Sawan Somwar 2023 Vrat: सावन में लड़कियाँ दें ध्यान, इसलिए बहुत जरूरी आपके लिये व्रत

Sawan Somwar 2023 Vrat: कुंवारी लड़कियां मनवांछित वर पाने के लिए सावन के सोमवार के व्रत रखती हैं। लेकिन इसके साथ ही साथ आपके लिए इस दिन व्रत करना क्यों इतना लाभकारी और ज़रूरी है आइये जानते हैं।

Update:2023-07-03 17:14 IST
Sawan Somwar 2023 (Image Credit-Social Media)

Sawan Somwar 2023 Vrat:: जहाँ सावन में शिव भक्त भोलेनाथ की भक्ति में लीन रहते हैं वहीँ लड़कियाँ सावन के सोमवार के व्रत रखतीं हैं। सभी भगवान् को अपने अंदाज़ में प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। सावन में सभी शिव जी से धन, स्वास्थ और मनोकामना पूरी करने की विनती करते हैं। साथ ही कुंवारी लड़कियां मनवांछित वर पाने के लिए सावन के सोमवार के व्रत रखती हैं। लेकिन इसके साथ ही साथ आपके लिए इस दिन व्रत करना क्यों इतना लाभकारी और ज़रूरी है आइये जानते हैं।

इसलिए बहुत जरूरी है आपके लिये व्रत

श्रावण मास का हिन्दू परम्पराओं में काफी महत्त्व है। साथ ही सावन में भक्त कई तरह से पूजा और अनुष्ठान करते नज़र आते हैं। अगर ही कुंवारी कन्याएं सावन में पूरे विधि विधान से भगवान् भोलेनाथ की पूजा अर्चना करतीं हैं। साथ ही भगवान् से मनवांछित आशीर्वाद मांगतीं हैं। साथ ही जब आप सावन का व्रत रखें चीज़ों का विशेष ध्यान रखें। जिनका आपको ध्यान देना विशेष रूप से ज़रूरी है।

दरअसल हिन्दू धर्म में सावन का महीना काफी पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि सावन के महीने में जो भक्त सच्चे मन और विधि विधानपूर्वक व्रत करते हैं तो उनकी सभी मनोकामना जल्द पूरी होती है। साथ ही जीवन के सभी कष्टों से भी व्यक्ति को मुक्ति मिलती है। कल यानि 4 जुलाई 2023 से सावन की शुरुआत हो जाएगी। साथ ही पहला सोमवार 10 जुलाई, 2023 को पड़ेगा। सावन के महीने का काफी महत्त्व होने के साथ साथ सोमवार के व्रत का और भी महत्त्व हो जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो महिलाएं तथा कुंवारी कन्याएं सावन के सोमवार के व्रत रखते हैं उन्हें अखंड सौभाग्यवती तथा मनचाहे वर की प्राप्ति का वरदान मिलता है। इसके अलावा सावन सोमवार व्रत में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जिससे आपको मनवांछित फल प्राप्त हो। आइये आपको इसके कुछ नियम भी बता दें।

भगवान शिव की ऐसे करें पूजा

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन के व्रत में सोमवार को सुबह जल्दी उठकर अपने घर को साफ़ सुथरा करें और स्नान वगैरह से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र पहनकर तैयार हो जाएं साथ ही ध्यान रखें कि जब आप नहाएं तो पानी में में थोड़ा सा गंगाजल मिला लें। साथ ही इसके साथ ही पानी में काले तिल को भी दाल दें।

इसके बाद आप अपने घर के मंदिर को साफ़ करें शिवलिंग या शिव भगवान् की मूर्ति की पूजा करें। इसके लिए आप बेलपत्र, धतूरा, आक का फूल, कुशा, जनेऊ ले आएं। सबसे पहले भगवान शिव को जल तथा पंचामृत अर्पित करें। जिससे आप शिव का अभिषेक करें। फिर बेलपत्र, धतूरा, आक का फूल, कुशा, जनेऊ चढ़ाएं। इसके बाद सोमवार व्रत कथा का पाठ करें। फिर धूप, दीप से भोलेनाथ की आरती करें। शिव जी से अपने मनवांछित वर की कामना करें।

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