Election 2024: पहले चरण के 102 सीटों पर 63% वोटिंग, 2019 के मुकाबले 6.96% की कमी

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान समाप्त हो चुका है। 21 राज्यों की 102 सीटों पर 63% वोटिंग हुई। सबसे ज्यादा 80% वोटिंग त्रिपुरा में दर्ज हुई। पिछले चुनाव के मुकाबले पहले चरण के मतदान प्रतिशत में करीब 6.96% की कमी आई है।

Report :  Aniket Gupta
Update:2024-04-19 20:20 IST

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत देश के 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोटिंग समाप्त हो चुकी है। 102 सीटों पर अलग-अलग पार्टियों के कुल 1625 प्रत्याशियों की किस्मत अब ईवीएम में बंद हो गई है। पिछले चुनाव में इन सीटों पर भाजपा का पलड़ा भारी था और कांग्रेस काफी पीछे छूट गई थी। इस बार इन 102 सीटों पर कुल 63% वोटिंग हुई है। वहीं पिछले चुनाव में पहले चरण के 102 सीटों पर 69.96% वोट डाले गए थे। पिछले चुनाव के पहले चरण की वोटिंग प्रतिशत के मुकाबले इस बार करीब 6.96% की कमी दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा 80% वोटिंग त्रिपुरा में दर्ज हुई। यह डा़टा शाम 6 बजे तक का है। अभी तक फाइनल डाटा नहीं आया है। 

राज्यों में वोट प्रतिशत (2024)

राज्यों के नामसीटों की संख्या (पहला चरण) वोट प्रतिशत

अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह 

1

56.87%

अरुणाचल प्रदेश 

65.79%

असम 

71.46%

बिहार  

4

47.74%

छत्तीसगढ़ 

63.41%

जम्मू एवं कश्मीर  

1

65.08%

लक्षद्वीप 

59.02%

मध्य प्रदेश  

6

63.50%

महाराष्ट्र 

55.35%

मणिपुर

 2 

68.81%

मेघालय   

2

73.69%

मिज़ोरम 

1

 54.23 %

नागालैंड 

 1 

56.91%

पुदुच्चेरी 

1  

73.37%

राजस्थान 

12 

51.91%

सिक्किम 

 1

68.06%

तमिलनाडु 

 39 

62.27%

त्रिपुरा 

80.06%

उत्तर प्रदेश 

57.77%

उत्तराखंड 

53.72%

पश्चिम बंगाल  

3

77.57%

इन पार्टियों के उम्मीदवार हैं चुनावी मैदान में

पहले चरण की 102 सीटों पर कुल 1625 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। जिनमें 134 महिला प्रत्याशी हैं और 1491 पुरुष उम्मीदवार हैं। इन उम्मीदवारों में मायावती की पार्टी बसपा के 86, भाजपा के 77, कांग्रेस के 56, AIADMK के 36, DMK के 22, टीएमसी के 5, आरजेडी के 4, अखिलेश यादव की पार्टी सपा के 7, आरएलडी के 1, एलजेपी (आर) के एक और जीतन राम मांझी की पार्टी HAM के 1 प्रत्याशी शामिल हैं।

बीजेपी और कांग्रेस इन सीटों पर काफी मजबूत

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में जिन सीटों पर आज मतदान हुए हैं उनमें भाजपा की 6 और कांग्रेस के 3 सीटें ऐसी हैं जिसपर दोनों पार्टियां काफी मजबूत मानी जाती हैं। बीजेपी ने 2009, 2014 और 2019 के चुनाव में जबलपुर, चूरू, बीकानेर, सीधी, पीलीभीत और बालाघाट सीटों लगातार जीत दर्ज किया है। वहीं जबकि कलियाबोर, छिंदवाड़ा और शिलांग लोकसभा सीटों पर लगातार कांग्रेस जीत रही है।

कई सीटों पर हार-जीत में 10 फीसदी से भी कम का अंतर

पिछले लोकसभा चुनाव में 27 सीटें ऐसी थीं जहां हार-जीत का अंतर 10 प्रतिशत से भी कम रहा था। वहीं 8 सीटें ऐसी थी जहां जीत-हार का अंतर 2 प्रतिशत से भी कम था। उन सीटों में लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मिजोरम, नागालैंड, वेल्लोर और चिदंबरम सीट, मुजफ्फरनगर शामिल थी।

