World Plastic Surgery Day: जलने पर पहला उपाय पानी, और ये है बचाव

Update:2017-07-15 19:24 IST

लखनऊ: जीवन में परेशानियां बोलकर नहीं आती हैं। अगर इनके बचाव के उपाय जान जाएं तो काफी हद तक मौके पर मदद मिल सकती है। इन्हीं समस्याओं में अगर अचानक आग से कोई झुलस जाए तो शायद ही कोई जानता होगा कि इसका पहला ईलाज पानी है।

बिना कोई कैमिकल यूज किए 5 मिनट के अंदर जले भाग को आधे घंटे पानी में डालकर रखना चाहिए। इससे पीड़ित व्यक्ति को आराम मिलेगा और बॉडी के अंदर गहरे घाव होने से बचने में सहायता मिलेगी।

यह बातें वर्ल्ड प्लास्टिक सर्जरी डे के मौके पर शनिवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की प्रेस वार्ता में आए सर्जन डॉ आर के मिश्रा ने बताया कि पानी के संपर्क में आने से गहरे घाव से राहत मिलेगी। इसके तुरंत बाद नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार कराना चाहिए। अंत में पीड़ित व्यक्ति को प्लास्टिक सर्जन से संपर्क करना चाहिए।

क्यों पड़ती है प्लास्टिक सर्जन की जरुरत

आग से झुलसने पर शरीर की चमड़ी जलने के साथ-साथ अंदरुनी भागों पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। ऐसी घटना होने पर प्लास्टिक सर्जन विशेषज्ञों की आवश्यकता पड़ती है। सर्जन ही बुरी तरह से जले खाल को सही करते हैं।

डायरेक्टर ने बताए सर्जरी के प्रकार

सिप्स हॉस्पीटल के डायरेक्टर फाइनायन्स डॉ सुमित मल्होत्रा ने बताया कि प्लास्टिक सर्जरी 2 प्रकार की होती है। पहला पुर्ननिर्माण सर्जरी तथा दूसरी सौंदर्य निर्माण सर्जरी होती है। उन्होंने बताया कि पुर्ननिर्माण सर्जरी के अंतर्गत शरीर में जहां घाव लगा हो, टूट-फूट गई हो या किसी भी प्रकार का एक्सिडेंटल केस आते हैं। दूसरा सौंदर्य निर्माण सर्जरी वह है इसमें व्यक्ति का सब कुछ नार्मल है लेकिन फिर भी वह और सुंदर बनना चाहता है। इसी सर्जरी को कॉस्टमेटिक सर्जरी बोलते हैं।

लोग हो रहे हैं जागरुक

डॉ सुमित मल्होत्रा ने बताया कि प्लास्टिक सर्जरी को लेकर अब लोग जागरुक हो रहे हैं। करीब 15 साल से हम लोगों के प्रयास से यह संभव हो सका है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों के तीमानदारों का हम पर भरोसा बढ़ता दिख रहा है।

आग से बचाव के उपाय

1-किचन में काम करते समय शरीर को किचन सेफ्टी कपड़े से बांध लें। अक्सर कपड़ों के फैलने से आग लगती है।

2-सिलेंडर को किचन से बाहर रखें और कॉपर पाइप का प्रयोग करें। सिलेंडर से चूल्हे में गैस पहुंचाने के लिए कॉपर पाइप का प्रयोग करें।

3-सामान अस्त-व्यस्त ना रखें।

4-घरों में बिजली की स्वीच कम से कम 5 फीट उपर लगवाएं और कैप वाली स्वीचें लगवाएं। घर के बच्चे सुरक्षित रहेंगे।

5-घरों के टेबल एकदम छोटी नहीं होनी चाहिए। गिरा एक कप चाय आपको काफी हद तक झुलसा सकता है।

6-किसी भी इलेक्ट्रानिक सामान को गिले हाथ से न छूयें।

7-घरों में फायर बिग्रेड का नंबर रखें और छोटी फायर मशीन रखें। इसके अलावा बालू और पानी हमेशा रखें। कुछ नहीं रहने पर बालू और पानी से मौके पर मदद मिलेगी।

8-आग से जलने पर तुरंत जरुरी ईलाज लें और जल्दी से जल्दी प्लास्टिक सर्जन के पास पहुंचे।

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