Rampur में लोकसभा इलेक्शन का आजम खान ने किया बहिष्कार,बोले - 'अखिलेश यादव ही लड़ें इस सीट से चुनाव'

Azam Khan Letter: रामपुर में प्रत्याशी के ऐलान से पहले समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने एक चिट्ठी जारी की। आज़म की ये चिट्ठी रामपुर जिलाध्यक्ष अजय सागर ने जारी की है।

Written By :  aman
Update: 2024-03-26 14:18 GMT

आज़म खान और अखिलेश यादव (Social Media) 

UP Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी नेता आजम खान (Azam Khan) ने मौजूदा लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया है। उन्होंने रामपुर के मौजूदा चुनाव के बारे में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को फैसला लेने के लिए कहा है।उन्होंने इस सीट से अखिलेश यादव से चुनाव लड़ने की भी अपील की। सपा नेता ने एक पत्र के जरिए अपने उद्गार व्यक्त किए।

आज़म खान- आज उसी की सजा हमें मिल रही

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने कहा, 'लोकसभा के चुनाव की प्रकिया चल रही है। पहले चरण में ही रामपुर का चुनाव है। सभी की निगाहें उम्मीदवार की घोषणा पर लगी है। हम भी पिछले 40-50 वर्षों से चुनावी प्रकिया के भागीदार रहे हैं। लेकिन, हमारे सामने केवल चुनाव कभी नहीं रहा। बल्कि, हमेशा गरीबों, मजदूरों, युवाओं तथा विशेषकर आने वाली नस्लों का भविष्य हमारी सियासत और जिन्दगी का मकसद/उदेश्य रहा है। पूरा जीवन इसी मकसद को हासिल करने में हमने लगाया है। आज उसी की सजा हमको मिल रही है।'

सरकार पर बिफरे- रामपुर को जी भरकर लूटा

आजम खान ने आगे कहा, 'सपा के साथी और हमारा पूरा परिवार जेल की कोठरियों में जिंदगी के दिन काट रहा है। पिछले कुछ समय में रामपुर को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। हजारों बेगुनाह लोगों पर झूठे मुकदमे लगाए गए। कईयों को जेलों में डाला गया। प्रदेश की पुलिस ने रामपुर को जी भरकर लूटा। महिलाओं को अपमानित करने का अपना शौक भी पूरा किया। रामपुर की जनता के साथ घोर अन्याय किया गया।'

मौजूदा हालात से वाकिफ, अब अखिलेश ही लड़ें चुनाव

सपा नेता आगे लिखते हैं, 'पिछले दो उपचुनावों में जो कुछ हुआ उसे पूरी दुनिया अच्छी तरह जानती है। उन्होंने कहा, रामपुर की ऐसी विशेष परिस्थितियों के कारण लोकसभा के वर्तमान चुनाव में हमने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी से 7 रामपुर से चुनाव लड़ने का आग्रह किया था।'

...तो रामपुर कौन जीतेगा?'

सपा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए आजम खान कहते हैं, 'हमारा विचार था कि इन हालात में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ही रामपुर से चुनाव लड़ें। यही आवश्यक है। हम समझते हैं कि कन्नौज (Kannauj), आजमगढ़, बदायूं, मैनपुरी, ऐटा, फिरोजाबाद महत्वपूर्ण सीटें हैं। इनका जीतना जरूरी है। इस सबके बाद रामपुर आता है। रामपुर कौन जीतेगा?'

'नवाबों-बाहुबलियों से लड़कर ही यहां तक पहुंचे'

उन्होंने कहा, 'पिछले दो उपचुनाव में जो कुछ हुआ, उसे कौन भूल सकता है। हम जीवन भर झोली फैलाकर, नवाबों और बाहुबलियों से लड़कर ही यहां तक पहुंचे हैं। आज जो कुछ हमारे साथ हो रहा है, वह भी रामपुर के लोग और दुनिया देख रही है। रामपुर वालों को दिए गए जख्मों और घावों की जलन, तड़प कम करने के लिए ही हमने माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय अखिलेश यादव जी को रामपुर से चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रित किया था।'

हौसला कभी नहीं हारा, मगर...

समाजवादी पार्टी के नेता ने आगे कहा, 'हमने बहुत चुनाव लड़े। जीते भी और कभी हार भी देखी। मगर, हौसला कभी नहीं हारा। मगर, जब चुनाव, चुनाव ही न रहे तो कुछ सोचना ही पड़ता है। एक ही जिले और मंडल में एक ही अधिकारी चुनाव आयोग (Election Commission) के नियमों के विरुद्ध रह रहा है। उदेश्य केवल और केवल चुनाव हराना ही है, तो परिस्थितियों को खूब समझा जा सकता है।'

आपको बता दें, हाल ही में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सीतापुर जेल पहुंचकर आज़म खान से मिले थे। आज जब वरिष्ठ सपा नेता की यह चिट्ठी सामने आई है तो गाहे-बगाहे बातें होना लाजमी है कि क्या इसी मकसद से दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई थी।   



Tags:    

Similar News