Motivational Quotes: अनमोल वचन
Motivational Quotes: हमेशा शांत रहें। जीवन में खुद को बहुत मजबूत पाएंगे क्योकि.लोहा ठंडा रहने पर ही मजबूत होता है। गर्म होने पर तो उसे किसी भी आकार में ढाल दिया जाता है
लोहा
हमेशा शांत रहें। जीवन में खुद को बहुत मजबूत पाएंगे क्योकि.लोहा ठंडा रहने पर ही मजबूत होता है। गर्म होने पर तो उसे किसी भी आकार में ढाल दिया जाता है।
मन की बात
मन की बात कह देने से फैसले हो जाते हैं और मन मे रख लेने से फासले हो जाते हैं।
सफ़र
जिन्दगी का सफ़र भी अजीब है। बिना कुछ लिए आते हैं। हर चीज के लिए लड़ते हैं और अंत में सब कुछ छोड़ कर चले जाते हैं।
जबाब देही
बोझ दिखाई देता है।क्योंकि वह लदा होता है, जबाबदारी दिखाई नही देतीक्योंकि वह स्वीकार की गई होती है
माँगने वाला
किसी का बर्तन खाली हो तो यह नहीं समझना चाहिए कि मांगने वाला है।यह भी तो हो सकता है कि सब कुछ बांटकर आया हो।
चुप
समझदार व्यक्ति अपनी समझदारी के कारण बेबुनियाद की बहस होने पर चुप रहता है, और मूर्ख को लगता है कि वह उसके डर के कारण चुप हो गया।।
उपहार
धर्म पथ पर जब हम ईश्वर के आदर्शों के साथ चलते हैं, तो हमारा जीवन अपने आप में एक उपहार बन जाता है।
माँ का कर्ज
जीवन में हर कर्ज चुकाया जा सकता है, लेकिन माँ का कर्ज ही ऐसा है, जिसे किसी भी तरह के धन दौलत से नहीं चुकाया जा सकता।
पद- पैसा
यदि पद और पैसा ही आपकी संपत्ति है, तो एक दिन इनका अंत निश्चित है, और यदि मान सम्मान आपकी संपत्ति है तो यह अनंत है।
कर्म बोलता है
किसी की जुबान बोलती है,किसी का पैसा बोलता है,किसी का समय बोलता है,किसी का पद बोलता है, किसी का अभिमान बोलता है। परंतु जीवन के अंत में विधि के सामने तो बस व्यक्ति का कर्म ही बोलता है, यही सम्पूर्ण सत्य है।
अरण्य काण्ड दोहा नंबर 11 से पूर्व चौपाई नंबर 11
अस अभिमान जाइ जनि भोरे ।
मैं सेवक रघुपति पति मोरे ।।
सुनि मुनि बचन राम मन भाए ।
बहुरि हरषि मुनिवर उर लाए ।।
भावार्थ- ऐसा अभिमान भूलकर भी न छूटे कि मैं सेवक हूं और श्री रघुनाथ जी मेरे स्वामी हैं मुनि के वचन सुनकर श्रीरामजी मन में बहुत प्रसन्न हुए । तब उन्होंने हर्षित होकर श्रेष्ठ मुनि को हृदय से लगा लिया ।
( साभार सोशल मीडिया ।)