Lok Sabha Election 2024: मेरठी की शबरी से मिले ‘टीवी के श्रीराम’, अब भाजपा की झोली में गिरेंगे वोट

Lok Sabha Election 2024: जब भाजपा उम्मीदवार अरुण गोविल बुजुर्ग महिला के पास पहुंचे तो महिला ने उनसे कहा कि वह शबरी की तरह अपने छोटे पर्दे के भगवान राम का इंतजार कर रही है।

Written By :  Seema Pal
Update: 2024-04-13 05:53 GMT
Actor Arun Govil : PIC - SOCIAL MEDIA

Lok Sabha Election 2024: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद छोटे पर्दे के श्रीराम अरुण गोविल भी चर्चा में हैं। भाजपा की टिकट पर उत्तर प्रदेश की मेरठ सीट से अरुण गोविल लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। चुनाव के प्रचार के लिए अरुण गोविल सुबह उठते ही घर से निकल जाते हैं और केवल पानी पीकर ही दिन गुजार देते हैं। मेरठ की जनता को लुभाने के लिए अरुण गोविल घंटों पैदल चलकर पसीना बहा रहे हैं। इस बीच अरुण गोविल के साथ कुछ ऐसा हुआ कि मेरठ से उनकी जीत पक्की मानी जा रही है।

मेरठी की शबरी से मिले टीवी के श्रीराम

शुक्रवार को अरुण गोविल मेरठ की जनता के बीच चुनाव प्रचार के लिए निकले थे। इस दौरान उन्होंने गढ़-मेरठ हाईवे किनारे बसे हसनपुर गांव में व्हील चेयर पर बैठी एक बुजुर्ग महिला को देखा। जब भाजपा उम्मीदवार अरुण गोविल बुजुर्ग महिला के पास पहुंचे तो उन्हें पता चला कि महिला उनका ही इंतजार कर रही थी। महिला ने अरुण गोविल से कहा कि वह शबरी की तरह अपने छोटे पर्दे के भगवान राम का इंतजार कर रही है। इसके बाद बुजुर्ग महिला जय श्री राम के जयकारे लगाती है। इस बीच वहां लोगों की भीड़ लग जाती है और जय श्रीराम के उद्घोष की गूंज पूरे गांव तक पहुंच जाती है। यह देखकर अरुण गोविल मुस्कुराते हुए बुजुर्ग महिला के ऊपर फूल बरसाने लगते हैं। इसके बाद अरुण गोविल महिला से चुनाव जीतने का आशीर्वाद भी लेते हैं।

अरुण गोविल को देखकर खुश हुए लोग

टीवी कलाकार अरुण गोविल ने धारावाहिक रामायण में श्रीराम का किरदार निभाया था। एक समय था जब इस धारावाहिक को देखने के लिए लोग अपने काम-धंधे को छोड़ कर टीवी के सामने बैठ जाते थे। हालांकि आज भी रामायण का प्रसारण जब होता है तो लोग अरुण गोविल के प्रति अपना प्यार प्रदर्शित करते हैं। भगवान श्रीराम की छवि के रूप में अरुण गोविल हिंदुओं के दिलों में राज करते हैं। खत्री समुदाय के अरुण गोविल को भाजपा ने मेरठ सीट से उम्मीदवार बनाया है। मेरठ की जनता छोटे पर्दे के श्रीराम को अपने बीच देखकर काफी खुश दिख रही है।

बुजुर्ग महिला पर गोविल ने बरसाएं फूल

गाड़ी से उतर कर अरुण गोविल गांव के लोगों से मिलने पहुंचे। लोगों ने अरुण गोविल से पूछा कि आप मुंबई छोड़कर यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। इस पर अरुण जवाब देते हैं, ‘मैं अपने घर आया हूं। मेरठ मेरी जन्मभूमि है। बाहर से नहीं अपनी जन्मभूमि से चुनाव लड़ रहा हूं। इसके बाद अरुण गोविल आगे बढ़ते हैं और फिर रुक कर लोगों से उनकी समस्या के बारे में बात करते हैं।’ नंगली किठौर गांव के युवाओं ने अरुण गोविल को राम दरबार की तस्वीर भेंट की और घर आने का न्यौता दिया। इसपर अरुण गोविल ने कहा कि अब तो मेरठ में ही रहना है। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद आप सभी से ही मिलना है और आपके के लिए ही काम करना है।

मेरठ की जनता ने गोविल को चुन लिया

पहली बार संसदीय चुनाव लड़ रहे अरुण गोविल पूरी कोशिश में जुटे हैं कि वह चुनाव जीतकर भाजपा के भरोसे पर खरे उतरें। इसी उद्देश से वह रामराज के संकल्प पथ पर रोज 14 -14 घंटे चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह रोज सुबह दूध और पोहा खाकर घर से निकलते हैं और पूरे दिन केवल पानी पीकर काम चलाते हैं। इसके बाद जब रात में घर पहुंचते हैं तो हल्का-फुल्का खाकर सो जाते हैं। अगली ही सुबह जल्दी उठकर फिर चुनाव प्रचार से संबंधित तैयारियों में जुट जाते हैं। मेरठ में अरुण गोविल के रोड शो देखकर ऐसा माना जा रहा है कि मेरठ की जनता उन्हें अपना प्रतिनिधि मान चुकी है।

गौरतलब है कि भाजपा ने अरुण गोविल को प्रत्याशी के रूप में रामायण के श्रीराम की छवि को देखकर ही चुना है। राममंदिर में रामलला के स्वागत के बाद रामराज का संकल्प लेकर चुनाव लड़ रही भाजपा ने अरुण गोविल को हिंदुओं की वोट बटोरने के लिए ही चुनावी मैदान में उतारा है। मेरठ सीट पर भाजपा को इसका फायदा भी मिलने वाला है।

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