बीजेपी के लिए महत्वपुर्ण है पहला चरण

भाजपा के लिए आज का यह पहले चरण का मतदान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पिछले चुनाव में भाजपा अरुणाचल की दो सीटों और उत्तराखंड की सभी पांचों सीटों पर अपना कब्जा जमाने में सफल रही थी। आज राजस्थान की जिन 12 लोकसभा सीटों पर मतदान है, उनमें से 11 सीट पहले से भाजपा के खाते में है। बीजेपी के लिए पहले चरण का चुनाव महत्वपूर्ण इसलिए है कि पार्टी के सामने तीनों राज्यों की जीती हुई सीटों की संख्या बढ़ानी है।

यूपी की इन आठ सीटों पर मतदान

यूपी में पहले चरण के अंतर्गत 8 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ। जिनमें रामपुर, बिजनौर, कैराना, नगीना, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, सहारनपुर और पीलीभीत सीटें शामिल हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा को 8 में से 5 पर हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, पिछली बार बसपा और सपा का गठबंधन था, लेकिन इस बार समीकरण बदल चुके हैं। आरएलडी इस बार भाजपा के साथ खड़ी है।

एमपी की 6 में से 5 सीटों पर बीजेपी का कब्जा

वहीं एमपी की 6 सीटों आज मतदान हुआ, जिसमें पिछले चुनाव में भाजपा ने 5 सीटें जीती थी। जबकि कांग्रेस सिर्फ छिंदवाड़ा पर कब्जा जमा पाई थी। इस बार भाजपा ने पूरी कोशिश की है कि एमपी की बची एक सीट छिंदवाड़ा पर भी कब्जा किया जा सके।

पहले चरण के चुनाव की वो 15 सीटें जिनपर रहेंगी नजर

1. नागपुर (महाराष्ट्र): बीजेपी सरकार में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी लगातार तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। 2014 में नितिन गडकरी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री विलास मुट्टेमवर को पीछे छोड़ते हुए जीत दर्ज की थी। 2019 के चुनाव में नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष नाना पटोले को हरा कर नागपुर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। इस बार कांग्रेस ने नितिन गडकरी के सामने विकास ठाकरे को चुनावी मैदान में है।

2. अरुणाचल पश्चिम (अरुणाचल): इस सीट से केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू बीजेपी उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं। 2004 से लगातार यहां से सांसद हैं। किरेन रिजिजू सरकार में कानून मंत्री और गृह राज्य मंत्री के रूप में सेवा दे चुके हैं। इस बार उनकी सीधी टक्कर पूर्व मुख्यमंत्री नबाम टुकी से है।

3. डिब्रूगढ़ (असम): इस सीट से भाजपा ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को उम्मीदवार बनाया है। इस बार इस सीट पर कड़ी टक्कर देखने को मिलने वाली है। सोनोवाल का सामना असम जातीय परिषद के लुरिंज्योति गोगोई और आम आदमी पार्टी के मनोज धानोवार से है।

4. मुजफ्फरनगर (यूपी): यूपी में मुजफ्फरनगर सीट इस बार काफी चर्चे में है। बीजेपी सरकार में केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान इस सीट से भाजपा प्रत्याशी हैं। 2014 और 2019 के के चुनाव में भी संजीव बालियान ने इस सीट से जीत दर्ज की थी। इस बार उनका मुकाबला सपा के हरेंद्र मलिक और मायावती की पार्टी बसपा के उम्मीदवार दारा सिंह प्रजापति से है। इस बार यह सीट इसलिए भी चर्चा में रही कि मुजफ्फरनगर के सरधना विधायक और इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार के बीच मनमुटाव देखने को मिला था। और दोनों के बीच इस मनमुटाव के कारण इस सीट पर बीजेपी के प्रति ठाकुरों में थोड़ी नाराजगी भी देखने को मिली।

