Formula Milk: जानिए क्या है फॉर्मूला मिल्क, स्तनपान कराने वाली मम्मा के लिए कितना सही

Baby Formula Milk: फॉर्मूला मिल्क सामान्य मिल्क से स्टेराइल कंडीशन में बनाया जाता है।

Newstrack :  Network
Published By :  Ragini Sinha
Update: 2022-05-11 04:53 GMT

जानिए क्या है फॉर्मूला मिल्क (Social media)

Baby milk Formula: बाजार में नवजात बच्चों के लिए फॉर्मूला मिल्क आया है। कहा जा रहा है कि ये कामकाजी महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। मेडिकल स्टोर पर इसे खरीदती कई नई नवेली माता आसानी से दिख जाती हैं। यदि ये मेडिकल स्टोर में नहीं मिलता तो उनकी डिमांड रहती है कि जल्द से जल्द ला के दीजिये।  

क्या ये फॉर्मूला मिल्क, कब दिया जाता है बेबी को   

फॉर्मूला मिल्क सामान्य मिल्क से स्टेराइल कंडीशन में बनाया जाता है। खास बात ये है कि इसमें वैसा ही शुगर, फैट, प्रोटीन, और विटामिन उतनी ही मात्रा में होते हैं जितने मां के दूध में पाए जाते हैं। फॉर्मूला मिल्क उस समय बच्चे को दिया जाता है जब मां किसी बिमारी के चलते स्तनपान नहीं करा सकती या मां की डेथ हुई हो।  

नई नवेली मम्मा को नजर आया फायदा 

फॉर्मूला मिल्क का सबसे बड़ा फायदा ये सामने आया कि इसको पिलाने के लिए मम्मा को बेबी के पास रहने की जरुरत नहीं। होती कोई भी इसे फीडर में बेबी को दे सकता है। इसके बाद वो कुछ भी कर सकती हैं। ऑफिस जाना हो, आउटिंग जाना हो, फ्रेंड्स के साथ मस्ती करना है। मतलब बिना ये सोचे कि वो नहीं होंगी तो बेबी भूख से परेशान होगा। इसका एक फायदा ये भी है कि बेबी को जल्दी भूख नहीं लगती। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के साथ अक्सर खानपान को लेकर टोकाटाकी होती है, लेकिन फॉर्मूला मिल्क उनको आज़ादी देते है कि वो कुछ भी खा पी सकें। इसके बाद अब नई नवेली माताएं इसे अपनी शोपिंग लिस्ट में शामिल कर रही हैं।  

फायदे तो देख लिए अब नुकसान भी देख लीजिये 

  • फॉर्मूला मिल्क में एंटी-बॉडीज नहीं होती। 
  • फॉर्मूला दूध में कॉम्प्लेक्सिटी नहीं पाई जाती। 
  • बेबी को गैस और कब्ज का शिकार बना देता है। 
  • काफी महंगा होता है। 
  • बिना पीडियाट्रिशियन की सलाह लिए बच्चे को नहीं देना चाहिए।

क्या हैं सावधानी  

आपको ये समझना है कि ये फॉर्मूला मिल्क इमरजेंसी के लिए है। आप इसे हमेशा बच्चे को देंगी तब ऐसे में उसकी ग्रोथ पर असर पड़ेगा। वो बीमार जल्दी जल्दी होने लगेगा।

जब बहुत इमरजेंसी हो तभी बेबी को फॉर्मूला मिल्क दें और फीडर को अच्छे से साफ़ करें। और उतनी ही मात्रा में बच्चे को दें जितनी मात्रा पीडियाट्रिशियन ने बेबी के लिए बताई है। इससे अधिक देने से बेबी की सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। 

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