Sukanya Samridhi Yojna Changes: मोदी 3.0 में बदल जायेंगे सुकन्या समृद्धि योजना के ये नियम, आज ही जान लें इसे

Sukanya Samridhi Yojna Changes: केंद्र सरकार द्वारा चलाई गयी सुकन्या समृद्धि योजना में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किये गए हैं जिनके बारे में आपको जानना बेहद ज़रूरी है आइये विस्तार से आपको इन बदलावों के बारे में बताते हैं।

Update: 2024-06-14 18:28 GMT

Sukanya Samridhi Yojna Changes (Image Credit-Social Media)

Sukanya Samridhi Yojna Changes: मोदी सरकार की सबसे सफल योजनाओं में से एक सुकन्या समृद्धि योजना भी है जिसके तहत कई लोगों को खूब फायदा मिला और लोगों ने इसमें निवेश भी किया। वहीँ अब इसको लेकर केंद्र सरकार की ओर से बड़ी खबर आ रही है। जिसके चलते अब इसमें कई तरह के बदलाव किये जा रहे हैं। तो अगर आपकी भी बेटी का खाता इस योजना के अंतर्गत है तो आपके लिए ये खबर बेहद ज़रूरी है।

बदल जायेंगे सुकन्या समृद्धि योजना के ये नियम (Sukanya Samridhi Yojna Changes)

सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के लिए केंद्र सरकार की सबसे सफलतम योजनाओं में से एक है जिसका लाभ भारतवासी उठा रहे हैं। इसमें ब्याज भी ज़्यादा मिलता है। लेकिन वहीँ अब केंद्र सरकार ने इसमें कुछ बदलाव कर दिए हैं तो अगर आप भी इसके लिए अगली किश्त जमा करने जा रहे हैं तो आपको इसके बारे में कुछ ख़ास बातों को जानना काफी ज़रूरी है। आइये तो इसके बारे में पूरी जानकारी अच्छे से समझ लेते हैं।

  • आपको बता दें कि, सुकन्या समृ़द्धि योजना के तहत अभी तक आपको सालाना 8.2% की दर से ब्याज दिया जा रहा था वहीँ अब इसे बढ़ाने या इस योजना के तहत बेहतर ब्याज का लाभ देने के लिए जल्द ही ब्याज की समीक्षा की जायेगी।
  • पहले जहाँ इस योजना के तहत हर तिमाही के आधार पर ब्याज क्रेडिट किया जाता था वहीँ अब इसमें बदलाव किया गया है जिसके अनुसार अब सालाना के आधार पर क्रेडिट किया जायेगा।
  • इतना ही नहीं अगर कभी किसी खाते में गलती से या गलत ब्याज क्रेडिट हो जाता है तो उसे वापस लेने का भी अब इस योजना में प्रावधान शामिल किया गया है।
  • सुकन्या योजना के अंतर्गत पहले केवल बेटी की मृत्यु होने पर या उसका पता लगने पर खता बंद कर दिया जाता था लेकिन अब नए बदलाव के मुताबिक अगर अभिभावक की मृत्यु हो जाती है तो भी खाता बंद किया जा सकता है।
  • पुराने नियम कहते हैं कि इस योजना के तहत खुले खाते अगर अभिभावक द्वारा एक साल में 250 रूपए और अधिकतम डेढ़ लाख रुपये जमा नहीं कराये जाते हैं तो खाते को डिफ़ॉल्ट की श्रेणी में रख दिया जाता था। वहीँ अब अगर इस खाते तो दोबारा एक्टिव नहीं किया जाता है तब तक इसमें उपलब्ध जमा पर ब्याज दिया जाएगा।
  • इसके साथ साथ पहले इस योजना के तहत जहाँ दो बेटियों तक ही ये खता खुलवाकर इसका लाभ उठाया जा सकता था वहीँ अब तीन बेटियों तक इस योजना में खाते खुलवाए जा सकते हैं। इस तरह से तीन बेटियों के लिए खाता खुलवाया जा सकता है। पहली बेटी के बाद अगर किसी को जुड़वाँ बेटियां होतीं हैं तो भी उनके खाते इस योजना में खुल सकते हैं।
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