नहीं हो रही है, तो फिर आपको अपने काम पर ध्यान देने की जरूर है। इसके साथ सैलरी को लेकर सही समय पर अपने मैनेजर से बात करें या इसके अलावा भी करियर ग्रोथ में रुकावट की एक बड़ी वजह सालों तक एक ही कंपनी में बने रहना भी है। जबकि करियर में ग्रोथ के लिए जॉब और पोर्टफोलियो दोनों में समय के साथ बदलाव करना बेहद जरूरी है। अगर आप इन चीजों पर गंभीरता से ध्यान देंगे, तो आप एक अच्छी और आदर्श सैलरी पा सकते हैं।