Mission 2024: लोकसभा एक्सप्रेस: तमिलनाडु में खूब बढ़ रहा परिवारवाद

Mission 2024: तमिलनाडु के उत्तर में श्रीपेरम्पुदुर के उम्मीदवार से लेकर दक्षिणी हिस्से में थूथुकुडी तक, अन्नाद्रमुक ने कई निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी के स्थानीय दिग्गजों के बेटों और करीबी रिश्तेदारों को मैदान में उतारा है।

Report :  Neel Mani Lal
Update:2024-03-22 18:20 IST

2024 Lok Sabha elections (Pic:Newstrack)

Lok sabha Election 2024: द्रमुक के उम्मीदवारों की सूची में परिवारवाद काफी आम बात मानी जाती है लेकिन इस बार अन्नाद्रमुक की सूची में भी वंशवाद की खासी झलक है। अन्नाद्रमुक के उम्मीदवारों की लिस्ट में ढेरों ऐसे लोगों के नाम हैं जो पार्टी नेताओं के पुत्र या करीबी रिश्तेदार हैं।

पहले ऐसा नहीं था

तमिलनाडु के उत्तर में श्रीपेरम्पुदुर के उम्मीदवार से लेकर दक्षिणी हिस्से में थूथुकुडी तक, अन्नाद्रमुक ने कई निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी के स्थानीय दिग्गजों के बेटों और करीबी रिश्तेदारों को मैदान में उतारा है। पूर्व सीएम जे जयललिता के जीवित रहने तक पार्टी में ऐसा कभी नहीं हुआ था। जब वह पार्टी का नेतृत्व कर रही थीं, तो अन्नाद्रमुक उम्मीदवारों की सूची हमेशा हैरान करती थी क्योंकि इसमें जमीनी स्तर के कैडर के नाम शामिल होते थे। अब वह अतीत की बात हो गई है।

लोकल परिवारवाद

2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अन्नाद्रमुक की सूची में कई स्थानीय नेताओं के रिश्तेदारों के नाम शामिल हैं।

मिसाल के लिए, पूर्व मंत्री डी जयकुमार के बेटे डॉ जे जयवर्धन, जो एक पूर्व सांसद भी हैं, को दक्षिण चेन्नई निर्वाचन क्षेत्र में द्रमुक के थमिज़ाची थंगापांडियन और भाजपा के तमिलिसाई सुंदरराजन के खिलाफ फिर से मैदान में उतारा गया है। वहीं, श्रीपेरम्पुदुर के उम्मीदवार डॉ. जी प्रेमकुमार पूवई एम ज्ञानम के बेटे हैं, जो कभी पूनमल्ली नगर पालिका के प्रमुख थे। श्रीपेरुमपुदुर में उनका मुकाबला द्रमुक कोषाध्यक्ष टीआर बालू से होगा।

इसी तरह, धर्मपुरी में अन्नाद्रमुक ने धर्मपुरी शहर सचिव पी रवि के बेटे डॉ. आर अशोकन को मैदान में उतारा है। धर्मपुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में फैकल्टी रहे अशोकन ने मैदान में उतरने के लिए पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें द्रमुक के वकील ए मणि और भाजपा गठबंधन से भी कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि यह निर्वाचन क्षेत्र पीएमके का गढ़ है यहां से एक बार अंबुमणि रामदास लोकसभा के लिए चुने गए थे। इसी तरह, मयिलादुथुराई सीट से पार्टी उम्मीदवार पी बाबू पार्टी के जिला सचिव और पूर्व विधायक एस पावुनराज के बेटे हैं, जो क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रभाव रखते हैं।

अन्नाद्रमुक के एक नेता के मुताबिक, जब जयललिता पार्टी का नेतृत्व कर रही थीं तो पार्टी के सभी कैडर एक जैसे माने जाते थे। वह किसी एक को चुन कर मौका दे सकती थीं। लेकिन अब स्थानीय अन्नाद्रमुक दिग्गज अपनी अगली पीढ़ियों को सत्ता हस्तांतरित करना चाहते हैं। यही कारण है कि वे अपने बेटों को मैदान में उतार रहे हैं।


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