Zomato Food Delivery: फ़ूड डिलीवरी में नया ट्विस्ट, अब एक शहर का खाना मिलेगा दूसरे शहर में

Zomato Food Delivery: जोमैटो ने 'लीजेंड्स' नामक एक इंटर - सिटी डिलीवरी सेवा का एक पायलट लॉन्च किया है, जो चुनिंदा क्षेत्रों में कई शहरों में रेस्तरां से भोजन ऑर्डर की अनुमति देगा।

Written By :  Neel Mani Lal
Update: 2022-08-31 06:20 GMT

जोमैटो फूड डिलीवरी (फोटो-सोशल मीडिया)

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Zomato Food Delivery डिलीवरी सेवाओं वाली कंपनियों में काफी तगड़ा कंपीटिशन रहता है और ये कंपनियां आगे निकलने के लिए नए नए तरीके ढूंढती रहती हैं। इसी क्रम में जोमैटो ने एक नई सेवा शुरू की है जिसमें ग्राहक दूसरे शहर से खाना मंगवा सकेंगे।

जोमैटो ने 'लीजेंड्स' नामक एक इंटर - सिटी डिलीवरी सेवा का एक पायलट लॉन्च किया है, जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में चुनिंदा यूजर्स को कोलकाता, हैदराबाद, लखनऊ और अन्य शहरों में रेस्तरां से भोजन ऑर्डर करने की अनुमति देगा।

जोमैटो कंपनी द्वारा गुरुग्राम में 10 मिनट के भीतर खाना डिलीवरी करने की पायलट योजना की घोषणा करने के महीनों बाद ये नई स्कीम आई जो अभी तक कहीं और पायलट नहीं की गई है।

कम्पनी ने कहा है कि - भोजन को रेस्तरां द्वारा ताज़ा तैयार किया जाता है और हवाई जहाज से गंतव्य तक पहुँचाया जाता है। हवाई यात्रा के दौरान इसे सुरक्षित रखने के लिए खाने को डिस्पोजबल और छेड़छाड़-प्रूफ कंटेनरों में पैक किया जाता है। अत्याधुनिक मोबाइल फ्रीजिंग प्रौद्योगिकी भोजन को संरक्षित करती है। जोमैटो ने कहा है कि वह इस सेवा को अगले कुछ हफ्तों में अन्य शहरों में तेजी से बढ़ाएंगे।

इस बीच, कंपनी ने दिल्ली-एनसीआर में हाल ही में अर्पित क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट के साथ किराने की पायलट योजना को शुरू किया है। इसने ज़ोमैटो ऐप को ब्लिंकिट बैक-एंड के साथ एकीकृत किया है ताकि फूड डिलीवरी ऐप से किराने के ऑर्डरों को पूरा किया जा सके।

पिछले एक साल में, इस फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म का त्रैमासिक सकल ऑर्डर मूल्य लगभग 42 प्रतिशत बढ़कर 6,430 करोड़ रुपये हो गया है। जोमैटो के शेयर वर्तमान में पिछले साल अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश में 76 रुपये के अंक के मूल्य से 20 प्रतिशत से नीचे पर कारोबार कर रहे हैं। जबकि स्टॉक को अपने बाजार की शुरुआत में 66 प्रतिशत के प्रीमियम पर सूचीबद्ध किया गया था और इसके दाम 169 रुपये तक पहुंच गए थे। लेकिन ये तेजी अल्पकालिक थी और लॉक-इन की अवधि में ही इसके दाम 8 प्रतिशत गिर गए थे। 

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