5. उधमपुर (जम्मू-कश्मीर): उधमपुर लोकसभा सीट से बीजेपी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह चुनावी मैदान में हैं। 2014 और 2019 के चुनाव में जितेंद्र सिंह यहां से सांसद रह चुके हैं। इस बार उनके सामने कांग्रेस के चौधरी लाल सिंह हैं।

6. अलवर (राजस्थान): अलवर से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव चुनावी मैदान में हैं। बता दें, भूपेंद्र यादव का ये पहला सांसदी चुनाव है। 2012 से भूपेंद्र यादव राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। पिछले चुनाव में अलवर लोकसभा सीट से बाबा बालकनाथ ने जीत दर्ज की थी। इस बार भूपेंद्र यादव के सामने कांग्रेस नेता ललित यादव चुनावी मैदान में हैं।

7. बीकानेर (राजस्थान): राजस्थान की बीकानेर सीट से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को उम्मीदवार बनाया है। मेघवाल के लिए यह सीट बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि 2009 से लगातार मेघवाल इस सीट से जीत दर्ज करते आ रहे हैं। कांग्रेस ने पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल को इस बार अपना प्रत्याशी बनाया है और बसपा के खेत राम मेघवाल को अपनी टिकट से चुनावी मैदान में उतारा है। इस बार इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला है।

8. त्रिपुरा पश्चिम (त्रिपुरा): बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव को अपना उम्मीदवार बनाया है। 2019 में पहली बार भाजपा ने इस सीट पर चुनाव जीता था। 1996 से 2014 तक इस सीट पर सीपीएम का कब्जा रहा है। बिप्लब देव के सामने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार साहा हैं।

9. नीलगिरी (तमिलनाडु): इस सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प है। यहां केंद्रीय मंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री में सीधी टक्कर देखने को मिली है। भाजपा से केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन चुनावी मैदान में हैं। डीएमके की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री ए. राजा। बीजेपी प्रत्याशी मुरुगन पहली बार सांसदी का चुनाव लड़ रहे हैं।

10. शिवगंगा (तमिलनाडु): कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को चुनावी मैदान में उतारा है। वर्तमान में कार्ति इस सीट से सांसद हैं।

11. कोयंबटूर (तमिलनाडु): भाजपा ने इस सीट से प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई को प्रत्याशी बनाया है। अन्नामलाई आईपीएस रहे हैं और तमिलनाडु में उन्हें 'सिंघम' के नाम से भी जाना जाता है। उनका मुकाबला डीएमके के गणपति पी राजकुमार और अन्नाद्रमुक के सिंगाई रामचंद्रन से है।

12. चेन्नई दक्षिण (तमिलनाडु): तमिलनाडू की चेन्नई दक्षिण सीट पर भी आज पहले चरण के तहत मतदान हुआ। इस सीट से भाजपा ने तमिलिसाई सौंदर्यराजन को अपना प्रत्याशी बनाया है। उनका सामना डीएमके के थमिजाची थंगापांडियन और अन्नाद्रमुक की जे. जयवर्धन से है।

13. जोरहाट (असम): कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई को अपना उम्मीदवार बनाया है। 2014 और 2019 में गौरव कालियाबार सीट से सांसद बने थे। इस बार बीजेपी ने इस सीट से तपन गोगोई को टिकट दिया था।

14. छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश): एमपी की छिंदवाड़ा सीट पर भी सबकी नजरें टिकी हुई हैं। कांग्रेस की तरफ से पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ इस सीट से चुनावी मैदान में हैं। 2019 के चुनाव में नकुल नाथ ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। नकुल का मुकाबला भाजपा के विवेक बंटी साहू से है।

15. सहारनपुर (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश में आठ सीटों पर आज मतदान हुआ। इनमें सहारनपुर सीट भी काफी चर्चे में थी। विपक्ष के खाते में यह सीट इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस के पाले में आई है। कांग्रेस ने इमरान मसूद को अपना उम्मीदवार बनाया है। इमरान मसूद की इस सीट पर सीधी टक्कर भाजपा के राघव लखनपाल शर्मा से है।

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